Self Respect Quotes In Hindi

Self Respect Quotes In Hindi आत्म-सम्मान की भावना महसूस करना ख़ुद में विश्वास रखने के लिए बहुत महत्वपूर्ण है। जब आप खुद का सम्मान करते हैं, तब आप खुद को अपने जीवन के कई क्षेत्रों में सुधार करने की शक्ति देते हैं। यह आपके रिश्तों, आपके करियर और आपकी दिनचर्या पर प्रभाव डाल सकता है। इसलिए हम 100+ self respect quotes in Hindi लेकर आए हैं आपके लिए।

“इज़्ज़त अकेले पन में बेहतर होता है, वरना सब कुछ अलग ही अंदाज़ में रहता है।”

“किसी भी मुसीबत के आगे आत्मसमर्पण करना वरना आत्मसम्मान खराब हो जाएगा।”

“मेरे खाने में थोड़ी कमी हो सकती है, पर जो भी हो इज़्ज़त पूरी होनी चाहिए।”

“समझदार बहुत हैं वो लोग जो खुद को सबसे पहले रखते हैं हर परिस्थिति में।”

“आत्म सम्मान कमाना है तो खुद को और खुद की इज़्ज़त को कमाओ पहले।”

“लोगों की इतनी भी कदर ना करो की लोग तुम्हें गिरा हुआ समझने लगे।”

“आपका मूल्य आप जानते है फिर दूसरों से क्या पूछना।”

“आप अपने आप को परख ले फिर किसी और को परखने की जरुरत नहीं पड़ेगी।”

“इस दुनियां में हर चीज से समझौता कर सकते है अपने आत्म सम्मान से नहीं।”

“रोटी कम हो लेकिन इज़्ज़त की हो।”

“जिस दिन अपना Profit और अपना Loss समझ आ जायेगा, अपनी इज़्ज़त भी समझ आ जायेगी।”

“तुम अपनी ज़िंदगी की कहानी का नायक खुद बनो।”

जो खुद से मोहब्बत नहीं कर सकते वो अपनी मोहबात से मोहब्बत फिर कैसे करेंगे।

क़ीमती चीज़ों की क़ीमत लगाई जाती है बाज़ार में यह आत्म-सम्मान है साहब यह अनमोल है।

कोई आप का सम्मान करें न करें यह दूसरों की मर्ज़ी है पर लोग आपका निरादर न करें यह आपकी मर्ज़ी है।

लोग इतना मिलने के बाद भी बेवजह खुदा से फ़रियाद करते हैं, सच तो यही है की लोग खुदा को भी मतलब के लिए याद करते हैं।

ज़मीर बेच कर जो ज़मीन खरीद लेते हैं उस ज़मीन पर कोई फसल नहीं उगती।

घर बनाने में वक़्त तो लगता ही है जब पैसा इज़्ज़त की कमाई का होता है।

हर वक़्त खुद को सबसे ऊँचा समझना सही नहीं है कई दफा बेहतर परिणाम के लिए खुद को बेइज़्ज़त करना भी ज़रूरी है।

आत्म-सम्मान के धागों से सिली गई रिश्तों की बुनियादें कोई नहीं उधेड़ सकता।

अपना ही हाल इंसान ऐसा कर चूका है, बस शरीर ज़िंदा है ज़मीर मर चूका है।

इसमें कुछ गलत नहीं की खुद को सबसे ख़ास मत समझो, पर कम से कम खुद को बकवास मत समझो।

लोग आपके बारे में क्या सोचते हैं इस से फ़र्क़ नहीं पड़ता अपितु फ़र्क़ इस से पड़ता है की आप अपने बारे में क्या सोचते हैं।

कार्य करने के लिए कार्य मत कीजिए अपने आत्म-सम्मान के लिए कार्य कीजिए।

ऐसी जगह से दाना-पानी लेना भी बंद कर दो जहाँ से आत्म-सम्मान न मिले।

उस गली के चक्कर लगाना सही नहीं जहाँ के लोग आप से अपना पीछा छुड़ाने के चक्कर में हो।

