Mother quotes in hindi दोस्तों आज हम आपके के लिए लेकर आये है। तो दोस्तों बहुत ही छोटा सा शब्द है ‘माँ’ पर इस शब्द में भावनाये है स्नेह हैं और शक्ति है। ईश्वर की सबसे शानदार और मजबूत रचना है माँ का प्यार, तपस्या और त्याग की मूरत भी है माँ।
आप अपनी माँ से कितना भी प्यार करें पर माँ का प्यार आपसे 9 महीने ज्यादा ही होता है। भगवान हर जगह नहीं पहुंच सकते तो इस लिए उसने माँ को बनाया।
वैसे तो हमें इस दुनिया में लाने वाली माँ के प्रति सम्मान के लिए कोई खास दिन की जरूरत नहीं है पर माँ के प्रति अपनी भावनाये प्रकट करने के लिए। आइये जानते हैं माँ पर कहे गए कुछ अनमोल विचार
माँ है तो फिर सब कुछ है इस जहाँ में,
कौन कहता है यहां जन्नत नहीं मिलती
उसके होठो पे कभी बदुआ नहीं होती,
बस एक माँ है जो मुझसे कभी खफा नहीं होती।
इस दुनिया में उतने फूल नहीं के मैं माँ को बता सकूँ,
वो मेरे लिए कितनी मायने रखती है।
मेरी ख्वाइश है की मैं फिर से फरिश्ता हो जय,
माँ से इस तरह लिपट जाऊं की बच्चा हो जाऊं।
दिल तोड़ना कभी नहीं आया मुझे,
प्यार करना जो सीखा है माँ से।
तुम क्या सिखाओगे मुझे प्यार करने का सलीका
मैंने माँ के एक हाथ से थप्पड़ तो दुसरे हाथ से रोटी खायी है।
एक तेरा ही प्यार सच्चा है माँ
औरो की तो सरते ही बहुत है
500rs मांगो तो 400rs देती है,
1 रोटी बोलो तो 2 रोटी देती है,
बताओ वह कौन है??
– वो माँ है..!!
माँ: एक रानी के ऊपर का दर्जा।
ज़िन्दगी कैसे जीनी है इसका कोई मैन्युअल साथ नहीं आता, बस माँ साथ आती है।
तुम क्या सिखाओगे मुझे प्यार करने का सलीका ,
मैंने माँ के एक हाथ से थप्पड़ और दूसरे से रोटी खाई है।
मैं तुमसे बहुत प्यार करता हूँ और,
मैं आज जो कुछ भी हूँ उसके लिए धन्यवाद।
इससे पहले कि मैं आपकी बातों को समझ पाता,
मैं आपके प्यार को समझ गया।
माँ ने आखिरी रोटी भी मेरी थाली में रख दी, जाने क्यों फिर भी मंदिर में भगवन दुढ़ता हु में।
एक औरत बेटे को जन्म देने के लिए अपनी सुन्दरता त्याग देती है
और भाई बीटा एक सुंदर बीवी के लिए अपनी माँ को त्याग देता है
खूबसूरती की इंतहा बेपनाह देखी,
जब मैंने मुस्कुराती हुई माँ देखी।
वो माँ ही हे जिसका प्यार कभी
कम या खत्म नही होता।
नहीं समझ पता से देखने से क्या मिल जाता है
वो हाथ पे माँ गुवाकर वरदाश्रम मिलने जाता है।
“मातृदिवस” की शुभकामनायें…!
मुझे ये अनमोल जीवन देने के लिए में,
ईस्वर एवं अपनी माँ ki सदा शुक्रगुजार हु।
जन्नत का हर लम्हा, दीदार किया था,
गोद में उठाकर जब माँ ने प्यार किया था।
पापा एक दिन क्या आपके नाम कर दूं,
कह दो एक बार अपनी जान आपके नाम करदूं
आपनें ही तो इन सासां को जिन्दगी दी है
आप के होने से ही मेरी पहचान बनी है।
जाने कबसे सोया नहीं हूँ मैं, सुला दो माँ,
आकर मेरे पास मुझे फिर से लोरिया सुना दो न माँ.
