Meghalaya Information In Hindi मेघालय पूर्वोत्तर भारत का एक राज्य हैं । मेघालय का क्षेत्रफल 22429 वर्ग किलोमीटर हैं । मेघालय में 11 जिले हैं । मेघालय की राजधानी शिलांग हैं । 2011 की जनगणना के अनुसार मेघालय की कुल आबादी 29,66,889 हैं । मेघालय शब्द का अर्थ ‘ बादलों का घर ‘ हैं । सोमेश्वरी , दिगारू , कोपिली , भोगाई , जादुकाता राज्य की प्रमुख नदीयां हैं ।
मेघालय राज्य की पूरी जानकारी Meghalaya Information In Hindi
बांग्लादेश और असम से मेघालय की सीमा जुड़ी हुई हैं । मेघालय अपने पहाड़ों , चोटिया , झरने और गुफाओं के लिए प्रसिद्ध हैं । मेघालय का क्षेत्रफल 22429 वर्ग किलोमीटर फैला हुआ हैं । मेघालय के दक्षिण में बांग्लादेश हैं और उत्तर में ब्रम्हपुर घाटी हैं । मेघालय का सबसे उंचा स्थान शिलांग शिखर हैं ।
मेघालय की भाषा –
मेघालय राज्य की आधिकारिक और सर्वाधिक ज्यादा बोले जाने वाली भाषा अंग्रेजी हैं । मेघालय में खासी , गारो , हजोंग , बियार यह भाषा भी बोली जाती हैं ।
मेघालय की अर्थव्यवस्था –
मेघालय की अर्थव्यवस्था कृषी आधारित अर्थव्यवस्था हैं । मेघालय में टमाटर , चाय , काजू , मशरूम , तिलहन , गेहूं , चावल की खेती की जाती हैं । राज्य में इलेक्ट्राॅनिक्स संबंधी लघुउद्योग हैं । मेघालय में कोयला , केओलिन , चूना – पत्थर , स्फटिक , अभ्रक , बाॅक्साइट जैसे खनिज पाए जाते हैं । भारत को ज्यादा से ज्यादा सिलीमेनाइट मेघालय से ही प्राप्त होता हैं ।
मेघालय का खाना –
मेघालय के लोगों का मुख्य भोजन चावल , मांस और मछली हैं । इधर के लोगों को मांसाहार ज्यादा पसंद हैं । मेघालय के खासी समुदाय का जाडो यह लोकप्रिय पकवान हैं । यह चावल और मीट से बनाया जाता हैं ।
इसके अलावा डोह खलीह , डोह नियांग , नाखम बीची , नालडा नाखम , नाखम बोरिंग , बेलती चटनी , मिनिल सोंगा यह व्यंजन भी मेघालय के लोगों को पसंद होते हैं ।
मेघालय की कला और संस्कृती –
मेघालय नृत्यों का निवास स्थान हैं । इनके ज्यादा से ज्यादा नृत्य धार्मिक , सामाजिक और कृषी संबंधी होते हैं । शाद इयंती , शाद थामा , शाद नग , शाद लखमी , तुहाली , सिम्पत कबा , लुरमासी यह मेघालय के नृत्य हैं । मेघालय में हस्तशिल्प खरीदने के लिए सबसे अच्छी जगह शिलांग हैं । शिलांग का पुलिस बाजार हस्तशिल्प खरिदने के लिए लोकप्रिय हैं ।
मेघालय के उत्सव –
1 ) शाद सुक मायनसीम –
यह त्यौहार शिलांग में वसंत ऋतु में मनाया जाता हैं । यूवा लड़के और लड़कियां पारंपरिक वस्त्र पहनकर लोकनृत्य करते हैं ।
2 ) वंगाला –
यह मेघालय के गारो जनजाती का मुख्य त्यौहार हैं । यह त्यौहार फसल के मौसम के बाद मनाया जाता हैं । ‘ सजलोंग ‘ नामक सूर्य – देवता फसल के आधिदेवता माने जाते हैं । इस त्यौहार में इनका सम्मान किया जाता हैं ।
3 ) शाद बे सियर –
इस त्यौहार में पुरुष लोग जंगलों में घुमते हैं और हिरणों की शिकार करते हैं । एक या दो हिरन मरने के बाद यह स्थानीय उत्सव बन जाता हैं ।
4 ) बेहदीनखलम उत्सव –
यह उत्सव मेघालय के पनार जनजाती द्वारा मनाया जाता हैं । यह त्यौहार बहोत प्रसिद्ध हैं । यह त्यौहार साल में तीन दिन मनाया जाता हैं । यह त्यौहार जोवाई कस्बे में मनाया जाता हैं ।
मेघालय के पर्यटन स्थल –
1 ) शिलांग –
शिलांग मेघालय की राजधानी हैं । यह एक हिल स्टेशन हैं । शिलांग के झरनों से मन को शांति मिलती हैं । शिलांग का एलिफेंट फाॅल्स देखने के लिए अच्छा हैं । शिलांग पीक शिलांग का सबसे उंचा स्थान हैं । इधर भारतीय वायु सेना का रडार स्टेशन भी हैं ।
