True Love Radha Krishna Quotes In Hindi

True Love Radha Krishna Quotes In Hindi जब प्रेम की बात आती है, तो राधा और कृष्ण की प्रेम कहानी मानव जाति के इतिहास में सबसे पहले याद की जाती है। उनका प्यार एक दिव्य और निस्वार्थ प्रेम है, जहाँ प्रत्येक ने दूसरे के लिए अपना सब कुछ बलिदान कर दिया। कहा जाता है कि राधा और कृष्ण के बीच का बंधन सिर्फ दो व्यक्तियों का नहीं था, बल्कि दो आत्माओं का मिलन था।

राधा-कृष्ण प्रेम कहानी हमेशा सच्चे प्रेम का प्रतीक रही है, और हिंदी में उनके प्रेम वचनो ने दुनिया भर के लोगों के दिलों को छू लिया है।इस लेख में, हमने हिंदी में कुछ सबसे सार्थक और आनंददायक राधा कृष्ण कोट्स को संकलित किया है जो आपको प्यार करने और प्यार पाने के लिए प्रेरित करेंगे।

प्रेम की पराकाष्ठा वो नहीं जान सकते
जो गहराई में नहीं उतर सकते
प्रेम की गहराई ‘”राधे कृष्णा”‘ में है

प्रेम की केवल सुंगध होती हैं
व्याख्या, विज्ञापन, या स्पष्टीकरण नहीं

ना विवाह है ना फेरे है
बस एहसासों से हम तेरे है ।
|| राधे राधे ||

कितना बेबस हो जाता है इंसान
जब किसी को खो भी नहीं सकता
और उसका हो भी नहीं सकता

राधा कृष्ण
ख्वाईश बस इतनी सी…..
चाहिए एक छोटा सा पल
और साथ तुम सिर्फ तुम

प्रेम यदि पक्का हो तो
विवाद चाहे कितना भी गहरा हो
, संबंध शेष रह ही जाता है।

प्यार मे कितनी बाधा देखी,
फिर भी कृष्ण के साथ राधा देखी

अपने जीवन की तुलना किसी के साथ नही करनी चाहिए.!
सूर्य और चंद्रमा के बीच कोई तुलना नही
जब जिसका का वक्त आता है, तो चमकता है!

जो अपने मन पर नियंत्रण नहीं
रखता वह स्वयं का शनै शनै शत्रु बनता जाता है.

यदि प्रेम का मतलब सिर्फ पा लेना होता,
तो हर हृदय में राधा-कृष्ण का नाम नही होता

कृष्ण ने राधा से पूछा ऐसी एक जगह बताओ,
‘के जहाँ में नहीं हूँ राधा ने मुस्कुरा के कहा,
बस मेरे नसीब में।

प्रेम का अर्थ विवाह करना नहीं होता
बल्कि पूरी निष्ठा के साथ समर्पण करना होता है !

राधा कृष्ण का मिलन तो बस एक बहाना था,
दुनियाँ को प्यार का सही मतलब जो समझाना था।

श्री कृष्ण कहते थे प्रेम का अर्थ
पाना नहीं किन्तु उसमे खो जाना है।

राधा के सच्चे प्रेम का यह ईनाम हैं,
कान्हा से पहले लोग लेते राधा का नाम है

राधे-राधे
इंशान के परिचय की शुरुवात भले ही
उसके चेहरे से होती होगी लेकिन
उसकी सम्पूर्ण पहचान तो वाणी से ही होती हैं

हर एक चीज तब तक सुंदर है
जब तक आप उससे प्रेम करते हो

अधूरी कहानी पर खामोश लबों का पहरा है,
चोट रुह की है इसलिए दर्द जरा गहरा है

एक तरफ साँवले कृष्ण दूसरी तरफ राधिका गोरी
जैसे एक-दूसरे से मिल गए हों चाँद चकोरी

किसी का अच्छा इसलिए ना करो,
कि बदले में आपको अच्छा मिले,
किसी का अच्छा इसलिए करो,
कि आपकी अच्छाई से किसी को
ढेर सारी खुशियाँ मिले

राधा ने श्री कृष्णा से पूछा प्यार का असली,
मतलब क्या होता हैं,
श्री कृष्णा ने हंस कर कहा जहाँ मतलब होता है,
वहां प्यार ही कहाँ होता हैं।

कान्हा को राधा ने प्यार का पैगाम लिखा,
पुरे खत में सिर्फ कान्हा कान्हा नाम लिखा

हर शाम हर किसी के लिए सुहानी नहीं होती,
हर प्यार के पीछे कोई कहानी नहीं होती,
कुछ असर तो होता है दो आत्मा के मेल का
वरना गोरी राधा, सांवले कृष्णा की दीवानी न होती।

सुना है कोई ओर भी चाहने लगा है तुमको,
अगर हम से बढ़कर चाहे तो उसी के हो जाना.