आंसू मेरी आँखों में जम से गए हैं,
भर के दिल मेरा मुझे अब रुला दो न माँ।
मेरी तक़दीर में एक भी गम न होता,
अगर तक़दीर लिखने का हक मेरी माँ को होता।
अगर माँ है तो किसी और सुपरहीरो की क्या जरूरत।
हालातों के आगे जब साथ ना जुदा होती है पहचान लेती है
ख़ामोशी में हर दर्द वह सिर्फ मां होती है।
माँ हमारे जीवन की संरचना है।
हम माँ के बिना खड़े भी नहीं हो सकते।
अजीज भी वो नसीब है दुनिया की भीड़
में करीब भी वो है उनकी दुआओं से चलती है
जिन्दगी मेरी क्यूंकि खुद भी वो है और तक़दीर भी वो है।
जो बच्चा छोड़ आता है माँ के दामन का
चमन जिंदगी उसके लिए फिर वीरान रहती है।
है एक कर्ज जो हरदम सवार रहता है,
वह मां का प्यार है सफर उधार रहता है।
किसी ने रोजा रखा किसी ने उपवास रखा,
कुबूल उसका हुआ जिसने अपने माँ-बाप को अपने पास रखा।
सोने का दिल, स्टील की रीढ़,
और एक इच्छा शक्ति जो कभी कम नहीं होती।
ऊपर जिसका अंत नही उसे आसमाँ कहते है,
जहाँ मे जिसका अंत नही उसे माँ कहते है।
कुछ नहीं होगा तो आँचल में छुपा लेगी मुझे,
माँ ! कभी सर पे खुली छत नहीं रहने देगी।
आपकी मुस्कान मुझे खुश करती है और आपका प्यार मेरे जीवन में अब तक का सबसे शुद्ध भाव है।
माँ भले ही पढ़ी–लिखी हो या नहीं, पर
संसार का दुर्लभ व महतापूर्ण ज्ञान हमे
माँ से ही प्राप्त होता है।
आज मैं जो कुछ भी हूँ,
वो आपकी वजह से हूँ माँ…
दिन की रौशनी ख्वाबो को बनाने मे गुजर गयी,
रात की नींद बच्चे को सुलाने मे गुजर गयी,
जिस मकान मे तेरे नाम की तख्ती भी नहीं है,
सारी उम्र उस मकान को बनाने मे गुजर गयी।
न अपनों से खुलता है, न गैरो से खुलता है, ये
जन्नत का दरवाजा है, माँ के पैरो से खुलता है।
अभी ज़िन्दा है माँ मेरी मुझे कुछ भी नहीं होगा,
मैं जब घर से निकलता हूँ दुआएं भी साथ चलती है।
दिन भर की मशक़्क़त से बदन चूर है लेकिन
माँ ने मुझे देखा तो थकान भूल गयी अपनी।
मैंने कभी भगवान को नहीं देखा है,
लेकिन मुझे इतना यकीन हे की,
वो भी मेरी माँ की तरह होगा।
एक माँ का दिल एक गहरी खाई है,
जिसके तल पर आपको हमेशा माफी मिलेगी।
माँ: मेरा सबसे बड़ा शिक्षक,
मेरा सबसे अच्छा दोस्त,
और मेरा सबसे सस्ता चिकित्सक।
ऐ अँधेरे! देख ले मुँह तेरा काला हो गया,
माँ ने आँखें खोल दीं घर में उजाला हो गया।
इस तरह मेरे गुनाहों को वो धो देती है,
माँ बहुत ग़ुस्से में होती है तो रो देती है।
मेरी गलतियों को वो माफ़ कर देती है
बहुत गुस्से में होती है तो भी प्यार देती है
होठों पे उसके हमेशा दुआ होती है
ऐसी सिर्फ और सिर्फ “माँ’’ होती है।
अगर पहली बार में आप सफल नहीं होते हैं,
तो इसे करने की कोशिश करें जिस तरह से,
माँ ने आपको शुरुआत में बताया था।
आप किसी चीज़ को खोया हुआ नहीं कह सकते,
जब तक उसे आपकी माँ ने नहीं ढूंढा।
ऊपर जिसका अंत नहीं उसे आसमां कहते है इस जहाँ में जिसका अंत नहीं उसे माँ कहते है।
माँ है तो फिर क्या चाहिए जनाब जो बिना कहे समझ जाती है की मेरे बच्चे को क्या चाहिए।
