लोहड़ी त्यौहार पूरी जानकारी Lohri Information In Hindi

Lohri Information In Hindi लोहड़ी भारत के प्रसिद्ध त्यौहारों में से एक त्यौहार हैं । यह त्यौहार पंजाब राज्य का सबसे लोकप्रिय त्यौहार हैं । पंजाब के लोगों द्वारा यह त्यौहार हर साल मनाया जाता हैं । यह त्यौहार पंजाब के अलावा हरियाणा, उत्तरप्रदेश , राजस्थान , उत्तराखंड , गुजरात , जम्मू और कश्मीर इन राज्यों में भी मनाया जाता हैं । लोहड़ी को किसानों का नया साल भी माना जाता हैं । यह त्यौहार हिंदू कैलेंडर के अनुसार पौष या माघ महिने में मनाया जाता हैं । लोग लोहड़ी का त्यौहार खुशी और उत्साह से मनाते हैं ।

Lohri Information In Hindi

लोहड़ी त्यौहार पूरी जानकारी Lohri Information In Hindi

लोहड़ी त्यौहार कैसे मनाया जाता हैं –

लोहड़ी त्यौहार बहोत धुमधाम से मनाया जाता हैं । लोहड़ी त्यौहार के कुछ दिन पहले ही छोटे बच्चे तैयारी करने लगते हैं । लोहड़ी के त्यौहार के लिए लकड़ी , रेवड़ी , मूंगफली , मेवा जैसे सामग्री को इकट्ठा करते हैं । लोहड़ी के त्यौहार के दिन लोग शाम को इकट्ठा होते हैं और आग जलाते हैं ।

लोग आग के चारों तरफ नाचते हैं और गाने गाते हैं । लोग आग में रेवड़ी , मूंगफली , पाॅपकाॅर्न , मक्के के दानों को डालते हैं । आग के चारों तरफ लोग बैठते हैं और रेवड़ी , मक्का , तिल , पाॅपकाॅर्न खाते हैं । इस तरह से लोहड़ी का त्यौहार उत्साह से मनाया जाता हैं ।

लोहड़ी का इतिहास –

राजा अकबर के समय में एक डाकू था ।‌ यह डाकू अमीरों के घरों से चोरी करता था और गरीबों में बांटता था । वह गरीब लोगों की मदद करता था । इसने बहोत लडकीयों के जीवन भी बचाये थे और उनको दहेज देने में भी मदद की थी । उसके महान कार्यों के लिए लोहड़ी का त्यौहार मनाया जाने लगा । यह त्यौहार सूर्य देवता और आग को समर्पित हैं ।

किस राज्य में लोहड़ी कैसे मनाते हैं –

1 ) महाराष्ट्र –

महाराष्ट्र में लोहड़ी का त्यौहार मकरसंक्रांती के रूप में मनाया जाता हैं । इस दिन महाराष्ट्र में तिलगुळ बनाते हैं। लोग एक दूसरे को तिलगुळ देते हैं । लोगों को तिलगुळ देते समय वाणी में मधुरता की कामना की जाती हैं । इस दिन दान किया जाता हैं । इस दिन विवाहित महिला कपास , नमक , गुड़ , तिल , तेल यह चीज़ें सुहागन महिलाओं को दान करती हैं ।

2 ) उत्तरप्रदेश –

उत्तरप्रदेश में लोहड़ी त्यौहार को दान के पर्व के रूप में जाना जाता हैं । उत्तरप्रदेश में यह त्यौहार 14 जनवरी को मनाया जाता हैं । ऐसी मान्यता हैं की 14 जनवरी से अच्छे दिनों की शुरुआत होती हैं और शुभ कार्य किए जा सकते हैं । उत्तरप्रदेश में इस दिन गंगा घाटों पर मेलों का आयोजन किया जाता हैं । उत्तरप्रदेश में इस दिन स्नान के बाद दान देते हैं । उत्तरप्रदेश में इस दिन पतंग उडाये जाते हैं । इस दिन उत्तरप्रदेश में आसमान में पतंग नजर आते हैं ।

3 ) राजस्थान –

राजस्थान में इस त्यौहार को मकरसंक्रांती के रूप में मनाया जाता हैं । राजस्थान में यह त्यौहार सुहागन महिलाओं के लिए विशेष होता हैं । इस दिन राजस्थान की सुहागन महिला अपने सास को मिठाई और फल देती हैं और आशीर्वाद लेती हैं । इस दिन महिलाएं 14 सौभग्यसूचक वस्तु का पूजन करके ब्राम्हणों को दान‌ करती हैं ।