दो अक्षर आधार जगत के ये अक्षर अनमोल
राधे राधे बोल रे मनवा राधे राधे बोल

प्रेम की केवल सुंगध होती हैं
व्याख्या, विज्ञापन, या स्पष्टीकरण नहीं

प्रेम परिक्षा नहीं लेता है बल्की
प्रेम तो प्रतिक्षा करता है!

प्रेम का मतलब कोई रिश्ता या संबंध बन जाना नही,
प्रेम का तो मतलब है कण-कण में
बिखरकर आनंदित हो जाना।

कि ख़्वाब था जो अब सच्चा लगने लगा है,
कि मोहब्बत है या कुछ और, तेरे आने के बाद,
अब सबकुछ अच्छा लगने लगा है!

मुझे कौन जानता था तेरी बंदगी से पहले,
मुझे रास आ गया है तेरे दर पे सर झुकाना
जय श्री कृष्णा

जो है माखन चोर, जो है मुरली वाला
वही है हम सबके दुःख दूर करने वाला

राधा की हृदय में श्री कृष्ण, राधा की साँसों में श्री कृष्ण,
राधा में ही हैं श्री कृष्ण, इसीलिए दुनिया कहती हैं, “राधे कृष्ण।

किसी की सूरत बदल गई किसी की नियत बदल गई
जब से तूने पकड़ा मेरा हाथ
“राधे” मेरी तो किस्मत ही बदल गई।

ये हमेशा याद रखना कि
प्यार का उम्र और रंग से कोई लेना देना नही होता,
जहां पर विचार मिलते है वही सच्चा प्रेम होता है।

तेरे सीने से लग कर तेरी धङकन बन जाऊँ,
तेरी साँसो मेँ घुल कर खुशबू बन जाऊँ।
हो ना फासला कोई हम दोनो के दरम्याँ
मैँ मैँ ना रहुँ कान्हा बस तुँ ही तुँ बन जाऊँ।

प्रेम पूरा हो तो श्री राम जैसा हो,
और अधूरा हो तो राधे श्याम जैसा हो।

तुम्हारे साथ ना विवाह है और ना ही फेरे है,
बस एहसासों से हम तेरे है।

दिल से जो दिया जा सकता है,
वो हाथ से नहीं और मौन से जो कहा जा सकता है,
वो शब्द से नहीं।

प्रेम कैसे किया जाता है, ये राधा कृष्ण ने बताया है
कृष्ण से मिलने के बाद राधा को हर जगह कृष्ण हीं नजर आया है
राधा से मिलने के बाद कृष्ण ने भी हर जगह राधा को हीं पाया है।

हर शाम किसी के लिए सुखद नहीं होती,
हर प्यार के पीछे कोई कहानी नहीं होती,
दोनों आत्माओं के मिलन का कुछ न कुछ असर होता है,
वरना गोरी राधा सावले कान्हा के बारे में पागल नहीं होता।

इस तरह से राधा और कृष्ण का मिलन तो नियति का एक बहाना था,
जिसका कारण दुनिया को प्रेम का सही मतलब समझाना था।

हे कान्हा, मैं तुम्हारे साथ अतीत का कोई लेखा-जोखा नहीं रखता
मैं बस क्षणों को जीता हूं, इसके आगे कोई सपना नहीं है।

जिस पर राधा को मान हैं,
जिस पर राधा को गुमान हैं,
यह वही कृष्ण हैं, जो राधा के साथ,
हर जगह विराजमान हैं।

राधा ने किसी और की तरफ देखा हीं नहीं,
जब से वो कृष्ण के प्यार में खो गई,
कान्हा के प्यार में पड़कर,
वो खुद प्यार की परिभाषा हो गई।

