Osho Quotes In Hindi किसी भी व्यक्ति को जीवन के अपने पड़ावों को समझने के लिए प्रेरणा की जरूरत होती है। शक्ति का संचार और दूसरों से अलग करने की जिद मनुष्य को सही दिशा दे सकती है, इसलिए ओशो ने जीवन को अलग रूप में ही परिभाषित किया है। उनका कहना है कि जिंदगी के हर लमहे को आजादी से जिएं, क्योंकि जिंदगी आज है कल हो ना हो बस यही सोचकर जिंदगी का हर पल पूरी आजादी के साथ जिएं। इस ब्लाॅग Osho quotes in Hindi में हम ओशों के कुछ महत्वपूर्ण विचारों के बारे में जानेंगे जो जिंदगी को सही ढंग से जीने के उपदेश देते हैं।
दुख इस बात का संकेत है कि आप संघर्ष में हैं।
कल कभी भी नहीं आता, हमेशा आज ही रहता है।
रचनात्मकता अस्तित्व में सबसे बड़ा विद्रोह है।
मनुष्य का हमेशा डर के जरिये ही शोषण किया जाता है।
जहां डर खत्म हो जाता है, वहां जीवन शुरू हो जाता है।
एक आदमी जो 100 प्रतिशत समझदार है तो वह मर चुका है।
आप वही बन जाते हैं जो आप अपने बारे में सोचते रहते हैं।
जिंदगी कोई मुसीबत नहीं है, बल्कि यह तो खूबसूरत तोहफा है।
चुनें नहीं, जीवन को स्वीकारें क्योंकि यह अपनी समग्रता में है।
चिंता करने का मतलब है कि ईश्वर की व्यवस्था पर शक करना।
वास्तविक रहें और एक बड़ा चमत्कार करने का प्रयास करें।
खोजना है तो जिंदगी खोजो, मृत्यु तो वैसे ही एक दिन खोज लेगी।
भीड़ उनको ही पसंद करती है, जो उनके जैसे हैं किसी अनूठे को नहीं।
उत्सव मेरा धर्म है, प्रेम संदेश है और मौन मेरा सत्य है।
भय हमेशा भविष्य के लिए होता है, भय कभी वर्तमान में नहीं होता।
आनंदित जीवन और अस्तित्व ही आपका ध्यान रखेगा।
अगर आप तुलना करना छोड़ दें तो निश्चित ही जिंदगी बहुत खुबसूरत है।
वह इंसान जो अकेले रहकर भी खुश है, असल में वही इंसान कहलाने योग्य है।
सच्ची प्रार्थना सिर्फ धन्यवाद देना है, बस एक साधारण सा धन्यवाद पर्याप्त है।
आपकी हंसी ही आपको अमीर बनाती है और वह हंसी आनंद देने वाली होनी चाहिए।
जीवन एक चक्रव्यूह है, जो निकल गया वो बादशाह बनेगा और जो फंस गया वो भिखारी।
साहसी होने का मतलब किसी अज्ञात के साथ प्रेम संबंध बनाने के बराबर है।
जब प्यार और नफरत दोनों ही ना हो तो हर चीज स्पष्ट हो जाती है।
वो लोग जो कुछ भी बनने के लिए तैयार नहीं हैं, प्रेम कर सकते हैं।
जब तक आदमी सृजन की कला नहीं जानता तब तक अस्तित्व का अंश नहीं बनता।
लोग दुख से बचने के लिए सुख से बचते हैं और मृत्यु से बचने के लिए जिंदगी से बचते हैं।
जब दिल में प्यार और नफरत दोनों ही ना हो तो हर चीज साफ़ और स्पष्ट हो जाती है।
यदि आप सच्चाई को देखना चाहते हैं, तो उसके लिए या उसके विरुद्ध कोई राय न रखें।
पुरुष जितना प्रेम शब्दों में प्रकट करेगा, उससे कई गुना ज्यादा स्त्री मौन में प्रकट कर देगी।
प्रेम तब खुश होता है जब वह कुछ दे पाता है, अहंकार तब खुश होता है जब वह कुछ ले पाता है।
कोई आदमी चाहे लाखों चीजें जान ले, चाहे वह पूरे संसार को जान ले, मगर वह खुद को नहीं जानता है तो वह अज्ञानी है।
दिल भूत और भविष्य के बारे में कुछ नहीं जानता है यह केवल वर्तमान के बारे में ही जानता है, इसलिए दिल के लिए समय जैसा कुछ भी नहीं है।
