कोयना बांध की पुरी जानकरी Koyna Dam Information In Hindi

Koyna Dam Information In Hindi हॅलो ! इस पोस्ट में हम आपको कोयना बांध के बारे में जानकारी देने वाले हैं। कोयना बांध महाराष्ट्र में स्थित सबसे बड़ा बांध हैं। यह बांध कृष्णा नदी की सहायक नदी असली नदी के तट पर स्थित है। सिंचाई और जलविद्युत इन चीजों की पुर्तता करने के लिए कोयना बांध बनवाया गया हैं। कोयना बांध महाराष्ट्र राज्य के सातारा जिले के पाटण तालुका में कोयनानगर गांव में स्थित हैं। कोयना बांध की लंबाई 807.72 मी और उंचाई 103.02 मी हैं। 1954 में इस बांध का कामकाज शुरू किया गया था और इस बांध का कामकाज साल 1967 में पुरा हुआ। कोयना बांध के पास ही शिवसागर झील स्थित हैं। कोयना बांध के बारे में विस्तार में जानकारी प्राप्त करने के लिए हमारी पोस्ट अंत तक जरुर पढ़िए।

Koyna Dam Information In Hindi

कोयना बांध की पुरी जानकरी Koyna Dam Information In Hindi

कोयना बांध के बारे में जानकारी –

कोयना बांध महाराष्ट्र राज्य के सातारा जिले के पाटण तालुका में कोयनानगर गांव में स्थित हैं। कोयना बांध महाराष्ट्र में स्थित सबसे बड़ा बांध हैं। यह बांध कृष्णा नदी की सहायक नदी असली नदी के तट पर स्थित है। कोयना बांध की लंबाई 807.72 मी और उंचाई 103.02 मी हैं। सिंचाई और जलविद्युत इन चीजों की पुर्तता करने के लिए कोयना बांध बनवाया गया हैं। 1954 में इस बांध का कामकाज शुरू किया गया था और इस बांध का कामकाज साल 1967 में पुरा हुआ।
कोयना बांध यह बहुत ही अच्छा पर्यटन क्षेत्र बन गया हैं। देश विदेश से पर्यटक पर्यटन के लिए कोयना बांध पर आते हैं। कोयना बांध के पास ही शिवसागर झील स्थित हैं।

कोयना बांध के आसपास घुमने के लिए जगह-

  • कोयना वन्यजीव अभयारण्य-

कोयना वन्यजीव अभयारण्य यह एक बहुत ही घना जंगल हैं। इस अभयारण्य में अलग अलग तरह की वनस्पति हैं। इस अभयारण्य का क्षेत्रफल 423 वर्ग किमी हैं। मानसून का समय इस जगह पर घुमने के लिए जाने के लिए बहुत ही अच्छा है। इस अभयारण्य में भारतीय बाइसन, बंगाल टाइगर, भारतीय तेंदुए, स्लाॅथ भालू इस तरह के अलग अलग प्राणी देखने को मिलते हैं।

  • नेहरू गार्डन –

नेहरू गार्डन का नाम पं. जवाहरलाल नेहरू जी के नाम पर रखा गया है। कोयनानगर से दो किमी दुरी पर स्थित यह एक बहुत ही अच्छा पर्यटन स्थल हैं। इस गार्डन में अलग अलग तरह के पेड़ हैं। इस जगह पर आने से पर्यटकों को बहुत सुकून महसूस होता हैं। इस जगह पर थोड़ी देर आराम करने से बहुत अच्छा लगता हैं।

  • वासोटा किला-

वासोटा किले को नंदुगढ इस नाम से भी जाना जाता है। यह जगह घने जंगल से घिरी हुई हैं। पैदल यात्रा करने के लिए भी यह जगह बहुत अच्छी हैं। इधर बहुत लोग ट्रेकिंग करने के लिए आते हैं। ट्रेकिंग करने के लिए यह जगह बहुत लोकप्रिय हैं। इस किले से वन्यजीव अभयारण्य का सुंदर दृश्य भी देखने को मिलता हैं।

  • शिवसागर झील –

कोयना बांध के पास ही शिवसागर झील स्थित हैं। यह जगह पर्यटन के लिए बहुत ही अच्छी हैं। इस झील में आप स्पीड बोटींग, स्कूटर बोटींग का भी आनंद ले सकते हैं। शिवसागर झील से आप बामोनोली और तपोला इन गांवों में भी बहुत ही जल्दी पहुंच सकते हैं।