कर लो भजन राधा रानी का,
भरोसा नही हैं जिंदगानी का,
जग में मीठा कुछ भी नही,
मीठा हैं नाम बस राधा रानी का।

कान्हा तुझे ख्वाबों में पाकर दिल खो ही जाता हैं,
खुद को जितना भी रोक लू, प्यार हो ही जाता हैं।

मधुवन में भले ही कान्हा किसी गोपी से मिले,
मन में तो राधा के ही प्रेम के है फूल खिले,
प्रेम से बोलो राधे-राधे।

प्यारे, करीब रखलो अपने की तुम्हारे बिन दुनिया बेजान सी लगती है,
ना ठीक से देखा ना ठीक से जाना,
पर जनम- जनम की तुमसे दिल की पहचान लगती है।

हर शाम सुहानी नही होती, हर प्यार के पीछे कोई कहानी नही होती,
कुछ तो असर होता हैं दो आत्मा के मेल का, वरना गोरी राधा,
सावले कान्हा की दीवानी नही होती।

प्रेम कैसे किया जाता है, ये राधा कृष्ण ने बताया है,
कृष्ण से मिलने के बाद राधा को हर जगह कृष्ण हीं नजर आया है,
राधा से मिलने के बाद कृष्ण ने भी हर जगह राधा को हीं पाया है।

जय श्री राधे बैरागी बने तो जग छूटे, सन्यासी बने तो छूटे तन,
कान्हा (कृष्ण) से प्रेम हो जाये तो छूटे आत्मा के सब बन्धन, जय श्री श्याम।

यहां कोई नहीं अपना,
इक तेरा सहारा..देख लिया सब को,
अब तुमको पुकारा कहीं डूब ना जाएँ,
हाथ थामे रखना..है दास तुम्हारे इतनी तो खबर रखना।

जयश्रीकृष्णा,
कहोतो, भक्ति मार्ग में कौन सापरिश्रम हैं? इसमें न,
योगकी आवश्यकता है, नयज्ञ, जप, तप और,
उपवास की!यहाँ इतनी ही आवश्यकता है कि,
सरल स्वभाव हो, मनमें कुटिलतान हो और जो,
कुछ भी मिले उसी में सदा सन्तोष रखे।

मुझे रिश्तों की लम्बी कतारों से क्या मतलब,
कोई दिल से हो मेरा, तो एक कृष्ण ही काफ़ी हैं।

भगवान कृष्ण के बिना जीवन भक्ति के बिना प्रार्थना,
भावना के बिना शब्द, सुगंध के बिना अनुयायी,
अनुनाद के बिना प्रतिध्वनि, लक्ष्य के बिना अस्तित्व,
आत्मा के बिना दुनिया” जैसा लगता है।

प्रेम को समझना है तो तन की नहीं,
मन की आंखें खोलो,
क्योंकि सच्चा प्यार रूप से नहीं,
भावनाओं से होता है।

कृष्णा के कदमो पे कदम बढाते चलो,
अब मुरली नही तो सीटी बजाते चलो,
राधा तो घर वाले दिलाएंगे ही,
मगर तब तक गोपियाँ पटाते चलो।

बुद्धिमान इंसान” आपका दिमाग खोलता है,
सुंदर इंसान”आपकी आँखें खोलता है,
लेकिन…”प्यार करनेवाला इंसान,
आपका हृदय खोल देता हैं।

अवास्तविक चीजों को लेकर मन में कभी डर पैदा मत होने दो,
वो वास्तविक नहीं हैं, वह ना तो कभी था और ना कभी होगा,
इसके विपरीत जो वास्तविक हैं,
वह हमेशा से था और उसे ना तो बदला जा सकता हैं,
ना कभी नष्ट किया जा सकता हैं।

हर पल तुझे मिलने की चाहत रहती है,
हर पल तेरी जरुरत महसूस होती है,
तुझे पा नहीं सकते, फिर भी कान्हा,
हर पल तुझे सोचने नई की चाहत क्यों रहती है।


जब भोर हुई तो मैंने कान्हा का नाम लिया,
सुबह की पहली किरण ने फिर मुझे उसका पैगाम दिया,
सारा दिन बस कन्हैया को याद किया,
जब रात हुई तो फिर मैंने उसे ओढ़ लिया।