तुम कितने भी बुरे हो जाओ दुनिया वालों के लिए माँ के लिए हमेशा अच्छे ही रहोगे, तुम कितने भी बड़े हो दुनिया वालों के लिए माँ के लिए हमेशा बच्चे ही रहोगे।
माँ अगर कुछ देखना चाहती है दुनिया में, वो बस अपने बच्चे को खुश देखना चाहती है दुनिया में।
अगर इस दुनिया में माँ ना होती तो दुनिया जहाँ तक पहुंची है आज यहाँ नहीं होती।
फंस जाता मैं मुसीबत की लहरों में, वो तो मिल गई शरण मुझे माँ के पैरों में।
करोड़ों कमा लो भले लाख ज़माने में, माँ का क़र्ज़ एक चूका नहीं सकते।
ज़िन्दगी आसान लगती है जब बाप साथ हो और ज़िन्दगी अच्छी लगती है जब माँ साथ हो।
बताने वाले लाख मिल जाएंगे दुनिया में, मगर तुम्हे पूछने वाली तुम्हारी माँ ही होती है।
माँ के लिए गए फैसले गलत हो सकते हैं मगर माँ की नीयत कभी गलत नहीं हो सकती।
बुरा हाल भी हो तब भी माँ को अच्छा ही बताता हूँ, जानता हूँ अगर मेरे बुरा हाल वो जान जाएगी तो मुझसे बुरा हाल उसका हो जाएगा।
माँ वो है जो लाखों दुःख के आगे भी एक खूबसूरत मुस्कराहट पहन सकती है, माँ के भीतर एक गज़ब की सेहन शक्ति है।
वो बच्चे को खुश देखना चाहती है उसका दुःख नहीं देख सकती, माँ खुद भूखी रह सकती है मगर अपने बच्चे को भूखा नहीं देख सकती।
माँ ना होती तो वफा कौन करेगा
ममता का हक भी अदा कौन करेगा
रब हर एक माँ को सलामत रखना
वरना हमारे लिए दुआ कौन करेगा..
मेरे होने की वजह मेरी माँ है,
मेरे जीवन की ख़ुशी मेरी माँ है,
सब का अपना-अपना खुदा होता है,
मेरे लिए तो खुदा मेरी माँ है.
ज़िन्दगी की पहली शिक्षक माँ,
ज़िन्दगी की पहली दोस्त माँ,ज़िन्दगी भी
माँ क्योँकि ज़िन्दगी देने वाली भी माँ.
मेरी दुनिया में इतनी जो शोहरत है मेरी
माँ की बदौलत है ऐ मेरे भगवान और
क्या देगा तू मुझे मेरी माँ ही मेरे सबसे
बड़ी दौलत है.
चलती फिरती आँखों से अज़ाँ देखी है
मैंने जन्नत तो नहीं देखी है माँ देखी है.
नींद न आने से परेशान मैं था, जग वो रही थी वो माँ थी, मेरे रूठने से रो वो रही थी।
भीड़ में सब थे मुझे हारता देख सब चुप थे, माँ भीड़ से अलग मुझे पुकार रही थी।
वो कह रही थी मुझे नींद नहीं आती जब से तू गया है, दिन रात गुजारी नहीं जाती।
के फ़िक्र न करना ‘माँ’ मैं आऊंगा और फ़िर से तुझे सताऊंगा।
इस शहर में भीड़ बहुत, है एक तेरे बिना माँ पूरा शहर वीराना लगता है।
खुद से पहले मुझे खाना खिलाती थी वो माँ थी, मेरे कुछ न कहने पर भी सब समझती थी।
आसान नहीं मां होना, दर्द में भी नौ महीने एक जिस्म दो जान होना।
हर पल तेरी याद आती है, माँ तेरे बिना अब मुझे नींद नहीं आती है।
मैं नींद में था मुझे तेरी याद आई थी, मेरे सपनों में भी माँ तूने मुझे लोरी सुनाई थी।
ए खुदा तेरे इस तोहफ़े को जन्नत से भी बढ़ कर दर्जा दूं जो तूने माँ बनाई।
गिन लेती है दिन बगैर मेरे गुजारें है कितने,
भला कैसे कह दूं कि माँ अनपढ़ है मेरी..!!
हालातों के आगे जब साथ ना जुदा होती है पहचान लेती है
ख़ामोशी में हर दर्द वह सिर्फ मां होती है..!!
ऐसी ख़ुशी की ख्वाईश कभी मत करना,
जो आपकी माँ के दिल को दुःख पहुंचाए..!!
घर में धन, दौलत, हीरे, जवाहरात सब आए,
लेकिन जब घर में मां आई तब खुशियां आई..!!
