Deer Information In Hindi हॅलो दोस्तों ! हम आज की पोस्ट में हिरन के बारे में जानकारी लेने वाले हैं । हिरन एक स्तनधारी जीव है । हिरन को अंग्रेजी में Deer बोलते हैं । हिरन ऑस्ट्रेलिया छोड़कर पूरे विश्व में पाया जाता हैं । हिरन का जीवन 18 – 20 साल तक होता है । हिरन शाकाहारी प्राणी हैं । हिरन को तैरना भी आता हैं । पुरी दुनिया में हिरण की लगभग 60 प्रजातियाॅं पायी गयी हैं ।
हिरन की पूरी जानकारी Deer Information In Hindi
हिरन की शारीरिक संरचना –
हिरन एक चौपाया प्राणी हैं । हिरन को दो आंखें , दो कान , चार टांगे होती हैं । हिरन का रंग हल्का भुरा होता हैं । हिरन को उसकी आंखों की सुंदरता के लिए जाना जाता हैं । हिरन के शरीर पर सफेद धारियां होती हैं । हिरन की टांगें बहुत मजबूत होती हैं । इसकी वजह से हिरन तेज दौड़ सकता हैं ।
हिरन को सुंघने की और सुनने की शक्ती बहोत होती हैं । हिरन की सुंघने की शक्ती अन्य जानवरों के मुकाबले 100 गुना तेज होती हैं । हिरन अपनी आंखों से 300 डिग्री तक देख सकता हैं । हिरन का वजन 10 किलो के आसपास होता हैं । हिरन के सिंग बहोत तेजी से बढ़ते हैं ।
हिरण को जब खतरा महसूस होता है तो वह अपनी पुंछ को उंची करके अन्य हिरणों को खतरे से अवगत करता हैं । नर हिरन के सिर पर सींग पाया जाता हैं । यह सिंग काफी मजबूत होता हैं । यह सींग साल में एक बार झड़ जाता हैं । उसके बाद उस स्थान पर नए सिंग आते हैं । हिरन जैसे जैसे बड़ा होता जाता हैं वैसे वैसे उसका सींग बढ़ता जाता हैं ।
नर हिरन उनके सिंग से मादा हिरन को आकर्षित करते हैं । मादा हिरन को सिंग नहीं होते लेकिन कई मादा हिरणों में सिंग पाये जाते हैं । हिरन अपने सिर , पैर , खुरों में स्थित ग्रंथियों से एक विशेष गंध निकलती हैं । इस गंध की सहायता से दुसरे हिरन की शारीरिक शक्ती , निवास , लिंग इत्यादी बातों का पता लगाता हैं । हिरन में पित्ताशय नहीं पाया जाता ।
हिरन किधर रहते हैं ? –
हिरन पृथ्वी पर ऑस्ट्रेलिया और आंटार्तीका छोड़कर हर जगह पर पाया जाता हैं । हिरन बडे़ – बडे़ घास के मैदानों में रहना ज्यादा पसंद करते हैं । हिरण उष्णकटिबंधीय , शीतोष्णकटिबंधीय पहाड़ , जंगलों में रहते हैं ।
हिरन क्या क्या खाते हैं ? –
हिरन शाकाहारी प्राणी हैं । हिरन पेड़ की पत्तियां , घास , फल , पेड़ की छाल खाते हैं।
हिरन के प्रकार –
1 ) बारहसिंघा हिरन –
बारहसिंघा हिरन वन्य पशु हैं । बारहसिंघा हिरन हिरन प्रजाति का बडे़ आकार का शानदार प्राणी हैं । बारहसिंगा हिरन को दलदली हिरन भी कहा जाता हैं ।
बारहसिंग हिरन को उत्तर प्रदेश की सरकारने अपना राज्यपशु घोषित किया हैं । इस हिरन की उंचाई 140 सेंटीमीटर तक हो सकती हैं । इसका वजन लगभग 180 किलोग्रॅम तक होता हैं ।
2 ) चिंकारा हिरन –
चिंकारा हिरन छोटा हिरन हैं । यह हिरन दक्षिण एशिया में पाया जाता हैं । यह हिरन दक्षिण एशिया में पाया जाता हैं । चिंकारा की लंबाई कंधे तक 65 सेमी होती हैं और वजन 23 किलोग्राम तक होता हैं ।
यह राजस्थान का राज्य पशु हैं । भारत , बांग्लादेश के घास मैदानों में और मरुभूमी , ईरान , पाकिस्तान के कुछ जगहों पर चिंकारा हिरन देखने को मिलता हैं ।
