Goat Information In Hindi हॅलो ! आज की पोस्ट में हम बकरी के बारे में जानकारी लेने वाले हैं । बकरी एक पालतु पशु हैं । बकरी को अंग्रेजी में Goat बोलते हैं । बकरी को दूध और मांस के लिए पाला जाता है ।
बकरी की पूरी जानकारी Goat Information In Hindi
इसके अलावा बकरी का उपयोग चर्म , बाल , रेशा , खाद के लिए भी किया जाता है । बकरी का उपयोग मानव सदियों से करता आया हैं । भारत के गांवों में ज्यादातर बकरी को पाला जाता हैं ।
बकरी पुरे संसार में रोजगार का एक जरिया हैं । बकरी की 300 से ज्यादा प्रजातियां संसारभर में पायी जाती हैं। ये दिखने में लगभग एक जैसी होती हैं । इनका रंग अलग अलग होता हैं । बकरी का रंग सफेद , काला , लाल , भूरा ऐसा होता हैं ।
बकरी की शारीरिक संरचना –
बकरी चार पाय होनेवाला प्राणी हैं । बकरी को चार पाय , दो ऑंखे , दो सिंग , एक पुंछ , दो लम्बे कान होते हैं । कुछ बकरीयोंको दो सिंग नहीं होते । बकरी का रंग सफेद , काला , भूरा , लाल होता हैं । बकरीयोंके चार पेट होते हैं ।
रूमेन रेटिकुलम , ओमासुम और एबोमसुम । उनका भोजन पेहेले रूमेन में चला जाता हैं । फिर रेटिकुलम बाद में ओमासुम और अंत में एबोमसुम में चला जाता हैं । बकरी की लंबाई 85 सेमी तक हो सकती हैं । और वजन 60 किलोग्राम तक हो सकता हैं ।
बकरी का खाना –
बकरीयोंको अलग अलग भोजन बहुत पसंद होता हैं । बकरी को खाने कू तलाश में घुमना अच्छा लगता हैं । बकरी के खाने में चारा , अंगूर , सूखी घास , पेड़ , अनाज शामील हैं ।बकरी पेडों पर चढ़कर विभिन्न फल और सब्जियां खा सकती हैं ।दूध वाली बकरी का खाना मांस वाली बकरी के आहार से अलग होता हैं ।
मांस वाली बकरीयां चारा , सूखी घास , फल खाती हैं । दूध वाली बकरियां अनाजों का मिश्रण खाती हैं । सामान्यतया: बकरीयाॅं एक दिन में तीन से लेकर चार किलो तक हरा चारा खाती हैं । बकरी को सडी हुई चीजें खाना पसंद नहीं है ।
बकरी का उपयोग –
बकरी का पालन मुख्य रूप से दूध मांस और रेशों के लिए किया जाता है । चमड़े माॅंस और बालों से कमाई की जा सकती है । इसके खाद मुत्र से खेत की उर्वरा शक्ति बढ़ती हैं । बकरी से पूरे साल भर की कमाई की जा सकती हैं । बकरी के चमड़े से जैकेट , कोट , पर्स , जुते यह सब बनाकर बेचकर कमाई की जा सकती हैं ।
बकरीयों से बाल और रेशा प्राप्त होती है । उससे उन्हें वस्त्र बनाए जाते हैं । बकरी का दूध त्वचा के लिए उपयोगी होता है । यह मुॅंहासे और ब्लैकहेड्स कम करने में मदद करता है । बकरी के दूध का उपयोग वजन बढ़ाने के लिए किया जाता है ।
बकरी के प्रकार
1 ) जमुनापरी –
यह बकरी मथुरा , इटावा आदि जगहों पर देखने को मिलती है । यह बकरी बकरीयोंके जाती में से सबसे बड़ी है । यह बकरी से दूध और मांस दोनों मिलता है । यह बकरी सफेद रंग की होती है । और शरीर पर भूरे रंग के धब्बे होते हैं । इस बकरी के कान बहुत लंबे होते हैं । जमुनापरी बकरी का वजन 90 कलोग्राम होता है ।
इनका वजन ज्यादा होता है जिस कारण इनकी किंमत बहुत मिल जाती हैं । इनके मेमने भी अच्छी किंमतो पर बिक जाते हैं । इनके बकरे दो सालमें मास देने के लिए तैयार हो जाते हैं । यह बकरी बहुत अच्छा दूध देती है । इस बकरी के दूध को बाजार में बिका जा सकता है।
2) बरबरी –
यहां बकरे आगरा , एटा , अलीगढ़ जिलों में देखने को मिलती है । यह बकरी आकार में छोटी होती है । इस बकरी के रंग अलग-अलग होते हैं । इस बकरी का उपयोग मांस और दूध उत्पादन के लिए किया जाता है ।इस बकरी के छोटे कान और छोटे सिंग होते हैं । इस बकरी का वजन 45 किलो तक होता है ।
3 ) बीटल –
यह बकरी भारत के पंजाब में ज्यादा पायी जाती हैं । इस बकरे का उपयोग दूध , मांस और चमड़ी के लिए किया जाता है । चमड़े के मदद से जूते , बॅग बनाये जाते हैं । इन बकरियों का वजन अच्छा होता है । इन बकरियों का वजन 70 किलोग्राम तक होता है ।
4 ) ओस्मानाबादी –
यह बकरी महाराष्ट्र के उस्मानाबाद जिले में देखने को मिलती हैं । यह बकरी दूध और मांस के लिए पाली जाती है । इस बकरी का रंग काला और भूरा होता हैं ।
5 ) सूरती –
यह बकरी सूरत में देखने को मिलती है । इन बकरियों को दूध और मांस दोनों के लिए पाला जाता हैं ।इस बकरी का नाम गुजरात के सुरत जिले से पड़ा । इसके शरीर का रंग सफेद होता हैं ।
6 ) कच्छी –
यह बकरीया गुजरात के पाटन , मेहसान , कच्छ , बनासकांठा इन जगहों पर देखने को मिलती हैं ।इस बकरी का नाम गुजरात के कच्छ से पड़ा । इसका रंग काला होता हैं और गले , कान और मुंह पर सफेद धब्बे होते हैं ।इस बकरी का नाम 47 किलोग्राम होता हैं ।
7 ) मारवारी –
यह बकरी दूध , माॅंस और बाल के लिए पाली जाती हैं । यह बकरी राजस्थान के मारवार जिले में देखने को मिलती हैं । यह बकरी पूर्णतः काले रंग की होती हैं । इसके कान सफेद होते हैं । यह बकरी मध्यम आकार की होती हैं ।
8 ) सिरोही –
यह बकरी राजस्थान के सिरोही जिले में देखने को मिलती हैं । यह बकरी का उपयोग दूध और मांस के लिए होता हैं । यह बकरी का रंग भूरा होता हैं और शरीर पर हल्के भूरे रंग के या सफेद रंग के चकते होते हैं । यह बकरी मध्यम आकार की होती हैं ।
9 ) गद्दी –
यह बकरी हिमाचल प्रदेश के काॅंगडा कुल्लु घाटी में देखने को मिलती हैं । यह बकरी पश्मीना के लिए पाली जाती हैं । इसके कान 8 – 10 सेमी लंबे होते हैं । इसके सींग बहोत नुकीले होते हैं ।
हमने आज की पोस्ट में बकरी के बारे में जानकारी दी । आपको हमारी पोस्ट अच्छी लगी तो शेयर किजिए । धन्यवाद !