लालच उस दीमक की तरह है जो आपकी आत्म-सम्मान की लकड़ी को खोखला कर देती है।

कभी कभी किसी की बात को अनसुना करना ज़रूरी है इसलिए नहीं की आप उनकी इज़्ज़त उछाले बल्कि इसलिए की आप अपनी इज़्ज़त बचा लें।

जीवन में अगर सबसे मूलयवान कुछ हैं तो वो हैं आत्मसम्मान।

लोगो से सम्मान पाने का केवल एक ही तरीका है की आप भी उनका सम्मान करना सीखे।

जीवन में चाहे कुछ भी बेकना पड़ जाये पर याद रहे भूल से भी आत्मसम्मान ना बिक जाये।

जो इंसान मांगकर नहीं बल्कि मेहनत कर के खाता हैं उस व्यक्ति का सम्मान समाज में बना रहता हैं।

आत्मसम्मान बढ़ाने के लिए आपको सर्वप्रथम लोगो की सहायता करनी होगी।

आत्मसम्मान को ऊँचा रखने के लिए आपको आर्थिक, मानसिक और शारीरिक रूप से आत्मनिर्भर होना होगा।

चापलूसी करने वाला व्यक्ति कभी भी अपना आत्मसम्मान समाज में ऊँचा नहीं कर पाता।

ज्ञान एक ऐसी चीज हैं जो व्यक्ति का आत्मसम्मान अपने आप ही बना देता हैं।

क्रोध व्यक्ति के आत्मसम्मान को निचे गिराने में ज्यादा समय नहीं लगाता।

आत्मसम्मान को बरकरार रखना आसान नहीं होता है, खास तौर पर उस दौर में जिस दौर में आत्मसम्मान से समझौता करने पर आपको कोई भी चीज आसानी से मिल जा रही हो।

 रिश्तो को लेकर समझौते करने ठीक हैं, लेकिन आत्मसम्मान को लेकर समझौता करना बिलकुल ठीक नहीं।

जो व्यक्ति दूसरे शक्श के आत्मसम्मान का भी मान रखना जानता हो वह व्यक्ति समाज में उच्च स्थान प्राप्त करने योग्य होता है।

अपनी जिंदगी में कभी भी पैसो के चककर में अपने आत्मसम्मान के साथ समझौता ना कर बैठना।

जीवन में पैसा कमाना इतना मुश्किल नहीं जितना मुश्किल आत्मसम्मान कमाना हैं।

श्रेष्ठ व्यक्ति वही कहलाया जाता है जिसने अपने जीवन में उच्च आत्मसम्मान कमाया हो।

अगर आप लोगो का विश्वाश जीतने में कामियाब हो जाते हैं तो आप अपने आप ही उनकी नजरो में खुद के लिए सम्मान बड़ा लेते हैं।

अगर आपकी नियत में खोट हैं तो समझ लीजिये की आप सम्मान पाने के लिए अयोग्य हैं।

आपकी सफलता आपके आत्मसम्मान पर चार चाँद लगा देती है।

आत्मसम्मान कमाने में कई वर्ष लग जाते हैं और इसे गवाने में एक क्षण भी नहीं लगता।

गरीब व्यक्ति को भी अपने आत्मसम्मान को बड़ा करने का हक़ होता है।

सम्मान बाजार से ख़रीदा नहीं जा सकता इसे कमाया जाता है।

लोग उसी शक्श का सम्मान करते है जो उनका सम्मना करना जानता है।

सम्मान अपने आप में ही एक बहुत बड़ी चीज है जो की पैसो से भी बढ़कर है।

जिस शख्स के अंदर गुरुर कूट-कूट के भरा हो उस शक्श को सम्मना कमाने में बहुत कठिनाई आती है।

दुनिया का सीधा सा नियम हैं सम्मान करो औऱ सम्मान पाओ।

सकारात्मक सोच रखने वाले इंसान को सभी लोग बेजिझक सम्मान देते है।

असफल इंसान को कोई भी सम्मान देना पसंद नहीं करता।

पैसा चाहे भले ही काम कमाओ लेकिन इस दुनिया में अपने लिए सम्मान बहुत कमाओ।

अगर आपको सम्मानित होना पसंद हैं तो आपको सर्वप्रथम सम्मान जनक कार्य भी करने होंगे।

जो शक्श अपने आत्मसम्मान को बेच देता फिर उसका दर्जा समाज में छोटा हो जाता है।

जहां गलती ना हो वहां झूको मत,
औट जहां इज्जत ना मिले वहां रुको मत..!!

