मणिपुर राज्य की पूरी जानकारी Manipur Information In Hindi

Manipur Information In Hindi मणिपुर भारत के‌ पूर्वोत्तर में स्थित हैं । मणिपुर की राजधानी इंफाल हैं । मणिपुर का क्षेत्रफल 22,347 वर्ग किमी हैं । 2011 के जनगणना के अनुसार मणिपुर की जनसंख्या 2,855,794 हैं । मणिपुर में 16 जिले हैं । मणिपुर के पूर्व में म्यांनमार हैं , पश्चिम में आसाम, दक्षिण में मिजोरम , उत्तर में नागालैंड हैं । मणिपुर की राजभाषा मेइतिलोन हैं । इसे मणिपुरी भाषा भी कहा जाता हैं । मणिपुर का साक्षरता दर 79.85 % हैं ।

Manipur Information In Hindi

मणिपुर राज्य की पूरी जानकारी Manipur Information In Hindi

मणिपुर की अर्थव्यवस्था –

मणिपुर के अर्थव्यवस्था में कृषी और कृषी आधारित उद्योग महत्त्वपूर्ण हैं । मणिपुर की मुख्य फसल चावल हैं । इसके साथ मणिपुर में फल , सब्जियां , गन्ना , तंबाकू , सरसों की फसल भी की जाती हैं । कुछ लोग पशुपालन भी करते हैं । पशुपालन से इनको मांस , दूध के लिए उपयोग होता हैं । कुछ लोग मछली भी पकड़ते हैं ।

मणिपुर में वन क्षेत्र भी ज्यादा हैं इसलिए राज्य का वन उत्पादन भी ज्यादा होता हैं । मणिपुर में औद्योगिक क्षेत्र भी हैं , सिमेंट ,स्टील , प्लास्टिक के उद्योग भी मणिपूर में हैं ।

मणिपुर के लोगों का आहार –

मणिपुर के लोगों को मछली और चावल ज्यादा पसंद हैं । मणिपुर के लोगों को मछली की करी बहोत पसंद होती हैं । मणिपुर के लोगों को ज्यादा तेल वाला खाना पसंद होता हैं ।

मणिपुर में चायनिज भी बहोत अच्छा मिलता हैं । चामथोंग मणिपुर की लोकप्रिय डिश हैं । इसे उबली हुई सब्जी , कटे हुए प्याज , लहसुन और अदरक के साथ बनाया जाता हैं । इसके अलावा एरोम्बा , सिंगजू , चामथोंग , चाहाओ खीर यह व्यंजन भी पसंद होते हैं ।

मणिपुर के त्यौहार –

1 ) याओशांग –

यह मणिपुर का महत्त्वपूर्ण त्यौहार हैं । यह मणिपुर में वसंत ऋतु में पांच दिनों के लिए मनाया जाता हैं । यह मुख्यत: मिताई लोगों द्वारा मनाया जाता हैं । इस त्यौहार पर एक दुसरे पर रंग डालते हैं । पहले दिन लकड़ी से बनी अस्थाई झोपड़ी को जलाते हैं और इस त्यौहार को मनाना शुरू करते हैं ।

इसके बाद भजन – किर्तन किया जाता हैं । छोटी – छोटी लडकियां पैसे मांगती हैं । इस त्यौहार पर खेलों का आयोजन भी किया जाता हैं और लोग एक दूसरे को बधाई देते हैं और मिठाइयां खिलाते हैं । यह उत्सव बहोत उत्साह से मनाया जाता हैं ।

2 ) कांग –

कांग फेस्टिवल को रथयात्रा भी कहा जाता हैं । यह मेतेई लोगों का लोकप्रिय त्यौहार हैं ।‌ यह त्यौहार 10 दिनों तक चलता हैं । यह उत्सव जून और जूलाई महिने के बीच होता है़ ।

कांग उत्सव में परेड की जाती हैं । इसमें हजारो तीर्थयात्री होते हैं । इसमे गाडी में भगवान जगन्नाथ , उनके भाई बलभद्र और बहन सुबद्रा की मूर्ती रखते है और लोग गाडी के साथ चलते हैं ।

3 ) गंग नगाई –

यह त्यौहार मणिपुर में आदिवासी लोगों द्वारा मनाया जाता हैं । यह त्यौहार हर साल दिसंबर और जनवरी महिने में मनाया जाता हैं ।‌ इस त्यौहार को चाकन गंग नगाई‌ नाम से भी जानते हैं । यह त्यौहार पांच दिन का होता हैं । इस त्यौहार का उद्देश जनजाती की संस्कृती और परंपरा को जतन करना और आगे के पिढी के लिए बचाकर रखना हैं । यह त्यौहार भोजन , नृत्य और संगीत के साथ मनाया जाता है ।

4 ) चुमफा –

यह त्यौहार फसल‌ के बाद मनाया जाता हैं । यह त्यौहार सात दिनों के लिए मनाया जाता हैं‌ । इस त्यौहार को बहोत उत्साह से मनाते हैं।‌ यह त्यौहार तंगखाल नागा जनजाती द्वारा‌ मनाया जाता हैं। इस त्यौहार में लोग अपने मित्रपरिवार से मिलते हैं‌ और खुशिया मनाते हैं और भेट देते हैं । त्यौहार के अंत में महिलाएं पारंपरिक नृत्य और संगीत करती हैं ।‌ अंतिम दिन जुलुस का आयोजन किया जाता हैं ।

