Women Self Respect Quotes In Hindi आज के समय में वैसे औरते आदमियों से भी अधिक काम कर रही है यह एक घर की बात नहीं है बल्कि यह सब घर की बात है जैसे घर का काम हो, खाना पकाना हो, कपडा धोना हो, या फिर अन्य कोई काम हो। मगर इस सभी का क्रेडिट वैसे उनको मिलता ही नहीं है और इस में यह उम्मीद किया जाता है की महिलाये आदमियों से सभी सत्र में बराबरी में रहे। तो आज हमारे यह कोट्स में से कोई कोट्स सेलेक्ट कीजे और आपने घर की महिलाओ के काम को सलूट कीजे और उनका तारीफ कीजे हमारे यह सभी पोस्ट के Women self respect quotes in hindi जरिये से।
खुद को इतना मजबूत और बेहतर बनाओ,
कि आपको किसी का सहारा लेने की जरूरत ही न पड़े।
किसी को औकात दिखाना ये जरूरी नही,
पर कोई हमारी औकात की बात करे ये भी सही नही।
दूसरों की नजर में खुद की भी इज्जत होती है,
क्योंकि सेल्फ रिस्पेक्ट बहुत बड़ी चीज होती है।
दुसरो पर भरोसा करने से अच्छा,
खुद पर भरोसा करना बेहतर है।
नारी हूं लड़ सकती हूं जब आत्म-सम्मान की बात आती है,
तो पीछे नही हटती हूं बल्कि डट जाती हूं।
खुद को किसी से भी कम नही समझना चाहिए,
जो वक्त के साथ चलता है वही सच्चा इंसान होता है।
जहां पर सम्मान होता है वही पर रहना अच्छा लगता है,
जहां पर सम्मान नहीं होता, वहां पर रहना भी अच्छा नहीं होता।
जिस घर में नारी का सम्मान होता है,
उस घर में देवता का निवास होता है।
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जिंदगी में एक ही बात सीखी,
बिना सेल्फ रिस्पेक्ट के जिंदगी नही जीनी।
दुनिया में किमत तो हर चीज की होती है,
इंसान हो या चाहे कोई वस्तु सबको रिस्पेक्ट देना चाहिए।
सारा संसार होता है जिसका आभारी वही तो हूं मैं एक नारी,
जहां पर सेल्फ रिस्पेक्ट की बात आती है वहां पर होती है सब पर भारी।
अगर हम खुद ही खुद की इज़्ज़त नहीं करेंगे,
तो दुनिया में कोई और हमारी इज़्ज़त नहीं करेगा।
जगत सारा जिसका आभारी है वह बेटी है, बहन है, बहु है, वही नारी है।
जिस घर में स्त्री को मान नहीं मिलता उस कुल को जगत में कहीं सम्मान नहीं मिलता।
हर लड़की की इज़्ज़त कीजिए या फिर अपनी माँ बहन को भी बेइज़्ज़त कीजिए।
स्त्री नाम के सूर्य को दबाइए मत इसे उगने दीजिए और फिर देखिए पूरा समाज रौशनी से प्रज्ज्वलित हो उठेगा।
एक आदमी पैसों से घर बनाना जानता है, पर एक स्त्री उस घर को चलाना जानती है।
स्त्री सर पर चढ़ना नहीं चाहती बस वह पुरुष के क़दमों में न बैठ कर कंधे से कन्धा मिला कर चलना चाहती है।
‘मर्दाना कमजोरी’ के नाम पर रंगी हुई हैं शहर की दीवारें, और लोग कहते हैं कि औरत कमजोर है
अगर आप किसी स्त्री का प्यार पा लेते है तो समझिये आपने जीवन जीने का आधार पा लिया है
अगर किसी बेटी या बहन को हमारी वजह से रास्ता बदलना पड़े तो गली की कुत्ते और हम में कोई फर्क नहीं है
अगर लड़की की इज़्ज़त नहीं कर सकते तो मत करो पर उसकी बेइज़्ज़ती तो मत करो
अपने आप की इज़्ज़त आपको सबसे पहले करना चाहिए
अब तराशने दो मुझको अपने तरीकों से तुम्हारे तौर तरीकों ने तो मुझे चूर चूर ही कर दिया
अभी रौशन हुआ जाता है रास्ता वो देखो एक औरत आ रही है
आत्म सम्मान कमाना है तो खुद को और खुद की इज़्ज़त को कमाओ पहले।
आदमी अपनी किस्मत नहीं बनाता है बल्कि औरत उसकी किस्मत तय करती है।
आप अपने आप की जरूरत सबसे पहले है।
आप अपने आप को कभी भी किसी भी प्रकार की हानि ना पहुचायें।
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आप अपने आप को परख ले फिर किसी और को परखने की जरुरत नहीं पड़ेगी।
आप अपने फर्ज से मुख मोड़ सकते है लेकिन एक स्त्री अपने फर्ज को कभी अधुरा नही छोडती है.
