Plastic Losses Solutions Essay In Hindi आधुनिक युग में जहां एक ओर विज्ञान के द्वारा मानव को अनेक सुख-सुविधाएं प्राप्त हुई हैं वहीे दूसरी ओर विज्ञान से अनेक भयंकर समस्याएं भी उत्पन्न हुई हैं। आज प्लास्टिक की समस्या एक ऐसी ही समस्या है जो विश्व के सामने एक चुनौती बन गई है।
प्लास्टिक – हानियाँ एवं समाधान पर निबंध Plastic Losses Solutions Essay In Hindi
प्लास्टिक का उदय- प्राचीन काल में लोग समान लाने के लिए कपडे़ के थैलों का प्रयोग करते थे तथा छोटे-मोटे समान के लिए कागज के लिफाफों का प्रयोग किया जाता था, परन्तु कागज में तीव्र गति से वृद्वि होने के कारण धीरे-धीरे कागज के लिफाफों का चलन समाप्त हो गया और इनके स्थान पर छोटे-बडे़ सभी समाज के लिए प्लास्टिक के थैलों का प्रयोग किया जाने लगा।
आज मनुष्य द्वारा छोटे-छोटे सामान के लिए जिन प्लास्टिक के छोटे थैलों का प्रयोग किया जा रहा है उन्हें सामान्य भाषा में पन्नी पाॅलिथिनद्ध कहते हैं जो हमारे लिए एक बहुत बडी़ समस्या बन गई है।
प्लास्टिक अत्यन्त हानिकारक- आधुनिक युग में प्लास्टिक के इन लिफाफों द्वारा अनेक प्रकार के रोग उत्पन्न होते हैं। ये नालियों को बन्द कर देते हैं। सड़कों पर पडे़ इन लिफाफों को जब अन्य कागज व कूडे़ के साथ जलाया जाता है तो इसके धुएं से सांस का रोग उत्पन्न होता है।
कूडे़दानों में पडे़ इन लिफाफों को खाने से गाय व अन्य पशु बीमार पड़ जाते हैं। इन्हें मलबे मे साथ जमीन मे भराव में काम लाना भी खतरनाक है, क्योंकि ये जमीन में गलते नहीं हैं।
उपाय- प्लास्टिक के इस प्रकोप से बचने के लिए सर्वप्रथम उपाय तो इनका उपयोग बन्द करना ही है। छुटकारा पाने का दूसरा प्रमुख उपाय यह है कि इन थैलियों को न तो जलाना चाहिए और न ही मलबे में दबाना चाहिए, बल्कि इन्हें इकट्ठा करके पुनः प्लास्टिक दानों का रूप देना चाहिए।
जनता को प्लास्टिक से छुटकारा दिलवाने के लिए सरकार का यह कर्तव्य है कि वह प्लास्टिक के कचरे को उचित मूल्य पर खरीदे तथा जैसे वह अन्य समान पर सब्सिडी देती है वैसे ही प्लास्टिक पर सब्सिडी दे। तभी हम इस समस्या से छुटकारा पा सकते हैं तथा साथ ही जनता को अखबार व अन्य प्रकार के कागजों के लिफाफों का प्रयोग करने को प्रेरित करें।
इस प्रकार ही समाज को सचेत करके प्लास्टिक के प्रकोप से बचा जा सकता है।
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प्लास्टिक प्रदूषण का समाधान क्या है?
अधिकतर प्लास्टिक उत्पाद सिर्फ एक बार इस्तेमाल करके फेंक दिए जाते हैं। ऐसे उत्पादों का इस्तेमाल बंद किया जाना चाहिए। इसके विकल्प में ऐसे उत्पादों को चुना जाना चाहिए जो ज्यादा समय तक इस्तेमाल किए जा सकें और उनका जीवनकाल पूरा होने के बाद उन्हें रिसाइकिल करके किसी दूसरे काम में लाया जा सके।
प्लास्टिक से पर्यावरण को कैसे बचाएं?
पॉलिथीन बैग का इस्तेमाल पूरी तरह से बंद करें। -प्लास्टिक के बर्तन और कंटेनर का इस्तेमाल बंद करें। -पेपर और कपड़े के बैग का इस्तेमाल करें।
प्लास्टिक से पर्यावरण को नुकसान क्या है?
जब प्लास्टिक कचरा जल निकायों में पहुंचता है, तो यह जलमार्गों को प्रदूषित करता है। प्लास्टिक कचरे की वजह से नदियों, समुद्रों और झीलों का पानी गंदा हो जाता है, जिससे जलजीवन और मानव स्वास्थ्य पर नकारात्मक प्रभाव पड़ता है। प्लास्टिक प्रदूषण के कारण वनस्पतियों और महत्वपूर्ण प्राणियों को नुकसान पहुंचता है।
हमें प्लास्टिक प्रदूषण क्यों रोकना चाहिए?
जिन समुद्री जीवों से हम प्यार करते हैं उनमें से कई – पक्षी, मछलियाँ, कछुए और व्हेल – प्लास्टिक के कारण मर जाते हैं जो हमारे समुद्रों का दम घोंट रहा है। प्लास्टिक हमारे महासागरों का गला घोंट रहा है। सर डेविड एटनबरो ने ब्लू प्लैनेट 2 के दौरान हमें बताया था कि “हम हर साल आठ मिलियन टन प्लास्टिक समुद्र में फेंक देते हैं”। यह समुद्री जीवन को मार रहा है और नुकसान पहुंचा रहा है।