नवरात्री त्यौहार कि पूरी जानकारी Navratri Information In Hindi

नवरात्री हिंदू लोगों का प्रमुख त्यौहार हैं । नवरात्री यह एक संस्कृत शब्द हैं । इसका अर्थ हैं नौ रात्री । यह त्यौहार नौ रात्री मनाया जाता हैं । दसवें दिन दशहरा होता हैं । नवरात्री का त्यौहार चैत्र , आषाढ़ , अश्विन और माघ इस तरह साल में चार बार आता हैं । नवरात्री के नौ दिन दूर्गा माता के नौ रूपों की पूजा की जाती हैं ।

Navratri Information In Hindi

नवरात्री त्यौहार कि पूरी जानकारी Navratri Information In Hindi

नवरात्री को पवित्रता , दिव्यता और शक्ती का प्रतीक माना जाता हैं । चैत्र माह हिंदू नववर्ष का पहला माह होता हैं । चैत्र माह के नवरात्री के पहले दिन को हिंदू नववर्ष का पहला दिन माना जाता हैं । अश्विन माह की नवरात्री सितंबर या अक्टूबर महिने में आती हैं । आषाढ मास की नवरात्री जून या जुलाई माह में आती हैं । माघ माह की नवरात्री जनवरी या फरवरी महिने में आती हैं । ज्यादा से ज्यादा अश्विन माह की नवरात्री बहोत धुमधाम से मनाई जाती हैं । नवरात्री का त्यौहार बहोत भक्ती से मनाया जाने वाला त्यौहार हैं । दूनिया भर में लोग इन नौ दिनों में दूर्गा माता के नौ रूपों की पूजा करते हैं ।

नवरात्री का त्यौहार क्यों मनाया जाता हैं –

1 ) पौराणिक कथाओं के अनुसार , महिषासुर नाम का एक राक्षस था । महिषासुर राक्षस ने ब्रम्हा जी को प्रसन्न किया था और ब्रम्हा जी से वरदान मांगा । महिषासुर राक्षस ने ब्रम्हा जी से ऐसा वरदान मांगा की दुनिया में कोई भी देव , दानव या मनुष्य कभी उसका वध नहीं कर पाये । ब्रम्हा जी ने महिषासुर राक्षस को यह वरदान मांगने के बाद महिषासुर राक्षस आतंक मचाने लगा । उसके आतंक से त्रस्त होकर माता दूर्गा के नौ रूपों का जन्म हुआ । माता दूर्गा और महिषासुर राक्षस के बीच नौ दिनों तक युद्ध चला और दसवें दिन माता दूर्गा ने महिषासुर राक्षस का वध किया ।

2 ) कथा के अनुसार , भगवान राम ने रावण की लंका पर आक्रमण करने से पहले माता भगवती की आराधना की थी । रामेश्वरम में भगवान राम में नौ दिन माता का पूजन किया था । माता भगवान राम के भक्ती से प्रसन्न हो गई और माता ने भगवान राम को जीत का आशीर्वाद दिया । नौ दिनों के बाद दसवे दिन भगवान राम ने रावण को हराकर लंका पर विजय प्राप्त की थी ।‌ इस दिन को विजयादशमी के रूप में मनाया जाता हैं ।

नवरात्री का त्यौहार कैसे मनाया जाता हैं –

नवरात्री त्यौहार बहोत धुमधाम से मनाया जाता हैं । नवरात्री के पहले दिन घटस्थापना होती हैं । घटस्थापना के दिन घट को ईशान कोण में स्थापित किया जाता है । इसमें मिट्टी औश्र जौ डाले जाते है । इसमें पानी छिड़का जाता हैं ।घट पर रोली या चंदन से स्वास्तिक बनाया जाता हैं । एक तांबे के कलश में जल भरकर उसके उपर पत्ते रखे जाते हैं पत्तों के बीच एक नारीयल रखा जाता हैं ।

इसके बाद घट और कलश की पूजा करके प्रसाद रखा जाता हैं । इसके पास एक देवी की मूर्ति को विराजमान किया जाता हैं । नौ दिन हररोज पुजा की जाती हैं । नौ दिन देवी की पूजा और आरती की जाती हैं । हवन भी आयोजित किये जाते हैं । रात के समय में गरबा का आयोजन किया जाता हैं । इसके अलावा नृत्य , संगीत और अन्य प्रतियोगिता भी आयोजित की जाती हैं । इस तरह। नवरात्री का त्यौहार बहोत उत्साह से मनाया जाता हैं ।