जब हम अकेले हों तब,
अपने विचारों को संभालें,
और जब हम सबके बीच,
हों तब अपने शब्दों को संभालें।

प्रेम वो नहीं जो इज़हार किया जाये,
प्रेम तो वो है जो महसूस किया जाये,
प्रेम वो नहीं जो पाया जाये,
प्रेम तो वो है जो जिया जाये।

रिश्तों की माला जब टूटती हैं,
तो दोबारा जोड़ने से छोटी,
हो जाती हैं,क्यूँकि कुछ,
जज़्बातों के मोती बिखर ही जाते हैं।

डरो नहीं जो वास्तविक नहीं है, वह कभी नहीं था,
और कभी नहीं होगा जो सत्य है, वह हमेशा था,
और नष्ट नहीं किया जा सकता।

ना किसी को नाराज कर के जियो ना,
किसी से नाराज होकर जियो.,जिंदगी बस,
कुछ पलों की हैं सब को खुश रखों और,
सब से खुश होकर जियो।

ना हमें पीने का शोक था ना हमें पिलाने का शोक था,
हमें तो केवल नज़रे मिलाने का शोक था और नज़रें भी,
किस से मिला बैठे जिन्हे नज़रों से पिलाने का शोक था।

दिल के रिश्ते का कोई नाम नहीं होता,
हर रिश्ते का कोई मुकाम नहीं,
होता अगर निभाने की चाहता हो दोनों तरफ से तो,
कोई रिश्ता नाकाम नहीं होता।

जिदंगी में इतनी गलतियां न करो कि,
पेंसिल से पहले रबर घिस जाए,
और रबर को इतना मत घिसो कि,
जिदंगी का पेज ही फट जाए।

प्रेम का लक्ष्य सदा परमात्मा है,
इसलिए तुम्हे जिससे भी प्रेम होगा,
उसमे तुम्हे परमात्मा की,
झलक जरूर दिखने लगेगी।

अच्छे व्यक्ति को समझने के,
लिए अच्छा हृदय चाहिये न,
कि अच्छा दिमाग..क्योंकि,
दिमाग हमेशा तर्क करेगा,
और हृदय हमेशा प्रेम–भाव देखेगा।

भगवान कृष्ण के चरणकमल इतने अद्भुत हैं,
कि जो कोई भी उनकी शरण लेता है,
वह तुरंत शुद्ध हो जाता है।

तुम तनाव क्यों करोगे? कौन तुम्हें मारेगा?
जिसने अपने मन पर विजय प्राप्त कर ली है,
उसके लिए सबसे बड़ा मित्र आगे है,
लेकिन जिसने इसे पूरा करने में उपेक्षा की है,
उसके लिए आगे सबसे अच्छा शत्रु है।

हर पल उस से मिलने की चाहत क्यों होती है,
हर पल उसकी ज़रूरत क्यों होती है,
जिसे हम पा नही सकते,
खुदा जाने उसी से मोहब्बत क्यों होती है।

कर लो भजन राधा रानी का,
भरोसा नही हैं जिंदगानी का,
जग में मीठा कुछ भी नही,
मीठा हैं नाम बस राधा रानी का।

प्रेम में दूरियां चाहे कितनी भी हो,
अगर प्रेम सच्चा है तो,
संसार की कोई भी दुरी उसे मिटा नहीं सकती।

बहा दो सुखो की दरिया कन्हैया,
(निकालो अब भंवर में है नैया,
शायद इसलिए ही हम सबकी,
प्रभु से नाराज़गी रहती है,
कि हम वो मांगते हैं,
जो हम चाहते हैं,
पर प्रभु हमें वो देते हैं,
जो हमारे लिए सही होता है।

सच्चे प्रेम का दावा बहुत लोग करते है,
लेकिन सच्चे प्रेम की शक्ति उन्हें प्राप्त होती है,
जो बिना किसी भय के प्रेम निभाने का सहस रखते हैं।

जो कुछ भी हुआ हैं उसमे तेरा कोई योगदान नहीं हैं,
इसलिए तुम्हारी सारी परेशानियाँ व्यर्थ हैं,
हर चीज की शुरुआत मुझसे होती हैं,
और ख़त्म भी मुझ पर आकर ही होती हैं।

