त्रिपुरा राज्य की पूरी जानकारी Tripura Information In Hindi

Tripura Information In Hindi त्रिपुरा भारत के उत्तर – पूर्वी सीमा पर स्थित भारत का एक राज्य हैं । त्रिपुरा की राजधानी अगरतला हैं । त्रिपुरा का सबसे बड़ा शहर अगरतला हैं । त्रिपुरा का क्षेत्रफल 10,492 वर्ग किमी हैं । त्रिपुरा में 8 जिले हैं । त्रिपुरा की जनसंख्या 36,73,917 हैं । त्रिपुरा की बंगाली , कोकबोरोक और अंग्रेजी यह राजभाषा हैं । यह एक पहाड़ी राज्य हैं । इस राज्य में घने जंगल , पहाड़ , नदीया और जलप्रपात हैं ।‌ त्रिपुरा चाय और जुट उत्पादन के लिए प्रसिद्ध हैं । यहां हस्तशिल्प और हथकरघा उद्योग भी किए जाते हैं ।

Tripura Information In Hindi

त्रिपुरा राज्य की पूरी जानकारी Tripura Information In Hindi

त्रिपुरा का भुगोल –

त्रिपुरा का क्षेत्रफल 10,492 वर्ग किमी हैं । यह भारत का तीसरा सबसे छोटा राज्य हैं । त्रिपुरा एक पहाड़ी क्षेत्र हैं । त्रिपुरा के तीन तरफ बांग्लादेश हैं और उत्तर – पूर्व में असम और मिजोरम हैं । गोमती , धलाई , बुरिमा , खोवाई , मुहूरी , जूरी , फेरी यह त्रिपुरा की नदीयां हैं ।

त्रिपुरा की अर्थव्यवस्था –

त्रिपुरा की अर्थव्यवस्था ज्यादा से ज्यादा खेती पर निर्भर हैं । खेती में त्रिपुरा की मुख्य फसल चावल हैं । इसके अलावा त्रिपुरा में जूट , गन्ना ,कपास , फल , चाय की भी फसल होती हैं । त्रिपुरा में मत्स्य पालन भी किया जाता हैं । त्रिपुरा में हस्तशिल्प और हथकरघा उद्योग भी हैं ।

त्रिपुरा का आहार –

त्रिपुरा के लोगों को चावल , चिकन , मटन , हाॅग , मछली पसंद हैं । त्रिपुरा के लोगों को मुई बोरोक यह व्यंजन भी पसंद हैं । इसे टमाटर , प्याज , आलू , करेला , लाॅकी , मछलीयों से बनाया जाता हैं । कोसोई ब्वबटी यह वेजीटेरियन व्यंजन हैं ।

यह एक सब्जी हैं । इसे चावल के साथ खाया जाता हैं । इसके अलावा त्रिपुरा के लोगों को चावल सब्जी मटन , माॅसडेंग सेरमा , गुडोक , भांनगुई , पंच फोडन तरकारी , चुआक , मोमो यह व्यंजन भी पसंद हैं ।

त्रिपुरा के त्यौहार –

1 ) गंगा पुजा उत्सव –

यह त्यौहार मार्च , अप्रैल या मई महिने में आयोजित किया जाता हैं । यह त्यौहार गर्भवती महिलाओं की सुरक्षा और अच्छे स्वास्थ्य की प्रार्थना करने के लिए मनाया जाता हैं । यहां बकरी , हंस और अन्य प्राणीयोंकी बली देते हैं । यह त्यौहार मनाने के लिए नदी के बीच बांस मंदिर स्थापित किया जाता हैं । यह त्रिपुरा का लोकप्रिय त्यौहार हैं ।

2 ) खारची मेला –

यह त्यौहार जुलाई में अमावस्या के आठवें दिन होता हैं । यह त्यौहार त्रिपुरा में लोकप्रिय हैं । त्रिपुरा के राजाओं ने चतुर्दश देवता मंदिर में 14 देवी – देवताओं की पूजा करने के लिए खारची मेला शुरू किया था । यह त्यौहार सात दिन मनाया जाता हैं । इस त्यौहार में बहोत लोग आते हैं ।‌

3 ) पौष संक्राती पर्व –

यह त्यौहार त्रिपुरा के लोग बहोत उत्साह से मनाते हैं । यह त्यौहार पौष महिने में आयोजित किया जाता हैं । यह त्यौहार सूर्य देवता की पूजा करने के लिए होता हैं । यह त्यौहार गोमती नदी के तट पर होता हैं ‌।

