Buddha Quotes In Hindi

Buddha Quotes In Hindi नमस्कार दोस्तों आज हम इस आर्टिकल में भगवान गौतम बुद्ध के अनमोल विचारों (Gautam Buddha Quotes in Hindi) के बारे में जानेंगे। भगवान बुद्ध ने बौद्ध धर्म की स्थापना की थी। उनके विचारों को जानकर बहुत से लोगों के जीवन में बदलाव आया है। उनके विचार हमें सच्चाई, प्रेम, शांति और धर्म के रास्ते पर ले जाते है। आए जानते है उनके अनमोल विचारों को।

बंधन ही सभी दुखों की जड़ है।

घृणा घृणा से नहीं, प्रेम से ख़त्म होती है। यह शाश्वत सत्य है।

अपने मोक्ष के लिए खुद ही प्रयत्न करें। दूसरों पर निर्भर ना रहे।

जीभ एक ऐसा हथियार है जो बिना खून निकाले ही मार देता है।

तीन चीजें लंबे समय तक छिप नहीं सकतीं – सूर्य, चंद्रमा और सत्य।

हमेशा याद रखें कि बुरा कार्य अपने मन में बोझ रखने के समान है।

एक हजार खोखले शब्दों से वह एक शब्द बेहतर है जो शांति लाता है।

उत्साह से जीवन जीना और स्वयं पर महारत हासिल करना खुशी देता है।

अज्ञानी आदमी एक बैल के समान है। वह ज्ञान में नहीं, आकार में बढ़ता है।

कभी भी किसी जीव की हत्या ना करें। और दूसरों को भी ऐसा करने से रोकें।

अराजकता सभी जटिल बातों में निहित है। परिश्रम के साथ प्रयास करते रहो।

आप अपने गुस्से के लिए दंडित नहीं हुए, आप अपने गुस्से के द्वारा दंडित हुए हो।

जो व्यक्ति अपने जीवन को समझदारी से जीता है उसे मृत्यु से भी डर नहीं लगता।

बिना सेहत के जीवन जीवन नहीं है। बस पीड़ा की एक स्थिति है – मौत की छवि है।

निश्चित रूप से जो नाराजगी युक्त विचारों से मुक्त रहते हैं, वही जीवन में शांति पाते हैं।

जीवन में दर्द मिलना तो स्वाभाविक है। लेकिन दुखी होना या न होना आपके हाथ में है।

जो व्यक्ति सच्चाई की तलाश नहीं करते, वे जीवन जीने के असली उद्देश्य भटक गए हैं।

मैं कभी नहीं देखता कि क्या किया गया है?, मैं केवल ये देखता हूं कि क्या करना बाकी है?

परमात्मा ने तो हर इंसान को एक जैसा बनाया है। अंतर सिर्फ हमारे मस्तिष्क के अंदर है।

अगर आप किसी दूसरे के लिए दिया जलाते हैं तो यह आपके रास्ते को भी रोशन कर देता है।

आकाश में पूरब और पश्चिम का कोई भेद नहीं है। लोग अपने मन में भेदभाव को जन्म देते हैं।

जो मानव अपनी निंदा सुन लेने के बाद भी शांत है। वह सारे जगत पर विजय प्राप्त कर लेता है।

बुराई अवश्य रहना चाहिए, तभी तो अच्छाई इसके ऊपर अपनी पवित्रता साबित कर सकती है।

आपके पास जो कुछ भी है है उसे बढ़ा-चढ़ा कर मत बताइए, और ना ही दूसरों से ईर्ष्या कीजिये।

क्रोध में हजारों शब्दों को गलत बोलने से अच्छा, मौन वह एक शब्द है जो जीवन में शांति लाता है।

मनुष्य क्रोध को प्रेम से, पाप को सदाचार से, लोभ को दान से और झूठ को सत्य से जीत सकता है।

एक पल एक दिन को , एक दिन एक जीवन को और एक जीवन इस पूरी दुनिया को बदल सकता है।

अच्छा स्वास्थ्य सबसे बड़ा उपहार है, संतुष्टि सबसे बड़ा धन है और विश्वसनीयता सबसे बड़ा सम्बन्ध है।

बुराइयों से दूर रहने के लिए अच्छाई का विकास कीजिए और अपने मन को अच्छे विचारों से भर लीजिए।

उदार हृदय, दयालु वाणी, और सेवा व करुणा का जीवन वे बातें हैं जो मानवता का नवीनीकरण करती हैं।

प्रशंसा और आलोचना दोनों स्वीकार करें, क्योंकि एक फूल को उगने में सूरज और बारिश दोनों लगते है।

ज्यादा सोचना बंद करो। आप सब कुछ नियंत्रित नहीं कर सकते। कुछ बातों को जाने देने में ही भलाई है।

