आसाम राज्य की पूरी जानकारी Assam Information In Hindi

Assam Information In Hindi आसाम भारत के उत्तर पूर्व भाग का एक राज्य हैं ।‌ दिसपूर आसाम की राजधानी हैं । आसाम राज्य का पूराना नाम कामरुप था । आसाम में 33 जिले हैं । आसाम देश के सबसे प्रगतीशील राज्यों में से एक राज्य हैं । आसाम का क्षेत्रफल 78,438 किमी हैं । आसाम क्षेत्रफल के दृष्टिकोण से भारत का सबसे बड़ा राज्य हैं ।‌

Assam Information In Hindi

आसाम राज्य की पूरी जानकारी Assam Information In Hindi

आसाम की आबादी 31.2 मिलियन हैं । यह भारत का 15 वां सबसे अधिक आबादी वाला राज्य हैं । आसाम की सबसे ज्यादा बोली जाने वाली भाषा असमिया है । “सुअलकुची” यह दुनिया का सबसे बड़ा बुनाई गांव हैं और यह आसाम में स्थित हैं ।‌ भारत में आसाम कच्चे तेल का सबसे बड़ा भंडार हैं । आसाम ज्यादा चाय उत्पादक राज्य हैं ।‌

आसाम की भाषा –

आसाम में सबसे ज्यादा बोली जाने वाली भाषा असमिया है ‌। इसके बाद बंगाली भाषा भी असाम में ज्यादा बोली जाती हैं । यह भाषा बराक घाटी में आधिकारिक भाषा हैं ।‌

आसाम की कला –

आसाम राज्य अपनी कला के लिए जाना जाता हैं । आसाम मिट्टी के बर्तन , आभूषण , रंगीन मुखौटे , लकड़ी , बेत के लिए प्रसिद्ध हैं । धातु से बनी खूबसूरत कलात्मक वस्तुएं असम की विशेषता हैं । आसाम के कुछ लोग पीतल और मिश्रित धातु से बहोत अच्छे बर्तन भी बनाते हैं ।

असम का भूगोल –

आसाम का क्षेत्रफल 78,438 किमी हैं । आसाम के उत्तर में भूटान , पूर्व में अरुणाचल प्रदेश, मिजोरम ,‌ मणिपुर , नागालैंड , दक्षिण में और पश्चिम में बांग्लादेश और त्रिपुरा हैं । आसाम में मानस , ब्रम्हपुत्र , सुबनसिरी , सोनई‌ , धनसिरी यह नदियाॅं हैं ।

ब्रम्हपुत्र नदी आसाम की सबसे पुरानी नदी हैं । इस नदी की बहोत उपनदीयाॅं हैं ।

आसाम का लोकप्रिय खाना –

आसाम का खाना बहोत स्वादिष्ट होता हैं । आसाम में ज्यादा से ज्यादा चावल और मछली खाई जाती हैं । आसाम के लोगों को जोलपान बहोत पसंद हैं । यह डिश ब्रेकफास्ट के लिए खाते हैं।

इसके अलावा बोरा चौलोर पया , चावल पायस , जुतुली पीठ , गोरुस पायस , कोमल खीर भी असम के लोगों को‌ पसंद हैं ।‌ आसाम के लोगों को खाने के लिए आलू पिटिका , बान्हगजोर लगोट कुकरा , ज़ाक अरू भजी , मसोर टेंगा यह खाना‌ पसंद हैं ।‌

असाम का पर्यटन –

1 ) काजीरंगा राष्ट्रीय उद्यान –

काजीरंगा राष्ट्रीय उद्यान असम के गोलाघाट , कार्बी आंगलोंग , नागांव इन तीन जिलों में स्थित हैं । इस उद्यान का क्षेत्रफल 378 वर्ग किलोमीटर हैं । इस उद्यान में बहोत वन्यजीव हैं ।

इस उद्यान में बंगाल टाइगर , एक सींग वाला गेंडा , एशियाई हाथी , दलदली हिरण , जंगली भैंस यह पाॅंच सबसे बड़े वन्यजीव हैं । इस उद्यान में देशी और विदेशी पक्षी भी हैं । यह उद्यान एक सींग के गेंडा के लिए प्रसिद्ध हैं ।

2 ) कामाख्या मंदिर –

कामाख्या मंदिर असम के गुवाहाटी में स्थित हैं । यह मंदिर 51 शक्तीपीठों में से एक हैं । कहानियों के अनुसार , भगवान विष्णु ने ” सती माता ” के शरीर को 51 तुकडों में विभाजित किया था । यह तुकडे जिस जगह पर गिरे थे उस जगह पर शक्तीपीठ बन गये थे ।

उसमें से एक कामाख्या माता मंदिर हैं । यह मंदिर एक पहाड़ी पर बना हैं । इस मंदिर का तांत्रिक महत्व भी हैं । तांत्रिक यहां शक्ती सिद्धी के लिए आते हैं । इस मंदिर के दर्शन के लिए हर साल हजारों नागरीक आते हैं ।

3 ) मानस राष्ट्रीय उद्यान –

यह जगह बहोत ही खुबसूरत हैं । यह जगह बोंगाईगांव और बारपेटा इन दो असम के जिलों में स्थित हैं । इस उद्यान में टाइगर्स , लेपर्ड , ब्लॅक पैंथर , एशियाई हाथी , चीतल , इंडियन गेंडा यह प्राणी देखने को मिलते हैं ‌।