आपका मूल्य आप जानते है फिर दूसरों से क्या पूछना।
इज़्ज़त अकेले पन में बेहतर होता है, वरना सब कुछ अलग ही अंदाज़ में रहता है।
इस दुनियां में हर चीज से समझौता कर सकते है अपने आत्म सम्मान से नहीं।
उपहार भेंट है नारी रब की नारी है शक्ति नर की करता सम्मान जो नारी का शोभा है नारी उसके घर की
उस प्रकार के पुरुष बनें जैसा आप अपनी बेटी के लिए चाहते हैं
उसे अपना EGO पसंद था और मुझे अपना SELF RESPECT।
एक औरत होना बहुत मुश्किल काम है, क्योंकि इसमें मुख्य रूप से पुरुषों को झेलना होता है।
एक के घर की खिदमत की एक की दिल से मोहब्बत की दोनों फ़र्ज़ निभा कर उसने सारी उम्र इबादत की
एक नारी किसी भी समय, कही भी, कोई भी स्थिति का सामना बहादुरी से कर सकती है।
एक माँ को असली ख़ुशी तब होती है जब उसकी बेटी ससुराल से मुस्कुराते हुए घर वापस आती है
एक लड़की की इज्जत करना उसे खूबसूरत कहने से भी ज्यादा खूबसूरत है
एक स्त्री ही ऐसी होती है जो बड़े से बड़े दुखो के पहाड़ को आसानी से ढो लेती है.
एक स्त्री ही है जो अपने पूरे जीवन को सिर्फ दुसरो के लिए जीती है
औरत को प्यार से जीता जा सकता है लेकिन स्त्री को समझने में पूरी जिन्दगी आपकी खत्म हो सकती है.
औरत को हर वक्त कम अक्ल का ताना देने वाले लोग उसकी जरा सी अदा पर अक्ल खो देते हैं
औरत ढूढ़ रही साथ देने वाला आदमी उस समाज में जहां आदमी सिर्फ
औरतें प्यार करने के लिए बनी हैं, समझने के लिए नहीं।
औरतों को अपने जीवन में सिर्फ तीन चीजें चाहिए होती हैं : भोजन , पानी , और तारीफ़
कम नहीं ये किसी से साबित कर दिखलाएंगी खोल दो बंधन इनके हर मंजिल पा जाएँगी
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किसी भी मुसीबत के आगे आत्मसमर्पण करना वरना आत्मसम्मान खराब हो जाएगा।
किसी भी स्त्री को प्रेम से जीता जा सकता है, सिवाय उसे समझने में आपकी पूरी जिंदगी निकल सकती है।
कुछ लोग कहते हैं कि औरत का कोई घर नहीं होता लेकिन सच तो यह है कि औरत के बिना कोई घर नहीं होता
घर कोई स्वर्ग बनती नारी घर की इज्जत होती नारी देव भी करते पूजा जिसकी ऐसी प्यारी मूरत नारी
चरित्र अगर कपड़ो से तय होता तो कपड़ों की दुकान मंदिर कहलाती महिलाओं का सम्मान करो चाहे वो किसी भी लिबास में हों
जब तक तुम डरते रहोगे तुम्हारी जिंदगी के फैसले और लोग लेंगे
जब बात स्वाभिमान की हो तो दोस्त भी छोड़ देना कोई बड़ी बात नहीं।
जब है नारी में शक्ति सारी, तो फिर क्यों नारी को कहें बेचारी
ज़बरदस्ती के साथ से अकेलापन बहुत बेहतर है।
जरा बेटी कह कर पुकारो बहु भी मुस्कुराना चाहती है
जहाँ आत्म सम्मान न हो, वो जगह मेरे लिए श्मशान के सामान है।
जहां एक महिला है, वहां जादू है।
जहां स्त्री का आदर और सम्मान होता है, वहां देवता निवास करते हैं।
ज़िंदगी जीने का तरीका और मायना अपना अपना होना चाहिए।
जिस घर की औरतें खुले मन से मुस्कुराती हैं, खुशियाँ वहाँ दौड़ी चली आती हैं।
जिस घर में औरत खुले मन से मुस्कुराती है, उस घर में खुशियां दौड़ी चली आती हैं
जिस दिन अपना Profit और अपना Loss समझ आ जायेगा, अपनी इज़्ज़त भी समझ आ जायेगी।
जीने में आनंद लेना एक महिला का सबसे अच्छा कॉस्मेटिक है।
जो पैसे मांगते हैं उन्हें भीख दीजिए बेटी नहीं
तुम अपनी ज़िंदगी की कहानी का नायक खुद बनो।
नाम बेशक मेरा छोटा है, लेकिन अपना है।
नारी की करूणा अंतर्जगत का उच्चतम विकास है जिसके बल पर समस्त सदाचार ठहरे हुए हैं.