जैसे मोमबत्ती बिना आग के नहीं जल सकती, वैसे ही मनुष्य भी बिना आध्यात्मिक जीवन के नहीं जी सकता।

जीवन में किसी उद्देश्य या लक्ष्य तक पहुंचने से ज्यादा महत्वपूर्ण उस यात्रा को अच्छे से संपन्न करना होता है।

संदेह और शक की आदत सबसे ज्यादा भयानक होती है क्योंकि यह किसी भी रिश्ते को बर्बाद कर सकता है।

किसी विवाद में हम जैसे ही क्रोधित होते हैं हम सच का मार्ग छोड़ देते हैं, और अपने लिए प्रयास करने लगते हैं।

हर अनुभव कुछ न कुछ सिखाता है, हर अनुभव महत्वपूर्ण होता है। क्योंकि हम अपनी गलतियों से ही सीखते हैं।

जब किसी के संगत से आपके विचार शुद्ध होने लगे तो आप समझ लीजिए की वह कोई साधारण व्यक्ति नहीं है।

क्रोध को प्यार से, बुराई को अच्छाई से, स्वार्थी को उदारता से और झूठे व्यक्ति को सच्चाई से जीता जा सकता है।

झरना बहुत शोर मचाता है, लेकिन सागर गहरा और शांत होता है। इसलिए अपने आपको सागर की तरह बनाएं।

ताकत की जरूरत तभी होती है, जब कुछ बुरा करना हो। वरना दुनिया में सब कुछ पाने के लिए प्रेम ही काफी है।

हमें अपने द्वारा की गयी गलतियों की सजा तुरंत भले न मिले लेकिन समय के साथ कभी न कभी अवश्य मिलती है।

जो व्यक्ति स्वयं से प्रेम करता है। वो किसी और को दुखी नहीं देख सकता और ना ही किसी को दुखी कर सकता है।

जीवन में एक दिन भी समझदारी से जीना कहीं अच्छा है बजाय एक हजार साल तक बिना ध्यान के साधना करने के।

अकेलापन ऐसे व्यक्ति को खुशी देता है जो कि संतोषी है, जिसने धर्म के बारे में सुना है और उसे साफ तौर पर देखा है।

बुराई से बुराई कभी खत्म नहीं होती। घृणा को तो केवल प्रेम द्वारा ही समाप्त किया जा सकता है, यह एक अटूट सत्य है।

अच्छे स्वास्थ्य में शरीर रखना एक कर्तव्य है, अन्यथा हम अपने मन को मजबूत और साफ रखने में सक्षम नहीं हो पाएंगे।

वह जो पचास लोगों से प्रेम करता है उसके पचास संकट हैं, वो जो किसी से प्रेम नहीं करता उसके एक भी संकट नहीं है।

क्रोध को पाले रखना गर्म कोयले को किसी और पर फेंकने की नीयत से पकड़े रहने के सामान है। इसमें आप ही जलते हैं।

जिस काम को करने में वर्तमान में तो दर्द हो लेकिन भविष्य में खुशी, उसे करने के लिए काफी अभ्यास की जरूरत होती है।

तुम अपने भविष्य की चिंता मत करो वर्तमान में जीओ और अपने वर्तमान को सुधारों तुम्हारा भविष्य अपने आप सुधर जाएगा।

अतीत में ध्यान केन्द्रित नहीं करना, ना ही भविष्य के लिए सपना देखना, बल्कि अपने दिमाग को वर्तमान क्षण में केंद्रित करना।

जो व्यक्ति थोड़े में ही खुश रहता है सबसे अधिक खुशी उसी के पास होती हे इसलिए आपके पास जितना है उसी में खुश रहिए।

एक पल एक दिन को बदल सकता है, एक दिन एक जीवन को बदल सकता है, और एक जीवन इस दुनिया को बदल सकता है।

जिस तरह से तूफ़ान एक मजबूत पत्थर को हिला नहीं पाता, उसी तरह से महान व्यक्ति, तारीफ़ या आलोचना से प्रभावित नहीं होते।

कभी भी दुष्ट लोगों की सक्रियता समाज को ख़राब नहीं करती, बल्कि हमेशा अच्छे लोगों की निष्क्रियता समाज को ख़राब करती है।

जीवन मिलना भाग्य की बात है, मृत्यु होना समय की बात है। पर मृत्यु के बाद भी लोगो के दिलों में जीवित रहना ये कर्मों की बात है।

आपके बड़े से बड़ा दुश्मन भी आपको उतना नुकसान नहीं पहुंचा सकता, जितना नुकसान आपके अनियंत्रित विचार आपको पहुंचाते हैं।