अधूरे ज्ञान के साथ कभी आगे न बढ़ें, ऐसा करने पर आपको लगेगा कि आप अज्ञानी हो और अंत तक अज्ञानी ही बने रहोगे।
अतीत का अनावश्यक रूप से बोझ न लें। आपके द्वारा पढ़े गए अध्यायों को बंद करते जाएं। बार-बार वापस जाने की जरूरत भी नहीं है।
कभी किसी चीज से मत भागो, उसे पूरी ईमानदारी से करो। फिर एक बिंदु आएगा, शिखर जहां और कुछ नहीं किया जा सकता।
अज्ञानी बने रहना अच्छा है, कम से कम अज्ञान तो आपका होता है। ये प्रामाणिक है, यही सच और ईमानदारी है।
अधिक से अधिक भोले, कम ज्ञानी और बच्चों की तरह बनो, क्योंकि जीवन को मजे के रूप में लीजिए क्योंकि वास्तविकता में यही जीवन है।
आपका पूरा विचार अपने बारे में दूसरे से लिया गया उधार है। यह उन लोगों से उधार लिया गया है, जिन्हें अपने बारे में खुद पता नहीं है।
एक ही पाप है इस दुनिया में, किसी दूसरे की स्वतंत्रता को छीनना। क्योंकि दूसरे को बदलना राजनीति है और खुद को बदलना धर्म है।
जिंदगी एक ही बार मिलती है तो इसका पूरा आनंद क्यों न लें, निराशा से बाहर आएं और जिंदगी के हर एक पल को खुशी से व्यतीत करें।
श्रद्धा मूल्यवान है। पत्थर पर है या परमात्मा पर, यह गौण है। पत्थर पर भी हो सकती है और तब पत्थर भी परमात्मा का काम देने लगता है।
वे कहते हैं कूदने से पहले 2 बार सोचो, मैं कहता हूं पहले कूदो फिर जितना चाहे उतना सोंचो।
मैं किसी से बेहतर करूं क्या फर्क पड़ता है, मैं किसी का बेहतर करूं बहुत फर्क पड़ता है।
जीवन त्रासदी नहीं है, ये एक हास्य है। जिंदा रहने का मतलब है कि हास्य का बोध होना।
सारी शिक्षा व्यर्थ है, सारे उपदेश व्यर्थ हैं अगर वे तुम्हें अपने भीतर डूबने की कला नहीं सीखाते।
सवाल यह नहीं है कि कितना सीखा जा सकता है, बल्कि सवाल ये है कि कितना भुलाया जा सकता है।
यदि आप खुद अपनी कंपनी का आनंद नहीं लेते हो तो और कोई उससे आनंदित कैसे हो सकता है।
मनुष्य खुद ईश्वर तक नहीं पहुंचता है, बल्कि जब वह तैयार होता है तो ईश्वर खुद उसके पास आ जाते हैं।
एक गंभीर व्यक्ति कभी मासूम नहीं हो सकता है और जो मासूम है वह कभी गंभीर नहीं हो सकता।
परिणाम पाने के लिए आसानी से आगे बढ़ते रहो, भगवान के आदेश से ही सभी कार्य पूरे होते हैं।
प्यार एक पक्षी है, जिसे आजादी पसंद है और उसे बढ़ने के लिए पूरे आसमान की जरूरत होती है।
मनुष्य अपनों और दूसरों के लिए कांटा बन सकता है और वह चाहे तो दूसरों और अपनों के लिए फूल भी बन सकता है।
प्यार की सर्वश्रेष्ठ सीमा आजादी है। किसी भी रिश्ते के खत्म होने का प्रमुख कारण आजादी का नहीं होना है।
यहां कोई भी आपके सपने को पूरा करने के लिए नहीं है। हर कोई यहां अपने भाग्य और हकीकत बनाने में लगा हुआ है।
प्रेम की कोई भाषा नहीं होती है, प्रेम का फूल मौन में खिलता है। प्रेम संगीत है, प्रेम अंतर्नाद है और प्रेम ही अनाहद नाद है।
खुद का सम्मान करो, खुद से प्यार करो, क्योंकि तुम्हारे जैसा कोई व्यक्ति कभी भी नहीं हुआ और फिर कभी नहीं होगा।।
लोग प्यार को अंधा कहते हैं, क्योंकि वह जानते ही नहीं कि प्यार क्या है। मेरी नजर में प्यार की ही आंखें हैं, बाकि सब अंधे हैं।
स्वतंत्रता जीवन की सुगंध है। यह हवा की तरह है। आप इसे नहीं देख सकते हैं, लेकिन इसे महसूस कर सकते हैं।
