भानु सप्तमी के बारे में जानकारी Bhanu Saptami Information In Hindi

Bhanu Saptami Information In Hindi हॅलो ! इस पोस्ट में हम भानु सप्तमी के बारे में जानकारी लेने वाले हैं । हिंदू धर्म में भानू सप्तमी को बहोत महत्व हैं । हिंदू धर्म में भानु सप्तमी को शुभ माना जाता हैं । भानु सप्तमी के दिन भगवान सुर्य की पूजा की जाती हैं और व्रत रखा जाता हैं । हर माह के शुक्ल पक्ष पर रविवार को पड़ने वाली सप्तमी को भानु सप्तमी इस नाम से जाना जाता हैं । इस दिन को सुर्य सप्तमी इस नाम से भी जाना जाता हैं । ऐसा माना जाता हैं की , भानु सप्तमी के दिन व्रत रखने से अच्छे स्वास्थ्य की प्राप्ती होती हैं । इस सप्तमी को ज्यादा से ज्यादा पश्चिम भारत और दक्षिण भारत में मनाया जाता हैं ।

Bhanu Saptami Information In Hindi

भानु सप्तमी के बारे में जानकारी Bhanu Saptami Information In Hindi

भानु सप्तमी की पूजा विधि –

भानु सप्तमी के दिन सुर्योदय से पहले जल्दी उठें और गंगा नदी में स्नान करने के लिए जाए । अगर आपके आसपास गंगा नदी नहीं है तो आप किसी अन्य नदी में जाकर स्नान करें । अगर कोई नदी आपके आसपास उपलब्ध नहीं है तो आप जिस पानी में स्नान करने वाले हैं उसमें गंगा माता का आशीर्वाद प्राप्त करने के लिए गंगा माता के मंत्रों का जाप कर सकते हैं । स्नान करने के बाद आपको सूर्य देवता को जल चढ़ाना चाहिए ।

जल चढ़ाते वक्त तांबे के लोटे में जल ले और उसमें कुमकुम , फुल और चावल डाले और सुर्य देवता को जल चढ़ाते वक्त ऊं घृणि सूर्याय नम: इस मंत्र का जाप करें । इसके बाद गायत्री मंत्र और आदित्य हृदय स्त्रोत का पाठ करना अच्छा माना जाता हैं । इसके बाद घर के सामने सुंदर रंगोली बनाए । रंगोली के बीच में गाय के गोबर को जलाना चाहिए ।

मान्यता हैं की इस दिन अगर दूध उबलता हैं तो वह सूर्य देवता तक पहुंचता हैं । इसलिए इस दिन मिट्टी के बर्तन में दूध उबाले । इस दिन खीर को भोग के रूप में सूर्य देवता को अर्पित करना चाहिए और इसके बाद सभी घर के सदस्यों में खीर के प्रसाद को वितरित करना चाहिए ।

भानु सप्तमी व्रत कथा –

प्राचीन समय में इंदुमती नाम की एक वैश्या थी । एक बार इंदुमती ने ऋषि वशिष्ठ से पूछा कि , ‘ मुनिराज मैंने आज तक कोई धार्मिक कार्य नहीं किया हैं , लेकिन मेरी यह इच्छा हैं की मुझे मृत्यु के बाद मोक्ष प्राप्त हो । यह कैसे प्राप्त हो सकता हैं ? ‘ इसके बाद वशिष्ठ जी ने जवाब दिया की महिलाओं को मुक्ती , सौंदर्य और सौभाग्य के लिए भानू सप्तमी से अच्छा और कोई व्रत नहीं हैं ।

इस दिन जो स्त्री सच्चे मन से पूजा करती हैं और व्रत रखती हैं उसे जो चाहिए वह फल प्राप्त होता हैं । वशिष्ठ जी ने इंदुमती से कहा की अगर तुम्हें मोक्ष चाहिए तो तुम भानु सप्तमी के दिन विधि विधान से पूजन और व्रत करो ।

इससे तुम्हें मोक्ष प्राप्त होगा । इसके बाद इंदुमती ने जिस तरह वशिष्ठ जी ने कहा वैसे विधि विधान से पूजन और व्रत किया । इंदुमती की मृत्यु होने के बाद उसको स्वर्ग की प्राप्ती हुई और उसे स्वर्ग में अप्सराओं की नायिका बनाया गया । इस मान्यता के आधार पर इस दिन का विशेष महत्व माना जाता हैं ।