3 ) चीतल हिरन –
चीतल हिरन मध्यम आकार का हिरन हैं । इसकी लंबाई 90 सेमी तक होती हैं । इसका वजन 110 किलोग्राम तक होता हैं । चीतल हिरन श्रीलंका , बांग्लादेश , नेपाल , भूटान में पाया जाता हैं ।
4 ) लाल हिरन –
लाल हिरन का वैज्ञानिक नाम ‘ सॅविस ऍलाफस ‘ हैं । यह हिरन सबसे बडा़ माना जाता हैं । यह हिरन यूरोप , मध्यपूर्व , मध्य एशिया , उत्तर अफ्रीका , मोरक्को में पायें जाते हैं ।
5 ) कस्तुरी मृग –
कस्तुरी मृग एकांत में रहने वाला बहुत ही सीधा और छोटा जानवर हैं । कस्तुरी मृग साइबेरिया से लेकर हिमालय तक के पर्वतीय क्षेत्रों में पाया जाता हैं । कस्तुरी मृग के कान बडे़ होते हैं लेकिन इनकी पुंछ छोटी होती हैं । नर मृग के पेट में कस्तूरी पैदा करने वाला अंग होता हैं । इस खुशबू से वातावरण महक उठता हैं ।
6 ) चौसिंगा हिरन –
चौसिंगा हिरन को अंग्रेजी में Four – horned Antelope बोलते हैं । यह एक छोटा बहुसिंगा हैं । यह हिरन भारत और नेपाल के खुले जंगलों में पाया जाता हैं । इसकी ऊंचाई कंधे तक 60 सेमी होती हैं और वजन 24 किलोग्राम तक होता हैं ।
हिरन के बारे में रोचक तथ्य –
- हिरन अंटार्कटिका को छोड़कर दुनिया के हर क्षेत्र में पाया जाता हैं ।
- पुडु नाम के प्रजाती में सबसे कम उंचाई वाले हिरन पाये जाते हैं । यह सिर्फ 12 से 17 इंच के होते हैं । इनका वजन 9 किलो के आसपास होता हैं ।
- भारत में सबसे छोटे हिरन की प्रजाति को ” माउस डियर ” कहा जाता हैं । इसे छत्तीसगढ़ में देखा गया था । इससे पहले इसे एक विदेशी नागरीक ने 1905 में देखा था । यह बहोत शर्मिले होते हैं । इनकी लंबाई मुश्किल से 15 इंच होती हैं ।
- सबसे बड़ी हिरन को मुस कहा जाता हैं । इनकी उंचाई 6.5 फीट और वजन 820 किलो तक हो सकता हैं ।
- हिरन अपने जन्म के आधे घंटे के भीतर चलना शुरू कर देते हैं ।
- हिरन के बच्चे जन्म लेने के 10 मिनट बाद खडे हो जाते हैं और सात घंटे के बाद चलने लगते हैं ।
- हिरणों में पित्ताशय नहीं पाया जाता ।
- सर्दियों के मौसम में हिरन कम सक्रिय होते हैं । इन मौसम में कम आहार उपलब्ध होता हैं । इसलिए कम सक्रिय होकर ये अपनी ऊर्जा को संरक्षित करते हैं । इस मौसम में हिरन अन्य मौसम में लिए जाने वाले आहार का 1/3 भाग ही लेते हैं ।
हमने आज की पोस्ट में हिरन के बारे में जानकारी ली । आपको हमारी पोस्ट अच्छी लगी तो शेयर कीजिए । धन्यवाद !
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हिरन किस रंग के होते हैं?
रेनडियर उप-प्रजाति, क्षेत्र, लिंग और यहां तक कि मौसम के आधार पर विभिन्न रंगों में आते हैं। वे वुडलैंड उप-प्रजातियों में गहरे भूरे रंग से लेकर ग्रीनलैंड में लगभग सफेद तक होते हैं। रेनडियर का कोट आमतौर पर गर्मियों में थोड़ा गहरा और सर्दियों में हल्का होता है।
हिरन कितने समय तक जीवित रहता है?
औसतन लगभग 15 वर्ष जीवित रहते हैं लेकिन यह ज्ञात है कि वे 20 वर्ष तक जीवित रहते हैं
काला हिरण कहाँ पाया जाता है?
राजस्थान, पंजाब, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र और गुजरात में पाए जाते हैं.
हिरण के सींग से क्या लाभ होता है?
अनुष्ठानों, सजावट तथा ‘दवा’ के लिए किया जाता है