है एक कर्ज जो हरदम सवार रहता है
वह मां का प्यार है सफर उधार रहता है..!!
किसी भी मुश्किल का अब किसी को हल नहीं मिलता
शायद अब घर से कोई माँ के पैर छूकर नहीं निकलता..!!
मैं रात भर जन्नत की सैर करता रहा दोस्तों,
सुबह जब नींद खुलीं तो सर माँ के पैरो पे था..!!
भगवान हर जगह नहीं हो सकते,
इसलिए उन्होंने माँ बनाई है..!!
है गरीब मेरी माँ फिर भी मेरा ख्याल रखती है
मेरे लिए रोटी और अपने लिए पतीले की खुरचन रखती है..!!
जन्नत के हर लम्हें का दीदार कर लिया
जब जब मेरी माँ ने गोद में उठाकर मुझे प्यार कर लिया..!!
जो शिक्षा का ज्ञान दे उसे शिक्षक कहते है,
और जो खुशियों का वरदान दे उसे मां कहते है..!!
मुसीबतों ने मुझे काले बादल की तरह घेर लिया,
जब कोई राह नजर नहीं आई तो मां याद आई..!!
देख आया हूँ जन्नत सारे जहान की
पर सकूं तेरे पहलू में आकर ही मिलता है..!!
उम्रभर ओ माँ तू मोहब्बत से मेरी खिदमत रही
अब मैं खिदमत लायक हुआ तो तू चल बसी
माँ है महोब्बत का नाम, माँ को हजारो सलाम
करदे फ़िदा जिंदगी, आये जो बच्चो के काम..!!
माँ और क्षमा दोनों एक हैं
क्यूंकि माफ़ करने में दोनों नेक हैं..!!
मेरी ख्वाहिश है की मैं फिर से फरिश्ता हो जाऊँ
माँ से इस तरह लिपटूँ की बच्चा हो जाऊँ..!!
उम्रभर ओ माँ तू मोहब्बत से मेरी खिदमत रही
अब मैं खिदमत लायक हुआ तो तू चल बसी..!!
माँ तेरे दूध का हक मुझसे अदा क्या होगा!
तू है नाराज ती खुश मुझसे खुदा क्या होगा..!!
जरा सी बात है लेकिन हवा को कौन समझाए
कि मेरी माँ दिए से मेरे लिए काजल बनाती है..!!
हजार के नोटों से तो बस जरूरतें पूरी होती हैं,
मजा तो माँ से मांगे एक रुपये के सिक्के में था..!!
माँ के कंधे पर जब सर रखा मैंने तो पूछा कब तक युही अपने कंधे पर पर सोने देगी…
माँ ने कहा बेटा – तब तक की जब तक लोग मुझे अपने कंधे पर उठा नहीं लेंगे..!!
माँ ! के आगे यूँ ही कभी खुल कर नहीं रोना,
जहाँ बुनियाद हो, इतनी नमी अच्छी नहीं होती..!!
जब जब कागज पर लिखा मैंने मां का नाम,
कलम अदब से बोल उठी हो गए चारों धाम..!!
बिना जिक्र ही मेरी फिक्र है तुझे
बड़ी अजब है यह अदा तेरी मां !
मकानों घर की शान का
जब भी बटवारा होगा
मां मेरी होगी
भाइयों का घर सारा होगा!
किसी को घर मिला हिस्से में
या कोई दुकान आई मैं घर
में सब से छोटा था मेरे हिस्से में
माँ आई !
वह मुझे डांट कर खुद रोई होगी
वह तो मां है साहब
मुझे सूखे में सुलाकर
खुद गीले में सोई होगी !
मां के पैर छूकर निकला तो
जिंदगी संवर गई मानो हर
बुरी नजर दुआ में बदल गई !
संसार का समस्त सुख
उसके आंचल में समाता है
शब्दों से जो बयां ना हो पाए
मां वो अनंत गाथा है !
मां से ही एक ऐसा लगाव है
चोट हमारे शरीर पर लगती है
और आंसू उसकी आंखों में दिखते हैं !
मां मेरी जान है मां मेरी पहचान है
जो खुद मौत से लड़ कर
हमें जिंदगी दे मां वही इंसान है !
जज्बात अलग है पर बात
तो एक हैं उसे माँ कहू या
भगवान बात तो एक है !
मां जैसा कोई दुनिया में अनोखा नहीं होता
एक मां के प्यार में ही बस धोखा नहीं होता !