  • भैरवगढ किला –

भैरवगढ़ किला महाराष्ट्र में कलसुबाई – हरिश्चंद्रगढ वन्यजीव अभयारण्य के मध्य में स्थित सबसे पुराने किलों में से एक किला हैं। ऐसा कहा जाता हैं की यह किला 2500 साल पुराना है। अभयारण्य से किले तक जाने के लिए एक रास्ता ‌‌हैं। उधर आप ट्रेंकिंग का आनंद लेते भी जा सकते हैं। भैरवगढ़ किले पर एक सुंदर मंदिर हैं। इस मंदिर पर सुंदर नक्षी हैं। इस मंदिर में भैरी देवी और तुला देवी की मुर्तियां हैं। इस मंदिर के आसपास की जगह ट्रेकिंग करने के लिए बहुत ही अच्छी हैं।

  • श्री राम मंदिर –

चाफल में एक राम मंदिर हैं। यह राम मंदिर छत्रपती शिवाजी महाराज के काल से स्थित हैं। संत रामदास स्वामी ने इस मंदिर का निर्माण किया था। अंगापुर में एक नदी के तट पर एक मुर्ती मिली थी। यह मुर्ती भगवान सुर्य की हैं और इस मुर्ती में दोनों हाथों में कमल के फुल हैं। संत रामदास स्वामी ने इस मुर्ती को भगवान राम की उपमा दी हैं। इस वजह से इस मंदिर को भी श्री राम मंदिर इस नाम से जाना जाता है। इस मंदिर को संगमरमर से बनवाया गया हैं। इस मंदिर को छत्रपती शिवाजी महाराज और रामदास स्वामी के मिलन की जगह के रूप से भी देखा जाता हैं। इस जगह की वास्तुकला भी बहुत अच्छी हैं। इधर अलग अलग तरह की वनस्पति भी हैं। यह सब देखकर पर्यटक बहुत ही खुश हो जाते हैं।

  • ठोसेघर वाॅटर फाॅल –

ठोसेघर वाॅटर फाॅल सातारा से 26 किमी के दुरी पर स्थित है। सातारा में घुमने‌ के लिए यह एक बहुत ही अच्छी जगह हैं। मानसून में यहां बहुत पर्यटक घुमने के लिए आते हैं। इस जगह पर बहुत ही उंचे उंचे झरने हैं। इस झरनों से जोर से नीचे पानी गिरता हैं उसकी गड़गड़ाहट भी पर्यटकों को बहुत अच्छी लगती हैं। इधर की हवा बहुत ही शुद्ध हैं और यह जगह बहुत ही खुबसूरत हैं। इस जगह पर आने से पर्यटकों को बहुत ही अच्छा लगता हैं। इस जगह पर जाने के लिए आपको 10 रुपए एंट्री फी देनी पड़ती है। सुबह 9 से शाम 6 तक यह जगह पर्यटकों के लिए खुली रहती हैं।

FAQ –

कोयना बांध कहां पर स्थित है ?

कोयना बांध महाराष्ट्र राज्य के सातारा जिले के पाटण तालुका में कोयनानगर गांव में स्थित हैं।

कोयना बांध की लंबाई और उंचाई कितनी हैं ?

कोयना बांध की लंबाई 807.72 मी और उंचाई 103.02 मी हैं।

कोयना बांध का कामकाज कब शुरू और खत्म हुआ ?

1954 में इस बांध का कामकाज शुरू किया गया था और इस बांध का कामकाज साल 1967 में पुरा हुआ।

कोयना बांध किस नदी के तट पर स्थित है ?

कोयना बांध कृष्णा नदी की सहायक नदी असली नदी के तट पर स्थित है।

कोयना बांध के आसपास घुमने के लिए कौन कौनसी जगह हैं ?

कोयना वन्यजीव अभयारण्य, नेहरू गार्डन, वासोटा किला, शिवसागर झील, भैरवगढ किला, ठोसेघर वाॅटर फाॅल, श्री राम मंदिर यह कोयना बांध के आसपास घुमने के लिए जगह हैं।

इस पोस्ट में हमने आपको कोयना बांध के बारे में जानकारी दी हैं। हमारी पोस्ट शेयर जरुर किजिए। धन्यवाद !

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