यदि आप किसी से प्यार करते हो तो उसे पूरा अपनाओ, सभी कमियों के साथ, क्योंकि कमियां भी इंसान का एक हिस्सा हैं।
इस संसार में मित्रता शुद्धतम प्रेम है, मित्रता प्रेम का सर्वोच्च रूप है जहां कुछ भी मांगा नहीं जाता और कोई शर्त भी नहीं होती, बस दिया जाता है।
अस्तित्व चाहता है कि आप जीवित रहें और अस्तित्व जानता है कि वास्तव में जीवित रहने का एकमात्र तरीका हमेशा बनने की स्थिति में रहना है।
जब मैं कहता हूं कि आप लोग देवी-देवता हैं तो मेरा मतलब होता है कि आप में अनंत संभावनाएं हैं और आपकी क्षमताएं भी अनंत हैं।
सच्चा प्यार ख़ुशी बांटने जैसा ही है, ये बदले में कुछ नहीं मांगता और न ही किसी चीज की उम्मीद करता है।
आपका विवाह राजनीतिक शासन करने का छोटा रूप है। इसमें आपके माता और पिता छोटे राजनेता होते हैं।
अगर आपको कुछ बुरा करना है तो ताकत की जरूरत होती है, बल्कि अच्छे काम के लिए तो प्यार ही पर्याप्त है।
स्वयं की खोज करें, नहीं तो आपको अन्य लोगों की राय पर निर्भर रहना होगा जो खुद को भी नहीं जानते हैं।
जीवन में आप जो करना चाहते हैं तो उसे अवश्य करें, यह मत सोचें कि लोग क्या कहेंगे। क्योंकि लोग तो तब भी कुछ कहते है, जब आप कुछ नहीं करते।
सिर्फ आपके पाप ही आपको दुखी कर सकते हैं, जो आपको अपने आप से दूर ले जाने का प्रयास करते है। ऐसी चीजों की अनदेखी करना ही बेहतर होता है।
यदि आपको बहुत बार गुस्सा आता है तो आपको गुस्से पर अधिक ध्यान देना चाहिए, जिससे गुस्सा गायब हो जाए और उसकी ऊर्जा करुणा बन जाए।
धूरे मन से युद्ध में जाने की कोई आवश्यकता नहीं है। यदि आप लड़ने जा रहे हैं, तो अपने पूरे दिल और आत्मा से लड़ें। अन्यथा बेहतर है कि आप बिल्कुल भी न लड़ें।
आत्मज्ञान एक समझ है कि यही सबकुछ है, यही बिलकुल सही है, बस यही है। आत्मज्ञान उप्लाब्धि नहीं है, लेकिन ये यह जानना है कि न कुछ पाना है और न ही कहीं जाना है।
अगर आपको कोई फूल पसंद है तो उसे तोड़े नहीं, क्योंकि अगर आप उसे तोड़ते हैं तो वह मुरझा जाता है। इसलिए अगर आप किसी से प्यार करते हैं तो उसे वैसे ही रहने दें।
असली सवाल यह है कि तुम अंदर से क्या हो, अगर तुम अंदर से गलत हो तो तुम जो भी करोगे, उससे गलत ही होगा। अगर तुम अंदर से सही हो तो तुम जो भी करोगे वह सही ही होगा।
सफाई देने में और स्पष्ट करने में अपना कीमती समय बर्बाद ना करें, लोग वहीं सुनते हैं, जों सुनना चाहते हैं।
योग एक विधि है, जो हमें सपनों से बाहर लाता है। योग एक विज्ञान है जो हमें यहां और अभी होना सिखाता है।
संसार सुंदर है, क्योंकि इसे ईश्वर ने बनाया है। जो संसार को गंदा कहता है, वह भगवान का तिरस्कार कर रहा है।
यदि आप एक दर्पण बन सकते हैं तो आप एक ध्यानी भी बन सकते हैं। ध्यान दर्पण में देखने की कला है और अब आप में कोई विचार नहीं चलता इसलिए कोई व्याकुलता नहीं होती।
जिस दिन आप ने सोच लिया कि आपने ज्ञान पा लिया है तो आपकी मृत्यु हो जाती है, क्योंकि अब न कोई आश्चर्य होगा, न कोई आनंद और न ही अचरज। अब आप मृत जीवन जिएंगे।
साहसी होना किसी अज्ञात के साथ प्रेम सम्बन्ध बनाने के बराबर है।