5 ) कुट –

यह त्यौहार मणिपुर में कुकी – चिन – मिजो समूह में मनाया जाता हैं । यह त्यौहार शरद ऋतु में मनाया जाता हैं । इस त्यौहार में संगीत और नृत्य करते हैं ।‌ मणिपुर में हर साल 1 नवंबर को यह त्यौहार मनाया जाता हैं ।

यह सामाजिक कल्याण को ध्यान में रखते हुए मनाया जाता हैं। यह साल भर की फसल और कठीण श्रम के बाद धन्यवाद करने के लिए मनाया जाता हैं ।

मणिपुर के पर्यटन स्थल –

1 ) इंफाल –

इंफाल मणिपुर की राजधानी हैं । इंफाल एक बहोत ही सुंदर शहर हैं । यह शहर मैदान और पहाडों से घिरा हुआ हैं । इंफाल में कांगले का महल , मणिपुर राज्य का संग्रहालय , पोलो ग्राउंड यह क्षेत्र देखने के लिए है । इंफाल में खुबसूरत झील और झरने भी है ।

2 ) थौबल –

थौबल झीलों और नदीयों से सुशोभित हैं । यहा बरगद के पेड़ भी हैं ।‌थौबल बाजार , इंफाल नदी , पीपुल्स म्युजियम , लुसी झील , इकोप झील यह जगह इधर देखने के लिए है । यह ट्रेकर्स का लोकप्रिय स्थान हैं ।

3 ) तामेंगलांग –

यह शहर संतरों के खेती के लिए प्रसिद्ध हैं । यह बहोत ही अच्छा पहाड़ी क्षेत्र हैं । इधर खुबसूरत झरने भी हैं । इधर बहोत प्रकार के वनस्पती और अनोखे जीव देखने को मिलते हैं । यहा जानवरों का चिड़ियाघर भी हैं ।

4 ) सेनापती –

यहा पर पहाड़ियां , नदीयां और घाटीयां हैं । सेनापती शहर के ज्यादा से ज्यादा क्षेत्र पर जंगल हैं । यहां पर पौधे और जानवर भी बहोत हैं । इसके अलावा सेनापती में माखेल गुफा और माओ लियाई यह जगह भी देखने के लिए है ।

5 ) मणिपुर जूलाॅजिकल गार्डन –

यह गार्डन इंफाल शहर से 8 किमी के दूरी पर हैं । यह बहोत ही लोकप्रिय है । यह गार्डन पहाड़ियों से घिरा हुआ हैं । इस गार्डन में जीव – जंतुओं की 400 से अधिक प्रजातियां हैं । यहां हिमालयन डियर , हूलाॅक गिब्बन , बिल्ली , तेंदुआ भी पाए जाते हैं ।

6 ) एंड्रो –

एंड्रो यह मणिपुर का एक छोटासा गाव हैं । इधर मिट्टी के बर्तनों के शिल्प बनाए जाते हैं । यहां पर संग्रहालय भी हैं । इधर एंड्रो शांथिल नेचुरल पार्क , ग्वारोक महादेव यारीपोक , कैना मंदिर , सेलोई लैंगमाई , एंड्रो ग्रामशांग यह जगह भी देखने के लिए है ।

7 ) उखरूल –

उखरूल यह मणिपुर का जिला हैं । इधर के चाय के बागान पुरे भारत में प्रसिद्ध हैं । यह बहोत ही एकांत जगह हैं । इधर काचौ कुंग लेक , निलय टी स्टेट ,खंगखुई गुफा ,शिरूई काशोंग पीक , ख्यांग पीक यह जगह देखने के लिए है ।

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मणिपुर भारत का विश्व प्रदेश कब बना?

21 जनवरी, 1972 को मणिपुर को पूर्ण राज्य का दर्जा मिला और 60 निर्वाचित सदस्यों वाली विधानसभा गठित की गई।


मणिपुर का पहनावा क्या है?

महिलाओं के लिए एक पारंपरिक मणिपुरी पोशाक में इन्नाफी नामक एक शॉल, एक फानेक और स्कर्ट के चारों ओर एक लपेट शामिल है जिसे सारंग कहा जाता है। मणिपुर पुरुष अपनी पारंपरिक पोशाक धोती को जैकेट के साथ पहनते हैं। पगड़ी नामक सफेद पगड़ी आमतौर पर पहनी जाती है।


मणिपुर की राष्ट्रीय भाषा क्या है?

यहाँ के मूल निवासी मैतै जनजाति के लोग हैं, जो यहाँ के घाटी क्षेत्र में रहते हैं। इनकी भाषा मेइतिलोन है, जिसे मणिपुरी भाषा भी कहते हैं। यह भाषा 1992 में भारत के संविधान की आठवीं अनुसूची में जोड़ी गई है और इस प्रकार इसे एक राष्ट्रीय भाषा का दर्जा प्राप्त हो गया है।

मणिपुर क्यों प्रसिद्ध है?

भारत के स्विट्जरलैंड के नाम से पहचाने जानेवाले नॉर्थ ईस्ट में स्थित राज्य मणिपुर घूमने के लिहाज से अपने आप में बहुत खास है। मणिपुर में शहीद मीनार, पुराना महल, संग्रहालय, गोविंदजी का मंदिर और विष्णुपुर की झील विशेष रूप से देखने योग्य हैं। मणिपुर का भाला नृत्य विश्वभर में प्रसिद्ध है।

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