उसकी इज्जत कभी मत करो,
जो आपकी इज्जत नहीं करता,
उसे अहंकार नहीं कहते,
उसे आत्म-सम्मान कहते हैं..!!

ख्वाहिश नहीं है हर कोई तारिफ करे,
लेकिन कोशिश यही है की कोई गलत न कहें..!!

अभिमानी व्यक्ति सभी की तुलना में खुद को बड़ा समझता है,
और स्वाभिमानी व्यक्ति सबको बराबर समझता है..!!

आत्म-सम्मान जिनका होता है,
वह अपना काम स्वयं करते हैं,
किसी के ऊपर निर्भर नहीं होते..!!

कभी भी सिर्फ खुद की आत्म-सम्मान के लिए,
किसी और के आत्मसम्मान को ठेस नहीं पहुँचाना चाहिए..!!

आत्म सम्मान की रक्षा करना हमारा पहला कर्तव्य है..!!

आत्मसम्मान सबका अधिकार होता है,
इसे पाने के लिए किसी को मजबूर नहीं किया जा सकता,
क्योंकि उनका भी आत्मसम्मान होता है,
और किसी के आत्मसम्मान को ठेस पहुँचाना नहीं चाहिए..!!

सम्मान उनका करना चाहिए,
जो लोगों का सम्मान करता है,
उन लोगों का नहीं जो,
हर वक्त लोगों का अपमान करते हैं..!!

सम्मान उन्ही रिश्तो में मिलते हैं,
जहाँ समझ हो समझौता नहीं..!!

आपके स्वभाव और संस्कार पर निर्भर होता है,
कि आपको कितना सम्मान मिलना चाहिए..!!

अहंकार गुस्सा और आत्म सम्मान की वजह से,
प्यार करने वालों को दूर होना पड़ता है..!!

आजकल दुनिया में वजह हो तो कद्र होती है,
वरना बेवजह कद्र कोई नहीं करता,
और बहुत कम लोग हैं जो बेवजह कद्र करते हैं..!!

बहुत दिनों बाद खुद से मुलाकात की है,
तेरे लिए खुद को खो दू ऐसा तेरा कूढ नहीं..!!

परवाह ना करो चाहे सारा जमाना खिलाफ हो,
चलो उस रास्ते पर जो सच्चा और साफ हो..!!

मैं अपनी तारीफ खुद ही कर लेती हूँ क्योंकि,
जमाने को रोक ही नहीं सकती अपनी बुराई करने से..!!

कोई दूसरा आपके साथ हो या ना हो,
आप खुद हमेशा अपने साथ रहेंगे..!!

जिस दिन तुम खुद के लिए जीना शुरू कर दोगे,
उस दिन हर परिक्षा में पास हो जाओगे..!!

इंसान कितने भी branded कपडे पहनता है,
उससे उसकी कोई value नही होती ,
वो दूसरो के साथ कैसा रहता है ये important है..!!

जब छोटे मुड़कर जवाब देने लगे तो शांत हो जाना चाहिए,
लिहाज रखना हैं या सम्मान बचाना है सोच लेना चाहिए..!!

लोगो के बीच ऐसे रहो जैसे 32 दाँत के बीच जीभ,
टच में सभी के रहना है लेकिन दबना किसी से नही है..!!

घमड़ी नहीं हूँ साहब,
बस जहाँ दिल न लगे वहाँ बात करना आदत नहीं है मेरी..!!

तुम्हे तुम्हारा Ego बहुत प्यारा है,
और मुझे मेरा Self Respect..!!

मैंने जिंदगी से एक बात सीखी है,
इंसान को तब तक कोई चीज नहीं हरा सकती,
जब तक वो खुद न हार मान लें..!!