हर शाम हर किसी के लिए सुहानी नहीं होती,
हर प्यार के पीछे कोई कहानी नहीं होती,
कुछ असर तो होता है दो आत्मा के मेल का,
वरना गोरी राधा, सांवले कृष्णा की दीवानी न होती।

यदि आप किसी को पसंद करते हैं,
तो आप उसे सिर्फ अपने पास रखना चाहोगे,
और यदि आप उससे प्यार करते हैं,
तो आप उसे मुक्त जीवन का आनंद देंगे।

नन्दलाल की मोहनी सूरत दिल में बसा रखे हैं,
अपने जीवन को उन्ही की भक्ति लगा रखे हैं,
एक बार बाँसुरी की मधुर तान सुनादे कान्हा,
एक छोटी से आस लगा रखे हैं।

जो मेरे भक्तों के साथ धोखा करता हैं,
उसके लिए मैं सबसे बड़ा शत्रु हूँ,
अगर कीसी ने मेरे भक्त को एक बार भी धोखा दिया तो,
तो जन्मों जन्मों तक मैं उसका उद्वार नहीं करता हूँ।

अपने जीवन की तुलना,
किसी के साथ नही करनी चाहिए,
सूर्य और चंद्रमा के बीच कोई तुलना नही,
जब जिसका का वक्त आता है ,तब चमकता है।

प्रेम का अर्थ यह नहीं होता राधे की,
मेरे और तुम्हारे विचार मिलते है प्रेम का,
अर्थ है में तुम्हारी हित के लिए में उत्सुक हूँ।

मेरे श्री कृष्ण कहते है,
कि, जीवन मै सबसे बड़ी गलती,
वही होती है, जिससे,
कुछ सीखा न जाय,
श्री वणण मुरारी हैं,
जैसी श्री राधे दुलारी हैं,
वैसा जग में कहां कोई है,
हम तो सिर्फ उनके आभारी।


प्यार और तकदीर कभी,
साथ साथ नहीं चलते,
क्योकि जो तकदीर में,
होते है उनसे कभी प्यार नहीं होता,
और जिससे हमे प्यार हो,
जाता है वह तकदीर में नहीं होता।

राधा कृष्ण की आदातें इतनी प्यारी हैं, कि उनके बिना जीना मुश्किल हो जाता है।

प्यार का असली रंग राधा कृष्ण के मिलन से ही निखरता है।

राधा के प्यार का नाम कृष्ण है, और कृष्ण के प्यार का नाम राधा है।

प्यार का आदान-प्रदान राधा कृष्ण के बीच चलता है, जहां प्रेम की मिठास और विश्वास की गहराई होती है।

राधा कृष्ण के प्यार में खोने से मनुष्य को असली जीवन मिलता है।

राधा कृष्ण का प्यार विचारों को छूने की क्षमता रखता है।

जहां प्रेम होता है, वहां राधा कृष्ण की कृपा अवश्य होती है।

राधा कृष्ण के प्यार में उल्लास और आनंद की अनंत सीमा होती है।

राधा कृष्ण का प्यार सृष्टि के आदिम और अनंत रहस्यों को समझने की क्षमता देता है।

राधा कृष्ण का प्यार एक अद्वितीय बांधन है, जो स्वयं भगवान को भी बांध लेता है।

राधा कृष्ण की प्रेम कहानी जगत में अनुकरणीय है, क्योंकि वह सच्ची प्रेम की उच्चता दिखाती है।

राधा कृष्ण की जोड़ी भगवान की प्रीम लीला का सबसे मधुर और आदर्श उदाहरण है।

प्रेम का वही सच्चा स्वरूप है जो राधा कृष्ण की प्रेम लीला में दिखता है।

राधा कृष्ण का प्यार हृदय को आनंद और शांति से भर देता है।

प्रेम में अपारता का एहसास राधा कृष्ण की प्यार भरी वाणी से होता है।

राधा कृष्ण का प्यार विश्व को सत्यता की ओर आगे ले जाता है।

प्रेम का रंग राधा कृष्ण की लीलाओं में गहराई तक बढ़ता है।

राधा कृष्ण के प्यार में समरसता और सहगामीता होती है, जैसे की धूप और छाया का संगम।

प्रेम की वह अद्भुत ताकत है जो राधा कृष्ण को सदैव साथ बांधे रखती है।

राधा कृष्ण का प्यार अनंत सत्यता और आनंद का स्रोत है।

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