भानु सप्तमी का महत्व –

भानु सप्तमी का दिन हिंदू धर्म में बहोत महत्त्वपूर्ण हैं । इस दिन सुर्य देवता की पूजा की जाती हैं । सूर्य देवता को सभी ग्रहों के राजा माना जाता हैं । मान्यता हैं की इस दिन सुर्य देवता का पूजन और व्रत रखने से अच्छे स्वास्थ्य, धन और दीर्घायु की प्राप्ती होती हैं । सुर्य देवता को उर्जा के सबसे बड़े स्त्रोत माना जाता हैं ।

इस दिन सुर्य देवता की पूजा करने से सौभाग्य की प्राप्ती होती हैं । भानु सप्तमी के दिन सुर्य देवता को जल चढ़ाने का बहोत महत्व होता हैं । इस दिन सूर्य स्त्रोत और आदित्य हृदय स्त्रोत पढ़ने से सुर्य देवता खुश हो जाते हैं और इससे व्यक्ती को अच्छे स्वास्थ्य की प्राप्ती होती हैं ।

भानु सप्तमी के दिन क्या करना चाहिए –

1 ) भानु सप्तमी के दिन सुर्य देवता के किरणों का स्वागत करने के लिए घर के बाहर रंगोली निकालनी चाहिए ।

2 ) भानु सप्तमी के दिन सुर्य देवता को जल चढ़ाने के लिए तांबे के लोटे का इस्तेमाल करना चाहिए । तांबे के लोटे में जल लेकर उसमें कुमकुम , फुल और चावल डालने चाहिए और इसके बाद सुर्य देवता के सामने जाकर ‘ ऊं घृणि सूर्याय नम: ‘ इस मंत्र का जाप करते हुए सुर्य देवता को जल चढ़ाना चाहिए ।

3 ) भानु सप्तमी के दिन सुर्योदय से पहले गंगा नदी में जाकर स्नान करना शुभ माना जाता हैं । अगर आपके आसपास गंगा नदी नहीं है तो किसी अलग नदी में या पानी में स्नान करते समय गंगा नदी के मंत्रों का जाप करना चाहिए । गंगा नदी के मंत्रों का जाप करने से गंगा माता का आशीर्वाद उसमें आता हैं ।

4 ) भानु सप्तमी के दिन किसी ब्राम्हण को घी , गुड , गेहूं , लाल कपड़े इन चीजों का दान देना चाहिए ।

5 ) इस दिन सुर्य देवता के मंत्रों का जाप करना चाहिए ।इस दिन सुर्य देवता की पूजा करनी चाहिए । इससे व्यक्ती हमेशा स्वस्थ रहता है , स्मरण शक्ती बढ़ती हैं और ब्राम्हण सेवा का फल मिलता हैं ।

6 ) इस दिन दान का बहोत महत्व होता है । इस दिन जरूरतमंद व्यक्ती और ब्राम्हण को दान करने से घर में माता लक्ष्मी का वास होता हैं ।

7 ) भानु सप्तमी के दिन गाय को चारा खिलाना शुभ माना जाता हैं ।

8 ) भानु सप्तमी के दिन तांबे के बर्तन में पानी पिना शुभ माना जाता हैं ।

इस पोस्ट में हम भानु सप्तमी के बारे में जानकारी लेने वाले हैं । हमारी पोस्ट शेयर जरूर किजीए ।

धन्यवाद !

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भानु सप्तमी क्या है?

हिंदू पंचांग के अनुसार प्रत्येक माह के शुक्ल पक्ष की सप्तमी तिथि को भानु सप्तमी मनाई जाती है. भानु सप्तमी के दिन सूर्य देव की उपासना करने से सौभाग्य की प्राप्ति होती है, आयु में वृद्धि होती है, व्यापार में मुनाफा होता है और सेहत में लाभ होता है


भानु सप्तमी कब मनाई जाती है?

भानु सप्तमी का पर्व आषाढ़ मास में शुक्ल पक्ष की सप्तमी तिथि को मनाया जाता है। शास्त्रों के अनुसार इस दिन भगवान सूर्यदेव की पूजा वरूण रूप में की जाती है। इस वर्ष यह पर्व 25 जून रविवार को उत्तराभाद्रपद नक्षत्र और शोभन योग में मनाया जाएगा।

सप्तमी में किसकी पूजा होती है?

 भगवान शंकर और माता पार्वती की विधिवत पूजा की जाती है

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