लोगो की नज़र में अच्छा बनना फितरत नहीं है हमारी,
बस भगवान की नजर में कभी भी न गिरू यही कोशिश है हमारी..!!

हमे किसी पैमानो मे ना तोलो यारो,
हम तो यहा खुद पैमाना बनने आये है..!!

जीवन में कभी दुःख ना आए यह असंभव है,
पर दुःख में भी आदमी मुस्कुराए यह संभव है..!!

कोई दूसरा आपके साथ हो या ना हो,
आप खुद हमेशा अपने साथ रहेंगे..!!

अपनी औकात भूल जाऊ इतना अमीर भी नही हू मै,
और कोई मेरी औकात बताए इतना फकीर भी नहीं हू मै..!!

सब कुछ मिल जाएगा जीवन में तो हसरत किसकी करोगे
कुछ अधूरी ख्वाइशें ही तो निंदगी जीने का मना देती हैं..!!

जब बात स्वाभिमान की हो तो,
दोस्त भी छोड़ देना कोई बड़ी बात नहीं..!!

अपने आप की इज़्ज़त आपको सबसे पहले करना चाहिए..!!

आप अपने आप को कभी भी किसी भी प्रकार की हानि ना पहुचायें..!!

ज़बरदस्ती के साथ से अकेलापन बहुत बेहतर है..!!
ज़िंदगी जीने का तरीका और मायना अपना अपना होना चाहिए..!!

आप अपने आप की जरूरत सबसे पहले है..!!

नाम बेशक मेरा छोटा है,
लेकिन अपना है..!!

मैं अपनी खासियत ढूंढ रहा हूँ,
शख्सियत खुद ब खुद लोग जानने लगेंगे..!!

उसे अपना EGO पसंद था और मुझे अपना SELF RESPECT..!!

कभी भी कोई भी ऐसी चीज़ आपके लिए फायदेमंद नहीं होगी,
जिसको पाने किए आपको अपने आत्म सम्मान से समझौता करना पड़े..!!

किसी चीज के लिए अपना रुतबा ना गिराए,
क्योंकि आत्म-सम्मान ही सब कुछ होता है..!!

आत्म सम्मान कोई समान नहीं है,
जो दुकानों पर मिल जाए इसे कमाना पड़ता है..!!

खुद को पसन्द करना,
खुद की पहली पसन्द होनी चाहिए..!!

दुनिया में सबसे बड़ी बात खुद को जानना है..!!

रोटी थाली में भले चार की जगह बस दो,
हो लेकिन इज़्ज़त की हो वरना ना हो..!!

खैरात के साथ से इज़्ज़त का अकेलापन बेहतर है..!!

अपनी औकात भूल जाऊ इतना अमीर भी नही हू मै,
और कोई मेरी औकात बताए इतना फकीर भी नहीं हू मै..!!

अगर खुद का सम्मान करोगे,
तो दूसरे भी आप का सम्मान करेंगे..!!

जो रिश्तो में कद्र नहीं उसमें रहने से अच्छा है,
कि उस रिश्ते को खत्म कर देना अच्छा होता है,
क्योंकि वहाँ हमारा आत्म-सम्मान ज्यादा महत्वपूर्ण होता है..!!

जीवन का सबसे बड़ा पछतावा वह है,
जो दुसरे आपको बना देते हैं और आप खुद को खो देते हैं..!!

चुप रहना आत्मा को धीमी गति से बढ़ने वाले कैंसर,
और एक सच्चे कायर के लक्षण की तरह है..!!

आत्म-नियंत्रण, आत्म-सम्मान और साहस के मुख्य तत्व है..!!

मैं किसी के आत्म-सम्मान की हानि की तुलना में,
अधिक नुकसान की कल्पना नहीं कर सकता..!!

कभी भी किसी को आपका अनादर करने में सहज न होने दें..!!

दूसरों को खुश करने के लिए अपने मूल सिद्धांतों से समझौता न करें,
अपने स्वाभिमान की रक्षा करें..!!

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