Uttarakhand Information In Hindi उत्तराखंड भारत में उत्तर दिशा में स्थित राज्य हैं । उत्तराखंड की राजधानी देहरादून हैं । उत्तराखंड का सबसे बड़ा शहर देहरादून हैं । उत्तराखंड का क्षेत्रफल 53,483 वर्ग किमी हैं । उत्तराखंड में 13 जिले हैं । उत्तराखंड की जनसंख्या 10,086,292 हैं । उत्तराखंड की राजभाषा हिंदी , संस्कृत , गढ़वाली , कुमाऊनी हैं । उत्तराखंड का राजकीय पशु कस्तुरी मृग हैं । उत्तराखंड का राजकीय पक्षी मोनाल हैं ।
उत्तराखंड राज्य की पूरी जानकारी Uttarakhand Information In Hindi
उत्तराखंड का भूगोल –
उत्तराखंड का क्षेत्रफल 53,483 वर्ग किमी हैं। उत्तराखंड के पूर्व में नेपाल , उत्तर में तिब्बत ( चीन ) , उत्तर पश्चिम में हिमाचल प्रदेश और दक्षिण में उत्तर प्रदेश हैं । उत्तराखंड का 86.07% क्षेत्र पर्वतीय हैं और 13.93% क्षेत्र मैदानीय हैं । भागीरथी , भिलंगना , काली , पूर्वी रामगंगा , यमुना , टौंस , सरयू , नंदाकिनी , मंदाकिनी यह उत्तराखंड की नदियां हैं ।
उत्तराखंड की अर्थव्यवस्था –
उत्तराखंड की अर्थव्यवस्था मुख्यता: कृषी आधारित हैं । उत्तराखंड की 90% जनसंख्या कृषी क्षेत्र पर निर्भर हैं। अनाज , दालें , प्याज , तिलहन , मुंगफली , सोयाबीन , बासमती चावल , गेंहू , सेब , संतरे , लीची इसकी फसल उत्तराखंड में की जाती हैं । यहां बड़े उद्योग और लघु उद्योग भी हैं । उत्तराखंड में इलेक्ट्रॉनिक उद्योग , लकड़ी का फर्नीचर , ऊनी कपड़े उद्योग , कागज , खिलौने यह उद्योग भी किये जाते हैं । उत्तराखंड में चूना पत्थर , डोलोमाइट , राॅक फाॅस्फेट , मैग्नेसाइट , काॅपर ग्रेफाइट , जिप्सम यह खनिज भी पाये जाते हैं ।
उत्तराखंड का आहार –
काफुली उत्तराखंड के लोगों को पसंद हैं । यह पालक , मेथी के पत्ते , नमक , मसाले के साथ पकाया जाता हैं । इसे चावल या गेंहू में पानी मिलाकर तैयार हुए पेस्ट से बनी ग्रेवी के साथ परोसा जाता हैं । भांग की चटनी भी उत्तराखंड के लोगों को लोकप्रिय हैं । इसे भांग , इमली , मसालों के साथ बनाया जाता हैं । इसके अलावा उत्तराखंड में फानू , बाड़ी , कंडाली का साग , चैनसू , कोदे की रोटी , गहत के पराठे यह व्यंजन भी उत्तराखंड के लोगों को पसंद हैं ।
उत्तराखंड के त्यौहार –
1 ) फूल देई उत्सव –
यह उत्सव उत्तराखंड में प्रसिद्ध उत्सव हैं । इसे फसल उत्सव के रूप में भी जाना जाता हैं । यह त्यौहार मार्च या अप्रैल महिने में मनाया जाता हैं । यह त्यौहार वसंत ऋतु और फसल के जश्न के रूप में मनाया जाता हैं । इस मौसम में फूल खिलते हैं और देई नाम का व्यंजन स्थानीय लोगों द्वारा पकाया जाता हैं । इसे गुड़ , दही और आटे का उपयोग करके बनाया जाता हैं । युवा लड़कियां इस त्यौहार पर घर – घर जाकर ‘ फूल देई ‘ के लोकगीत गाती हैं और गुड़ , चावल और नारियल का प्रसाद बांटते हैं ।