नवरात्री का त्यौहार किस राज्य में कैसे मनाया जाता हैं –

1 ) महाराष्ट्र –

महाराष्ट्र में नवरात्री त्यौहार उत्साह से मनाया जाता हैं । महाराष्ट्र में नवरात्री के पहले दिन घटस्थापना होती हैं और देवी की मूर्ती को बिठाया जाता हैं । नौ दिन देवी की पूजा और आरती की जाती हैं । रात के समय में गरबा और दांडिया आयोजित की जाती हैं । लोग खुली जगह पर गरबा और दांडीया खेलते हैं । इसके अलावा रात के समय में नृत्य , संगीत , नाटक ,खेल प्रतियोगिता का आयोजन किया जाता हैं । नौ दिनों के बाद दशमी को देवी के मुर्ती को नदी या तालाब में विसर्जित किया जाता हैं ।

2 ) गुजरात –

गुजरात में नवरात्री प्रसिद्ध त्यौहार हैं । गुजरात में गरबा और दांडिया‌ देखने के लिए अच्छे होते हैं । गुजरात में अहमदाबाद , बडौदा , पाटन , सूरत , गांधीनगर यह जगह नवरात्री का त्यौहार देखने के लिए अच्छी होती हैं । गुजरात के अहमदाबाद में मिर्ची राॅक एन ढोल यह गरबा और दांडिया नाइट का कार्यक्रम आयोजित किया जाता हैं । इसमें बहोत लोग हिस्सा लेते हैं । गुजरात में माॅं शक्ति गरबा यह गुजरात में होने वाले भव्य कार्यक्रमों में से एक हैं । इसे विश्व का सबसे बड़ा गरबा इवेंट कहा जाता हैं ।

3) पश्चिम बंगाल –

पश्चिम बंगाल में नवरात्री को दूर्गा पूजा कहा जाता हैं । कोलकाता में नवरात्री के दिनों में दूर्गा माता के महिषासुर मर्दिनी स्वरुप की पूजा की जाती हैं । देवी के हाथ में त्रिशूल होता हैं और चरणों में महिषासुर नाम का राक्षस होता हैं । देवी के पीछे उनका वाहन शेर भी होता हैं । कोलकाता में संध्या आरती भी बहोत अच्छी होती है । लोग बहोत दूर से आरती के लिए आते हैं । बंगाल में सिंदूर खेला , धुनुची नृत्य , कुमारी पूजा , दो पूजा , चोखूदान यह कार्यक्रम भी होते है ।

4 ) केरल –

केरल में नवरात्री का त्यौहार आखिरी के तीन दिनों के लिए मनाया जाता हैं । केरल में विजयादशमी के दिन छोटे बच्चों को बड़े लोग मदद करके चावल के थाली में अक्षर लिखवाकर लेते हैं । इसे विद्यारंभ के नाम से भी जाना जाता हैं । केरल के लोग अपने किताब सरस्वती माता के चरणों में रखकर उनकी पूजा करते हैं । केरल में यह बहोत शुभ माना जाता हैं ‌।

5 ) उत्तरप्रदेश –

उत्तरप्रदेश में नवरात्री में देवी की मूर्ति को स्थापित किया जाता हैं । नौ दिन देवी की मूर्ति की पूजा और आरती की जाती हैं । इस त्यौहार पर उत्तरप्रदेश में रामलीला का आयोजन किया जाता हैं । इसमें भगवान राम द्वारा रावण का वध किया जाता हैं । नौ दिनों के बाद रावण , मेघनाद और कुंभकर्ण के पुतले जलाए जाते हैं । इसे असत्य पर सत्य की विजय के रूप में मनाया जाता हैं ।

यह लेख अवश्य पढ़े –

नवरात्रि का पर्व क्यों मनाया जाता है?

चैत्र नवरात्रि के पहले दिन मां दुर्गा का जन्म हुआ था और मां दुर्गा के कहने पर ही ब्रह्मा जी ने सृष्टि का निर्माण किया था इसलिए चैत्र शुक्ल प्रतिपदा से हिन्दू वर्ष शुरू होता है इसके अलावा कहा जाता है भगवान विष्णु के सातवें अवतार भगवान राम का जन्‍म भी चैत्र नवरात्रि में ही हुआ था।


नवरात्रि के 9 दिन पूजा कैसे करें?

नवरात्रि के पहले दिन 9 दिनों के व्रत और उपवास का संकल्प लें। इसके लिए सीधे हाथ में जल लेकर उसमें चावल, फूल, एक सुपारी और सिक्का रखें। हो सके तो किसी ब्राह्मण को इसके लिए बुलाएं। ऐसा न हो सके तो अपनी कामना पूर्ति के लिए मन में ही संकल्प लें और माता जी के चरणों में वो जल छोड़ दें।

नवरात्रि की कहानी क्या है?

नवरात्रि में मां दुर्गा ने महिषासुर नामक राक्षस का वध करके देवताओं को उसके कष्टों से मुक्त किया था।


नवरात्रि में कौन सा प्रसाद चढ़ाया जाता है?

देसी घी 

Leave a Comment