Jayakwadi Dam Information In Hindi हॅलो ! इस पोस्ट में हम आपको जायकवाड़ी बाॅंध के बारे में जानकारी देने वाले हैं। जायकवाड़ी बाॅंध यह मिट्टी का बाॅंध हैं। जायकवाड़ी बाॅंध महाराष्ट्र के औरंगाबाद में स्थित हैं। यह बाॅंध बहुत ही लोकप्रिय और बडा हैं। इस जगह पर घुमने के लिए बहुत लोग आते हैं। जायकवाड़ी बाॅंध बनाने का उद्देश मराठवाड़ा की कुछ आवश्यक जरुरतों की पुर्ती करना यह था और आज जायकवाड़ी बाॅंध से मराठवाड़ा के क्षेत्र की आवश्यक जरुरतें पुरी हो रही हैं। इस बाॅंध से पिने का पानी, बिजली की निर्मिती औद्योगिक क्षेत्रों के लिए पानी और बिजली की सुविधाएं प्राप्त हो रही हैं। जायकवाड़ी बाॅंध के बारे में विस्तार में जानकारी प्राप्त करने के लिए हमारी पोस्ट अंत तक जरुर पढिए।
जायकवाड़ी बांध की पुरी जानकरी Jayakwadi Dam Information In Hindi
जायकवाड़ी बाॅंध की विशेषता –
जायकवाडी बाॅंध बहुत ही बड़ा हैं। यह बाॅंध मिट्टी से बनाया हुआ हैं। जायकवाड़ी बाॅंध की लंबाई लगभग 9998 मीटर हैं और यह बाॅंध 41.38 मीटर ऊॅंचा हैं। जायकवाड़ी बाॅंध औरंगाबाद से 52 किमी के दुरी पर स्थित हैं। जायकवाडी बाॅंध द्वारा नाथ सागर जलाशय का निर्माण किया जाता है। जायकवाडी बाॅंध को नाथ बाॅंध इस नाम से भी जाना जाता है। इस बाॅंध में 27 द्वार हैं।
जायकवाड़ी बाॅंध के नाथ जलाशय के पानी पर मराठवाड़ा के पांच जिले परभणी, बीड़, औरंगाबाद, जालना और नांदेड़ निर्भर हैं। परली में स्थित बिजली निर्मिती करने वाला थर्मल भी जायकवाड़ी बाॅंध के जल पर निर्भर हैं। जायकवाड़ी बाॅंध से लगभग तीन लाख हेक्टर खेती की सिंचाई के लिए पानी छोडा जाता हैं। जायकवाड़ी बाॅंध से लगभग 400 गांवों के लोगों को पिने के लिए पानी मिलता हैं। औरंगाबाद के वालांज, पैठन, जालना, चिकलथाना, शेंद्रा इन जगहों के औद्योगिक क्षेत्र भी इस बाॅंध के पानी पर ही निर्भर हैं।
जायकवाड़ी बाॅंध तक कैसे जाएं ?-
अगर आप जायकवाड़ी बाॅंध में घुमने के लिए जाना चाहते हैं तो आप रेलवे, हवाई जहाज और बस से जा सकते हैं। जायकवाड़ी बाॅंध से लगभग 50 किलोमीटर के दुरी पर औरंगाबाद रेल स्थानक हैं। इसके अलावा आप हवाई जहाज से भी औरंगाबाद में जा सकते हैं। औरंगाबाद में चिखलठाना यह हवाई अड्डा हैं। औरंगाबाद से या पैठन से आप बस या टैक्सी से जायकवाड़ी बाॅंध तक पहुंच सकते हैं।
जायकवाड़ी बाॅंध पर घुमने जाने के लिए अच्छा समय –
जायकवाड़ी बाॅंध पर घुमने जाने के लिए अच्छा समय नवंबर से मार्च तक हैं। वैसे जायकवाड़ी बाॅंध पर घुमने के लिए सालभर पर्यटक आते ही रहते हैं। सर्दियों के मौसम में इधर बहुत ही अच्छा मौसम रहता हैं। इन दिनों में इस जगह पर विदेशी लोगों की भी भिड़ देखने को मिलती हैं। बरसात के मौसम में इधर बहुत बारीश होती हैं इस वजह से इधर बरसात के समय में बहुत ही कम पर्यटक आते हैं।
जायकवाड़ी बाॅंध के आसपास घुमने के लिए जगह –
- जायकवाड़ी पक्षी अभयारण्य –