2 ) गंगा दशहरा –
गंगा दशहरा उत्तराखंड राज्य का प्रसिद्ध त्यौहार हैं । यह ज्येष्ठ माह के दसवे दिन मतलब मई या जून महिने में होता हैं । यह त्यौहार स्वर्ग से पवित्र गंगा नदी के आगमन के जश्न के रूप में मनाया जाता हैं । हरिद्वार , ऋषिकेश , इलाहाबाद के गंगा घाटों पर यह त्यौहार बहोत उत्साह से मनाया जाता हैं । इधर दस दिन लोग पापों से छुटकारा पाने के लिए गंगा नदी में डुबकी लगाने के लिए आते हैं ।
3 ) बसंत पंचमी –
यह त्यौहार बसंत ऋतु के आने के जश्न रूप में मनाया जाता हैं । यह त्यौहार माघ मतलब जनवरी और फरवरी के महिने में मनाया जाता हैं । इस त्यौहार पर लोग पिले कपड़े पहनते हैं । इस त्यौहार पर लोग चौंफुला और झूमेलिया नृत्य करते हैं । इस त्यौहार पर देवी सरस्वती की पूजा की जाती हैं । इस दिन मीठे चावल सभी घरों में बनाये जाते हैं ।
4 ) हरेला –
यह त्यौहार श्रावण महिने में मतलब जुलाई या अगस्त महिने में कुमाऊं समुदाय के लोगों द्वारा मनाया जाता हैं । इस त्यौहार के कुछ दिन पहले पांच अनाज बोए जाते हैं और हरेला के दिन काटे जाते हैं । यह त्यौहार पौराणिक रूप में शिव पार्वती के विवाह को याद करता हैं ।
5 ) भिटौली –
हरेला त्यौहार के बाद भिटौली का त्यौहार आता हैं । यह चैत्र महिने में मतलब मार्च या अप्रैल महिने में मनाया जाता हैं । यह त्यौहार भाई बहन के प्रेम के प्रतीक के रूप में मनाया जाता हैं । इस त्यौहार पर भाई अपने बहनों को उपहार देते हैं ।
उत्तराखंड के पर्यटन स्थल –
1 ) केदारनाथ –
केदारनाथ मंदिर चारधाम यात्रा में से एक हैं । यह भगवान शिव के सबसे पवित्र तीर्थों में से एक हैं । यह अपने खुबसूरती के लिए जाना जाता हैं । यह हिमालय पर्वत के गोद में बसा हुआ हैं । यह एक धार्मिक स्थल हैं । मंदिर के आजुबाजु का परिसर भी अच्छा हैं । केदारनाथ में सोनप्रयाग , वासुकी ताल झील , त्रियुगी नारायण मंदिर , भैरवनाथ मंदिर , गौरीकुंड , रूद्र गुफा केदारनाथ यह जगह भी देखने के लिए हैं ।
2 ) ऋषिकेश –
यह जगह बहोत लोकप्रिय हैं । यह शहर गंगा नदी के किनारे बसा हुआ हैं । लक्ष्मण झूला गंगा नदी के उपर बना हुआ एक लोकप्रिय ब्रीज हैं । ऋषिकेश के त्रिवेणी घाट पर गंगा , यमुना और सरस्वती का संगम होता हैं । इधर बहोत लोग स्नान करने के लिए आते हैं । ऐसी मान्यता हैं की इधर स्नान और अनुष्ठान करने के बाद पापों से मुक्ति मिलती हैं ।
यहां शाम के समय गंगा आरती होती हैं उसका नजारा भी आकर्षक होता हैं । ऋषिकेश में परमार्थ निकेतन घाट , नीलकंठ महादेव मंदिर , भरत मंदिर , कैलाश निकेतन मंदिर , नीर गढ़ जलप्रपात , तेरा मंजिल मंदिर , शिवपुरी यह जगह भी देखने के लिए अच्छी हैं ।
3 ) नैनीताल –