4 ) आंध्रप्रदेश –

आंध्रप्रदेश में इस दिन घर रंगोली से सजाये जाते हैं और पतंग उड़ाई जाती हैं । इस त्यौहार पर आंध्रप्रदेश में सांड और मूर्गों की लड़ाई होती हैं । यह त्यौहार तीन दिन का होता हैं और भोगी से शुरू होता हैं । इस दिन लोग घरों से गंदगी निकालते हैं और सड़क पर इकट्ठा करके जलाते हैं । आंध्रप्रदेश में इस दिन जानवरों को सजाया जाता हैं और जानवरों की रेस लगाई जाती हैं । आंध्रप्रदेश में इस दिन पोंगली नाम का व्यंजन बनाया जाता हैं । इसे दूध में चावल मिलाकर बनाया जाता हैं ।‌

5 ) उत्तराखंड –

उत्तराखंड में इस दिन लोग स्नान करते हैं ।‌ लोग इस दिन तिल के मिष्ठान जैसे खाने का सामान ब्राम्हणों को और पूज्य व्यक्तियों को दान करते हैं और उनका आशीर्वाद लेते हैं । उत्तराखंड में इस दिन मेले लगाये जाते हैं ।

6 ) गुजरात –

गुजरात में इस त्यौहार को उत्तरायण नाम से जाना जाता हैं । इस दिन गुजरात में पतंग उड़ाये जाते हैं । गुजरात के लोग इस दिन को शुभ मानते हैं । इस लिए गुजरात के दिन इस दिन को शुभ कार्य की शुरूआत करते हैं ।

7 ) बिहार –

बिहार में इस दिन को खिचड़ी नाम से जाना जाता हैं । इस दिन लोग गंगा स्नान करते हैं । गंगा स्नान करने के बाद लोग दान करते हैं । गुजरात में चावल , उड़द की दाल , तिल , ऊनी वस्त्र दान किये जाते हैं । इस दिन लोग घर में खिचड़ी बनाते हैं ।

8 ) पंजाब और हरियाणा –

पंजाब और हरियाणा में 14 जनवरी की पूर्व संध्या को लोग खुले स्थान पर आग जलाते हैं , परिक्रमा करते हैं और रेवडी और अन्य दानों को भेट देते हैं । लोग आग के चारों और नाचते हैं गाने भी गाते हैं । लोग पाॅपकाॅर्न , मूंगफली , चिक्की और रेवड़ी खाते हैं ।

9 ) तमिलनाडु –

तमिलनाडु में लोग इस त्यौहार को पोंगल के रूप में मनाते हैं । तमिलनाडु में यह त्यौहार चार दिनों के लिए मनाया जाता हैं । इन चार दिनों को भोगी पोंगल , सूर्य पोंगल , केनू पोंगल , कन्या पोंगल इन नामों से जाना जाता हैं । पोंगल में सबसे पहले स्नान करके खुले आंगन में मिट्टी के बर्तन में खीर बनाते हैं । इसे पोंगल कहा जाता हैं । इसके बाद सूर्य देवता की पूजा करके खीर को प्रसाद के रूप में खाया जाता हैं ।

10 ) जम्मू और कश्मीर –

जम्मू और कश्मीर में लोहड़ी का त्यौहार मूख्य रूप से रात में मनाया जाता हैं । इस त्यौहार में मिठाई , मुरमुरे और पाॅपकाॅर्न को आग की लपटों में फेंका जाता हैं । इस दिन आग की पूजा की जाती है । इस दिन जम्मू और कश्मीर के लोग घरों में और मंदिरों में हवन करते हैं । इस दिन लोग पारंपारिक गीत और नृत्य करते हैं ।

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लोहड़ी का त्यौहार क्यों मनाया जाता है?

यह पर्व कृषि व प्रकृति को समर्पित होता है.

लोहड़ी का त्यौहार कहाँ मनाया जाता है?

पंजाब, हरियाणा और दिल्ली में ये त्योहार बहुत धूम-धाम से मनाया जाता है

लोहड़ी पर किसकी पूजा की जाती है?

अग्‍न‍िदेव के साथ-साथ भगवान श्रीकृष्‍ण और आदिशक्‍त‍ि की भी पूजा की जाती है

लोहड़ी की विशेषता क्या है?

लोग अलाव जलाकर चारों तरफ लोग बैठकर मूंगफली, रेवड़ी आदि खाते हैं और गीत गाते हुए इसका आन्नद लेते हैं. 

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