प्राणियोंके अलावा इस उद्यान में बुलबुल , ईगल्स , लाइक डक , जंगल फाॅल्स , जाइंट हाॅर्नबिल यह पक्षी भी देखने को मिलते हैं ।‌

4 ) शिवसागर शिवडोल –

‌ शिवसागर शिवडोल आसाम के शिवसागर शहर कें केंद्र में स्थित हैं । यह एक शिव मंदिर हैं जो भारत का सबसे बड़ा शिव मंदिर हैं । इसकी उॅंचाई 104 फिट हैं । मंदिर की दिवारे नक्षियोंसे और देवी – देवताओं के मुर्तियोंसे सजायी गयी हैं । हर साल इस मंदिर के मेले में बहोत नागरीक आते हैं ।

5 ) दिसपुर –

दिसपुर आसाम राज्य की राजधानी हैं । दिसपुर में शिल्पग्राम ,आसाम स्टेट एम्पोरियम , आसाम स्टेट जू , वशिष्ठ आश्रम , बाॅटनिकल गार्डन यह जगह पर्यटन के लिए अच्छी हैं । दिसपुर में आयोजित होने वाली चाय नीलामी बाजारों के लिए भी प्रसिद्ध हैं । दिसपुर पर्यटन के लिए बहोत ही अच्छा स्थान हैं ।

6 ) डिब्रुगढ़ –

डिब्रुगढ़ को भारत का चाय का शहर भी कहा जाता हैं । यह आसाम का खुबसूरत और बड़ा शहर हैं । यह चाय उद्योगों का केंद्र हैं । शहर में बहोत चाय के बागान हैं । डिब्रुगढ़ में बहोत पर्यटक आते हैं ।‌ मानसून के समय डिब्रुगढ़ जाकर हरेभरे दृश्य देखना बहोत अच्छा रहता हैं ।‌

7 ) गुवाहाटी –

गुवाहाटी असम का सबसे बड़ा शहर हैं । यह शहर ब्रम्हपुत्र नदी के किनारे हैं । गुवाहाटी में एक चिड़ियाघर हैं उसमे अनेक प्रकार के जीवजंतु हैं । यह शहर प्राचीन हिंदू मंदिरों के लिए जाना जाता हैं ।

गुवाहाटी में अनेक स्टेडियम हैं । गुवाहाटी आसाम का महत्त्वपूर्ण व्यापार केंद्र हैं । इसे विश्व का सबसे बड़ा चाय बाजार माना जाता हैं । गुवाहाटी में राज्य उच्च न्यायालय भी हैं ।

आसाम के उत्सव –

1 ) बिहू उत्सव –

बिहू उत्सव प्राचीन काल से आसाम में मनाया जाता हैं ।‌ यह त्यौहार आसाम में एक वर्ष में तीन बार मनाया जाता हैं । रोंगाली , भोगाली , कोंगाली यह असम के तीन बीहू त्योहारों के नाम हैं ।‌

इस त्यौहार को लोग नारियल के लड्डू , घिला पीठा , बनगेरा खार , मच्छी पीतिका , घिला पीठा यह पकवान बनाते हैं । इस दिन लोकनृत्य किया जाता हैं । इस नृत्य को देशभर में बिहू नृत्य के रुप से जाना जाता हैं ।‌ यह त्यौहार कृषी से जुड़ा हुआ प्रमुख त्यौहार हैं ।

2 ) देहिंग पटकाई –

इस त्यौहार का उद्देश स्थानीय आसाम की जनजातीयों की संस्कृती और परंपराओं को संरक्षित करना हैं । यह त्यौहार हर साल जनवरी महिने में आयोजित किया जाता हैं । इस त्यौहार में शिल्प मेला , सांस्कृतिक कार्यक्रम , खाद्य महोत्सव आयोजित किये जाते हैं ।

3 ) अंबुबाची महोत्सव –

गुवाहाटी के कामाख्या देवी मंदिर में अंबुबाची महोत्सव मनाया जाता हैं ।‌ यह महोत्सव मानसून में होता हैं । ऐसे माना जाता हैं की मेले के अवधी के दौरान कामाख्या अपने वार्षिक मासिक धर्म से गुजरती हैं ।‌ इस समय कोई पूजा नहीं होती हैं और मंदीर तीन दिनों तक बंद रहता हैं ।‌

4 ) माजुली –

यह त्यौहार नदी के किनारे पर आयोजित किया जाता हैं । नवंबर माह में यह उत्सव चार दिन तक मनाया जाता हैं ‌। इस महोत्सव में मिट्टी के‌ बर्तन , घर सजावट की वस्तूएं लोग बिकते हैं । उत्सव के दौरान बहोत सांस्कृतिक कार्यक्रम मनाए जाते हैं ।‌

यह भी जरुर पढ़े :-

असम राज्य की विशेषता क्या है?

पहाड़ी इलाके, घुमावदार पहाड़ियाँ, घने जंगल और चाय के बागान


असम का मुख्य स्थान क्या है?

 गुवाहाटी


असम की मुख्य वेशभूषा क्या है?

“सोला या फोटुआ” और “एरी चादर” 

असम का सबसे बड़ा जिला कौन सा है?

 कार्बी आंगलोंग

असम में कितनी भाषाएं हैं?

पहले जो माना जाता था उसके विपरीत, राज्य के विभिन्न हिस्सों में रहने वाले लोगों द्वारा बोली जाने वाली 55 भाषाओं (बोलियाँ शामिल) की खोज के बाद आसाम राज्य और इसकी भाषाओं का समूह अधिक बहुलवादी लग रहा था।

Leave a Comment