यह शहर कुमाऊं पहाड़ियों के बीच स्थित हैं । इधर का वातावरण शांत हैं । नैनीताल में नैनीताल झील देखने के लिए अच्छी जगह हैं । इसे नैनी झील नाम से भी जाना जाता हैं । इधर का सूर्यास्त भी बहोत अच्छा होता हैं । यह जगह बोटिंग के लिए और शाम को सैर के लिए अच्छी हैं ।
इको पार्क भी पर्यटकों को अच्छा लगता हैं । इधर कुछ जानवरों की गुफा देखने को मिलती हैं । इधर आप संगीतमय फव्वारे का आनंद भी ले सकते हैं । नैनीताल में माल रोड , नैना देवी मंदिर , स्नो व्यू पाॅईंट , टिफिन टाॅप यह जगह भी देखने के लिए हैं ।
4 ) बद्रीनाथ –
बद्रीनाथ एक पवित्र शहर हैं । उत्तराखंड के चामोली जिले में अलकनंदा नदी के तट पर गढ़वाल पहाड़ी क्षेत्रों में बद्रीनाथ मंदिर स्थित हैं । यह मंदिर भगवान विष्णु को समर्पित हैं । यह चारधामों में से एक धाम भी हैं । बद्रीनाथ मंदिर जाने से पहले भक्त तप्त कुंड में डुबकी लगाते हैं । इसे भगवान अग्नी का घर माना जाता हैं । इधर का पानी गर्म होता हैं ।
ऐसा माना जाता हैं की इस पानी में औषधीय गुण होते हैं इससे त्वचा रोग का इलाज होता हैं । बद्रिनाथ में चरणपादुका , नीलकंठ चोटी , वसुधारा फाॅल्स , व्यास गुफा यह जगह भी देखने के लिए हैं ।
5 ) हरिद्वार –
हरिद्वार उत्तराखंड राज्य की पहाड़ियों के बीच स्थित एक प्रसिद्ध तीर्थस्थल हैं । हरिद्वार में हर की पौड़ी मतलब गंगा नदी का पवित्र घाट पर संध्या के समय आरती होती हैं । पूजारी हाथ में बड़े दिये पकड़कर आरती करते हैं । महाआरती का आवाज पूरे घाट में सुनाई देता हैं । यह देखने के लिए बहोत लोग आते हैं ।
हरिद्वार में मनसा देवी मंदिर भी लोकप्रिय मंदिर हैं । ऐसा मानना हैं की मनसा देवी भक्तों की मनोकामना पूरी कर देती हैं । हरिद्वार में चंडी देवी मंदिर , राजाजी नॅशनल पार्क , भारत माता मंदिर , वैष्णो देवी मंदिर , सप्तऋषी आश्रम , चिल्ला वन्यजीव अभयारण्य यह जगह भी देखने के लिए हैं ।
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उत्तराखंड का दूसरा नाम क्या है?
उत्तरांचल
उत्तराखंड का सबसे बड़ा शहर कौन सा है?
देहरादून
उत्तराखंड की खासियत क्या है?
उत्तराखंड को अगर देवभूमि की उपाधि प्रदान की गई है तो ऐसे ही नही की गई। यहां सच में देव ही बस्ते है, प्राकृतिक सुंदरता का वरदान इस भूमि को मिला है, भौगोलिक दृष्टि से बहुत ही कठिन पर्यवेश में भी साफ़ सुन्दर और ईमानदारी से जीवन व्यापन करने वाले लोग आपको बस यही मिलेंगे।
उत्तराखंड क्या प्रसिद्ध है?
इसके धार्मिक महत्व और राज्य भर में पाए जाने वाले कई हिंदू मंदिरों और तीर्थ केंद्रों के कारण इसे अक्सर “देवभूमि” (शाब्दिक रूप से ‘देवताओं की भूमि’) कहा जाता है। उत्तराखंड हिमालय, भाबर और तराई क्षेत्रों के प्राकृतिक वातावरण के लिए जाना जाता है।