शिलांग में डाॅन बाॅस्को संग्रहालय भी देखने के लिए अच्छा हैं इधर स्वदेशी लेख और कलाकृतियां देखने के लिए मिलती हैं । शिलांग का पुलिस बाजार व्यंजनों के लिए , हस्तशिल्प और कपड़े खरीदने के लिए लोकप्रिय हैं ।
2 ) चेरापूंजी –
चेरापूंजी को ‘ सोहरा ‘ नाम से भी जाना जाता हैं । इधर के पर्यटन स्थल पुरे भारत में प्रसिद्ध हैं । नोहकलिकाई वाॅटरफाॅल देश के सुंदर और बड़े झरनों में से एक हैं । इधर का इको पार्क पर्यटकों के लिए आकर्षण हैं । इधर से आप सिलहट जिले के मैदानी दृश्यों का आनंद ले सकते हैं ।
3 ) डाॅकी –
डाॅकी मेघालय के जयंतिया हिल्स जिले में स्थित हैं ।इधर के उमंगोट नदी पर नाव की सवारी की प्रतियोगिता का आयोजन किया जाता हैं । इधर बहोत लोग नाव की सवारी देखने के लिए आते हैं । यह जगह पर्यटकों के लिए बहोत ही अच्छी हैं ।
4 ) उमियम लेक –
यह लेक शिलांग से 15 किमी के दूरी पर स्थित हैं । यह बोटिंग , वाॅटर साइकिलिंग , स्कूटिंग , कायॅकिंग के लिए लोकप्रिय हैं । इसके तर पर नेहरू पार्क हैं । यह लेक मानवनिर्मित हैं । इसे बारापानी झील भी कहा जाता हैं ।
5 ) डबल डेकर लिविंग रूट ब्रिज –
यह ब्रीज लगभग 50 मीटर लंबा हैं । यह ब्रीज 1.5 मीटर चौड़ा हैं । इस ब्रीज के नीचे से उमशियांग नदी बहती हैं । इस पूल में दो डेक यानी दो परते हैं । यह परते जड़ों के उलझाव के कारण बनी हैं ।
इस पुल को बनाने के लिए किसी भी धातु का इस्तेमाल नहीं किया हैं । यह सिर्फ पेड़ों की जड़ों से बनाया गया हैं ।
6 ) जवाई शहर –
जवाई शहर यह पर्यटन की जगह जयंतिया हिल्स में स्थित हैं । इस जगह पर पर्यटकों को आकर्षित करने वाले सुंदर नजारे हैं । इस जगह के थडलास्केन झील और लालोंग पार्क प्रसिद्ध पर्यटन स्थल हैं ।
जोवाई में सिन्तू कसीअर नाम का एक पर्यटन स्थल हैं जो एक विशाल भुमी हैं । यह म्यटडू नदी पर स्थित हैं । पिकनिक के लिये यह जगह अच्छी मानी जाती हैं ।
7 ) तुरा –
यह एक पहाड़ी शहर हैं । यह गारो हिल्स जिलें में स्थित हैं । इधर पेलगदारे , रोंगबैगदरे , गंडक नाम के बहोत प्रसिद्ध झरने हैं । इस जगह पर नोकरेक नॅशनल पार्क हैं यह इस शहर का मुख्य आकर्षण हैं यहा बहोत पशु और पक्षी देखने को मिलते हैं ।
8 ) मावसई गुफा –
यह मेघालय के सबसे ऐतिहासिक गुफा में से एक गुफा हैं । यह गुफा चुना पत्थर की हैं । यह एक अद्भुत और रहस्यमयी गुफा हैं । यह गुफा 150 मीटर की हैं । इस गुफा में जीव और वनस्पती पाए जाते हैं ।
9 ) कैलांग राॅक –
यह जगह मेघालय के मुख्य पर्यटन स्थलों में से एक हैं । यहां बहोत पर्यटक आते हैं । यह एक लाल पत्थर से बनी असाधारण विशाल चट्टान हैं । यह मेघालय के पश्चिम खासी पहाड़ियों में स्थित हैं ।
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मेघालय में क्या मशहूर है?
मेघालय का चेरापूंजी पूरी दुनिया में सबसे अधिक वर्षा के लिए प्रसिद्ध है।
मेघालय का मुख्य भोजन क्या है?
मसालेदार मांस और मछली के साथ चावल
मेघालय में मुख्य व्यवसाय क्या है?
मेघालय में रेशम उत्पादन और बुनाई ग्रामीण क्षेत्रों में दो सबसे महत्वपूर्ण कुटीर आधारित, पर्यावरण के अनुकूल उद्योग हैं। मेघालय राज्य में रेशम उत्पादन एवं बुनाई निदेशालय रेशम उत्पादन कार्यक्रमों को बढ़ावा देने और प्रबंधन में सहायता करता है।
मेघालय की मुख्य संस्कृति क्या है?
यह क्षेत्र जनजातीय संस्कृति और लोक परम्परा से समृद्ध है। भैंस के सींगों, बाँसुरी और मृदंगों से निकली स्वर लहरियों के साथ नृत्य और मदिरापान यहाँ के सामाजिक समारोहों व धार्मिक अनुष्ठानों का अभिन्न अंग है। विवाह सम्बन्ध अपने कुल-गोत्र के बाहर होते हैं।
मेघालय का लोक नृत्य कौन सा है?
लहो नृत्य मेघालय का एक लोक नृत्य है।