नारी तुम प्रेम हो , आस्था हो, विश्वास हो, टूटी हुई उम्मीद की एकमात्र आस हो
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पुरुष हमेशा महिलाओं का पहला प्यार होना चाहते हैं – महिलाएं पुरुषों का आखिरी रोमांस.
पूरी तरह टूट के मुस्कुराने का मज़ा ही कुछ और है।
पूरे विश्व में चाहे कितनी भी सुंदर वस्तु देख ले लेकिन वह नारी के सुन्दरता के आगे कुछ भी नही है.
बचपन से सिखाइए पुरुष को स्त्रियों का सम्मान करना ताकि, वह केवल अपनी माँ की ही नहीं दूसरों की माँ की भी इज़्ज़त करे।
बेवजह बेझिझक मुस्कुराया करो तुम औरत हो ये सोच के खुद में मत सिमट जाया करो
मर्द की ऊँची आवाज़ औरत को चुप करा सकती है
महिलाएं क़ीमती सामान अब खुद खरीद सकती है, उन्हें पुरुषों से केवल सम्मान चाहिए।
महिलाएं समाज की वास्तविक वास्तुकार होती हैं, आप तो गलियों की बात करते हैं लड़कियां तो यहां गर्भ में भी सुरक्षित नहीं
महिलाएं समाज की वास्तविक शिल्पकार होती हैं।
महिलायें समाज की वास्तविक शिल्पकार होती हैं।
माँ, बहन, पत्नी और बेटी है वो जीवन के हर सुख दुःख में शामिल है वो
मुझे नहीं पता उंची एड़ी के जूतों का आविष्कार किसने किया पर सभी महिलाएं उसकी बड़ी कर्जदार हैं
मेरी ज़िंदगी का उसूल, इज़्ज़त दो इज़्ज़त लो।
मेरे खाने में थोड़ी कमी हो सकती है, पर जो भी हो इज़्ज़त पूरी होनी चाहिए।
मैं अपनी खासियत ढूंढ रहा हूँ, शख्सियत खुद ब खुद लोग जान ने लगेंगे।
मैं जीती नहीं हूँ अबतक लेकिन मैंने हार भी कहाँ मानी है
मौन औरतों के लिए एक आभूषण है।
यदि आप कुछ कहना चाहते हैं, तो एक आदमी से पूछो; यदि आप कुछ करना चाहते हैं, तो एक महिला से पूछो
यदि नारी सुरक्षित है तभी हमारा भविष्य भी सुरक्षित है।
रोटी कम हो लेकिन इज़्ज़त की हो।
लेकिन औरत की ख़ामोशी मर्द की बुनियाद हिला देती है
लोग कहते हैं कि औरत का कोई घर नहीं होता पर सही तो ये है कि औरत के बिना कोई घर नहीं होता
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लोगों की इतनी भी कदर ना करो की लोग तुम्हें गिरा हुआ समझने लगे।
वह जन्म देती है, वह मौत से बचाती है, वह आगे बढ़ाती है, वह औरत कहलाती है ।
सबसे अच्छी सुरक्षा जो किसी भी महिला के पास हो सकती है, वह साहस है।
सबसे सुदृढ़ समाज वही है जहाँ स्त्रियों को, सम्मान के लिए संघर्ष न करना पड़े।
समझदार बहुत हैं वो लोग जो खुद को सबसे पहले रखते हैं हर परिस्थिति में।
समाज जब नारी को शक्ति समझकर पूजता है, तब वह उन्नति करता है।
स्त्री अपने कंधो पर सब कुछ ले जाती है, और मुस्कुराते हुए अंत में गंतव्य तक पहुँचाती भी है ।
स्त्री की उन्नति में ही राष्ट्र की उन्नति है
स्त्री पुरूष की साथी, समान मानसिक क्षमता वाली होती हैं ।