4 ) दिवाली –

यह त्यौहार त्रिपुरा में बहोत उत्साह से मनाया जाता हैं । यह त्यौहार हर साल अक्टुबर या नवंबर महिने में मनाया जाता हैं । इस त्यौहार में देवी काली की पूजा की जाती हैं । इस त्यौहार के दौरान दिये जलाते हैं । त्यौहार होने के बाद त्रिपुरा में एक मेला होता हैं ।

5 ) गरिया पूजा –

इस त्यौहार में बाॅंस के खंबे की पूजा करते हैं । यह त्यौहार फसल के त्यौहार के रूप में मनाया जाता हैं । भगवान गरिया को बच्चे , शांती , धन , पशुधन प्रदान करने वाला भी माना जाता हैं । इसलिए भी यह त्यौहार मनाया जाता हैं । इस दिन देवी दुर्गा का स्मरण भी करते हैं । उत्सव के चौथे दिन मुर्ती विसर्जित करते हैं ।

त्रिपुरा के पर्यटन स्थल –

1 ) उज्जयंत पैलेस –

उज्जयंत पैलेस एक शाही महल हैं । महल में सार्वजनिक हाॅल , दरबार हाॅल , सिंहासन कक्ष , पुस्तकालय और स्वागत कक्ष हैं ।‌ इस पैलेस में शानदार टाइल वाले फर्श , सुंदर दरवाजे , घुमावदार लकड़ी के छत हैं ।

यह एक वर्ग किलोमीटर तक फैला हुआ हैं । इसका नाम रवींद्रनाथ टैगोर ने रखा हैं । इस पैलेस की वास्तुकला बहोत ही अच्छी हैं ।

2 ) नीरमहल –

इस महल का निर्माण महाराजा बीर बिक्रम किशोर माणिक्य ने किया था । यह अगरतला में 53 किमी के दूरी पर स्थित हैं । यह महल रूद्रसागर झील के बीच में स्थित हैं । यहा पर आप बोट रायडींग कर सकते हैं ।

इसके अलावा इधर पानी के खेल भी खेलने को मिलते हैं । यहां पर रूद्रसागर झील के शांत पानी में महल का प्रतिबिंब बहोत ही अच्छा दिखता हैं । रूद्रसागर में जुलाई और अगस्त महिने में नाव उत्सव आयोजित करते हैं ।

3 ) त्रिपुरा सुंदरी –

‌ यह मंदिर त्रिपुरा के उदयपुर शहर से 30 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है । इस स्थान पर माता सती के सीधे पैर और उंगलियां गिरी थी। देवी त्रिपुरा सुंदरी भगवान शिव की पत्नी देवी पार्वती का अवतार है।

यह दशमहाविद्या में से एक है । यह स्थान 51 शक्तिपीठों में से एक है । यह मंदिर त्रिपुरा के प्रमुख पर्यटन स्थलों में से एक है। यहां बहोत भक्त दर्शन करने के लिए आते हैं‌ ।

4 ) रंगमती –

यह स्थान अगरतला से 55 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। यहां पर कृत्रिम झीले हैं । जगन्नाथ दिघी , अमर सागर , धनी सागर , बिजाॅय सागर यह झीले इस स्थान पर हैं । यह गांव गोमई नदी के तट पर स्थित हैं ।

इस गांव में बहोत मंदिर हैं । इस गांव का त्रिपुरा सुंदरी मंदीर बहोत प्रसिद्ध हैं । यह 51 शक्तिपीठों में से एक हैं । इधर कल्याण सागर मंदिर , भुवनेश्वर मंदिर , नजरूल ग्रंथगार पुस्तकालय यह जगह भी देखने के लिए हैं ।

5 ) सिपाइजल जैविक उद्यान –

यह उद्यान अगरतला से 28 किमी के दुरी‌ पर स्थित हैं । इस अभयारण्य में झील भी हैं । इसमें आप बोट रायडिंग भी कर सकते हैं । इस अभयारण्य में आपको बहोत जीव जंतु देखने को मिलेंगे । इस अभयारण्य में आपको हाथी की सफारी भी करने को मिलेगी । इधर बहोत सारी वनस्पतियां और काॅपी बागान भी हैं ।

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त्रिपुरा को भारत में कब जोड़ा गया?

1972


त्रिपुरा क्यों प्रसिद्ध है?

टूरिज्म के लिहाज से समृद्ध है.


त्रिपुरा की सीमा कितने देशों से लगती है?

बांग्लादेश और भूटान 

त्रिपुरा का राजा कौन है?

किरीट प्रद्योत देब बर्मन

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