औरंगाबाद के जायकवाड़ी बाॅंध के पास ही पर्यटकों के लिए जायकवाड़ी पक्षी अभयारण्य बनाया गया है। इस अभयारण्य में आपको राजहंस, चैती, पिटेल जैसे अलग अलग तरह के पशु पक्षी देखने को मिलते हैं। नवंबर से मार्च तक का समय इस अभयारण्य में घुमने के लिए अच्छा माना जाता है। इस जगह पर उत्तराखंड, लडाख इन क्षेत्रों से भी पंछी आते हैं।
- ज्ञानेश्वर उद्यान –
औरंगाबाद के जायकवाड़ी बाॅंध के पास ही ज्ञानेश्वर उद्यान स्थित हैं। इस उद्यान को राज्य का सबसे बड़ा उद्यान माना जाता हैं। यह उद्यान अपने सुंदरता के वजह से बहुत लोकप्रिय हैं। इस उद्यान में संगीतमय फव्वारे, फूल, लाॅन का समावेश हैं। इस उद्यान की सुंदरता इतनी हैं की इसे देखकर मैसूर के वृंदावन गार्डन की याद आ जाती हैं। इस उद्यान में एक लाख से भी अधिक पेड़ हैं।
- अजंठा और एलोरा गुफाएं –
अजंठा और एलोरा गुफाएं बहुत लोकप्रिय हैं। इस जगह घुमने के लिए दूर दूर से लोग आते हैं। आप इन जगहों पर बस या टैक्सी से घुमने के लिए जा सकते हैं। अजंता गुफा में जाने के लिए आपको दस रुपए प्रति व्यक्ती देने पड़ते हैं और एलोरा गुफा में जाने के लिए आपको 25 रुपए प्रति व्यक्ती देने पड़ते हैं।
- बीबी का मकबरा –
औरंगाबाद में पर्यटन के लिए बीबी का मकबरा यह भी लोकप्रिय जगह हैं। इस जगह पर आप बस या टैक्सी से जा सकते हैं। इस वास्तु को 1660 में औरंगजेब की पत्नी दिलरस बानो बेगम के याद में बनवाया गया था। यह वास्तु थोडी थोडी ताजमहल के जैसे ही हैं। सुबह आठ बजे से रात आठ बजे तक इस वास्तु में प्रवेश दिया जाता हैं। भारतीय 10 रुपए देकर इस जगह पर जा सकते हैं और विदेशी लोगों को 250 रुपए देने पड़ते हैं।
- सिद्धार्थ गार्डन और चिड़ियाघर –
सिद्धार्थ गार्डन यह एक बहुत ही सुंदर बगीचा हैं। इस गार्डन का क्षेत्रफल लगभग 300 एकड़ हैं। इस गार्डन में आपको विविध प्रकार के जानवर देखने को मिलते हैं। इस गार्डन में संगीतमय फव्वारा हैं यह लोगों को बहुत पसंद आता हैं। इस बगीचे में बहुत हरियाली और सुंदर फुल हैं। इसके अलावा इस गार्डन में मिनी ट्रेन, भुलभुलैया, अप्पू हाथी और झुले भी हैं।
FAQ-
जायकवाड़ी बाॅंध कहां पर और किस नदी पर स्थित हैं ?
जायकवाड़ी बाॅंध महाराष्ट्र के औरंगाबाद में गोदावरी नदी पर स्थित हैं।
जायकवाड़ी बाॅंध की लंबाई और ऊंचाई कितनी हैं ?
जायकवाड़ी बाॅंध की लंबाई लगभग 9998 मीटर हैं और यह बाॅंध 41.38 मीटर ऊॅंचा हैं।
जायकवाड़ी बाॅंध बनाने का उद्देश्य क्या था ?
जायकवाड़ी बाॅंध बनाने का उद्देश मराठवाड़ा की कुछ आवश्यक जरुरतों की पुर्ती करना यह था।
जायकवाड़ी बाॅंध तक कैसे पहुंचे ?
अगर आप जायकवाड़ी बाॅंध में घुमने के लिए जाना चाहते हैं तो आप रेलवे, हवाई जहाज और बस से जा सकते हैं। औरंगाबाद से या पैठन से आप बस या टैक्सी से जायकवाड़ी बाॅंध तक पहुंच सकते हैं।
जायकवाड़ी बाॅंध के आसपास घुमने के लिए कौन कौनसी जगह हैं ?
जायकवाड़ी बाॅंध के आसपास घुमने के लिए जायकवाड़ी पक्षी अभयारण्य, ज्ञानेश्वर उद्यान, अजंठा और एलोरा गुफाएं, बीबी का मकबरा यह जगह हैं।
इस पोस्ट में हमने आपको जायकवाड़ी बाॅंध के बारे में जानकारी दी हैं। हमारी पोस्ट शेयर जरुर किजिए। धन्यवाद !