भय हमेशा भविष्य के लिए होता है। भय कभी वर्तमान में नहीं होता।
केवल वो लोग जो कुछ भी नहीं बनने के लिए तैयार हैं। प्रेम कर सकते हैं।
जब प्यार और नफ़रत दोनों ही ना हो तो हर चीज़ साफ और स्पष्ट हो जाती।
जीवन एक चक्रव्यूह हैं जो निकल गया वो बादशाह जो फँस गया वो भिखारी।
अगर आप तुलना करना छोड़ दे तो निश्चित रूप से जिंदगी बहुत खुबसूरत है।
जब प्यार और नफरत दोनों ही ना हो तो हर चीज साफ़ और स्पष्ट हो जाती है।
वह इंसान जो अकेले रहकर भी खुश है असल में वही इंसान कहलाने योग्य है।
सच्ची प्रार्थना केवल धन्यवाद देना है। बस एक साधारण सा धन्यवाद पर्याप्त है।
आपकी हँसी ही आपको अमीर बनाती है वो हँसी आनंद देने वाली होनी चाहिए।
जब दिल में प्यार और नफरत दोनों ही ना हो तो हर चीज साफ़ और स्पष्ट हो जाती है।
केवल हँसी ही आदमी को अमीर बनाती है, लेकिन हँसी को आनंदमय बनाना पड़ता है।
लोग दुख से बचने के लिए सुख से बचते हैं और मृत्यु से बचने के लिए जिंदगी से बचते हैं।
यदि आप सच्चाई को देखना चाहते हैं, तो उसके लिए या उसके खिलाफ कोई राय न रखें।
पुरुष जितना प्रेम शब्दों में प्रकट करेगा उससे कई गुना ज्यादा स्त्री मौन में प्रकट कर देगी।
मैं किसी से बेहतर करूँ क्या फ़र्क पड़ता है, मैं किसी का बेहतर करूँ बहुत फ़र्क पड़ता है।
जीवन कोई त्रासदी नहीं है, ये एक हास्य है। जीवित रहने का मतलब है हास्य का बोध होना।
प्रेम तब खुश होता है जब वो कुछ दे पाता है, अहंकार तब खुश होता है जब वो कुछ ले पाता है।
वे कहते है, कूदने से पहले दो बार सोचो, मै कहता हूँ पहले कूदो फ़िर जीतना चाहें उतना सोचो।
विज्ञान बाहर की समस्याओ को हल करता है और ध्यान भीतर की समस्याओ को हल करता है।
सारी शिक्षा व्यर्थ है, सारे उपदेश व्यर्थ हैं अगर वे तुम्हें अपने भीतर डूबने की कला नहीं सीखाते।
एक गंभीर व्यक्ति कभी मासूम नहीं हो सकता, और जो मासूम है वो कभी गंभीर नहीं हो सकता।
परिणाम पाने के लिए आसानी से आगे बढ़ते रहे भगवान के आदेश से ही सारे काम संपन्न होते है।
प्यार एक पक्षी है जिसे आज़ाद रहना पसंद है जिसे बढ़ने के लिए पूरे आकाश की जरूरत होती है।
सवाल ये नहीं है कि कितना सीखा जा सकता है बल्कि सवाल ये है कि कितना भुलाया जा सकता है।
यदि आप खुद अपनी कंपनी का आनंद नहीं लेते हो, तो कोई और उस से आनंदित कैसे हो सकता है।
जो विचार के गर्भाधान के विज्ञान को समझ लेता है, वह उससे मुक्त होने का मार्ग सहज ही पा जाता है।
मनुष्य खुद ईश्वर तक नहीं पहुंचता है, बल्कि जब वह तैयार होता है तो ईश्वर खुद उसके पास आ जाते है।
प्रसन्नता सद्भाव की छाया है। वो सद्भाव का अनुसरण करती है। प्रसन्न रहने का और कोई तरीका नहीं है।
मुद्दा ये नहीं कि मरने के बाद जीवन है या नहीं बल्कि मुद्दा ये है कि मरने के पहले क्या आप जिन्दा भी हो ?
सच्चा प्यार ख़ुशी बांटने जैसा ही है, ये बदले में कुछ नहीं मांगता और न ही किसी चीज की उम्मीद करता है।
स्वयं की खोज करें, अन्यथा आपको अन्य लोगों की राय पर निर्भर रहना होगा जो खुद को भी नहीं जानते हैं।
सफाई देने में और स्पष्ट करने में अपना कीमती समय बर्बाद ना करें, लोग वहीं सुनते हैं, जों सुनना चाहते हैं।