सत्य के मार्ग पर चलते हुए व्यक्ति केवल दो ही गलतियां कर सकता है। पहली – पूरा रास्ता न तय करना या फिर शुरुआत ही न करना।

हर दिन नया दिन होता है। इससे कोई फर्क नहीं पड़ता कि बीता हुआ कल कितना मुश्किल था। आप हमेशा एक नई शुरुआत कर सकते हैं।

निष्क्रिय होना मृत्यु का एक छोटा रास्ता है और मेहनती होना अच्छे जीवन का रास्ता है। मूर्ख लोग निष्क्रिय होते हैं और बुद्धिमान लोग मेहनती।

शक की आदत सबसे खतरनाक है। शक लोगों को अलग कर देता है। यह दो अच्छे दोस्तों को और किसी भी अच्छे रिश्ते को बर्बाद कर देता है।

शब्दों के भीतर नष्ट करने और स्वस्थ करने दोनों ही शक्तियां होती हैं। जब शब्द सच्चे और दयालु होते हैं तो वे हमारे जीवन को बदल सकते हैं।

जो व्यक्ति स्वयं के क्रोध पर काबू पा लेता है वह उस कुशल गाड़ीवान के समान होता है जो विषम परिस्थिति में भी अपनी गाडी को संभाल सकता है।

जीवन में हजारों लड़ाइयां जीतने से अच्छा है कि तुम स्वयं पर विजय प्राप्त कर लो। फिर जीत हमेशा तुम्हारी होगी, इसे तुमसे कोई नहीं छीन सकता।

जो लोग ज्यादा बोलते हैं वे सीखने की कोशिश नहीं करते। जबकि समझदार व्यक्ति हमेशा निडर और धैर्यवान होता है जो समय आने पर ही बोलता है।

सभी बुरे कार्य मन के कारण उत्पन्न होते हैं। अगर मन सच्चे और अच्छे कार्यों के प्रति परिवर्तित हो जाए तो मन में अनैतिक कार्य का विचार भी नहीं आएगा।

कोई भी व्यक्ति बहुत ज्यादा बोलने से कुछ नहीं सीख पाता। समझदार व्यक्ति वही कहलाता है, जो धीरज रखने वाला, क्रोधित न होने वाला और निडर होता है।

दूसरे लोगों के दोषों को ना देखें और ना ही उनकी गलतियों को। इसके बजाय अपने खुद के कर्मों को देखें कि आप क्या कर चुके हैं और क्या करना अभी बाकी है ?

ज्ञानी व्यक्ति की कभी भी मृत्यु नहीं होती है। वे अपने ज्ञान के प्रकाश में हमेशा जीवित रहते हैं। जबकि मूर्ख और अज्ञानी व्यक्ति पहले से ही अपने विचारों से मरे होते हैं।

ईर्ष्या और नफरत की आग में जलते हुए इस संसार में खुशी और हंसी स्थाई नहीं हो सकती। अगर आप अँधेरे में डूबे हुए हैं, तो आप रोशनी की तलाश क्यों नहीं करते ?

एक जलते हुए दीपक से हजारों दीपक रोशन किया जा सकता है फिर भी उस दीपक की रोशनी कम नहीं होती ठीक उसी प्रकार खुशियां बांटने से बढ़ती है न कि कम होती है।

आपका काम है अपनी पसंद के काम को खोजना, अपनी पसंद के काम को खोजें और जब वह मिल जाए तो खुद को उस काम में ‌‌‌पूरी तरह से लगा दे, यही सफ़लता का मार्ग है।

जो व्यक्ति 50 लोगों से प्यार करता है उसके पास‌ खुश रहने के लिए 50 कारण होते हैं। और जो व्यक्ति किसी से प्यार नहीं करता उसके पास‌ खुश रहने का कोई कारण नहीं होता।

एक मूर्ख व्यक्ति एक समझदार व्यक्ति के साथ रहकर भी अपने पूरे जीवन में सच को उसी तरह से नहीं देख पाता, जिस तरह से एक चम्मच, सूप के स्वाद का आनंद नहीं ले पाता है।

कोई भी व्यक्ति सिर मुंडवाने से, या फिर उसके परिवार से, या फिर एक जाति में जन्म लेने से संत नहीं बन जाता। जिस व्यक्ति में सच्चाई और विवेक होता है, वही धन्य है, वही संत है।

जीवन में आप चाहें जितनी अच्छी-अच्छी किताबें पढ़ लो, कितने भी अच्छे शब्द सुनो, लेकिन जब तक आप उनको अपने जीवन में नहीं अपनाते तब तक उसका कोई फायदा नहीं होगा।

जिस तरह एक जलते हुए दीये से हजारों दीपक रोशन किए जा सकते है, फिर भी उस दीये की रोशनी कम नहीं होती, उसी तरह खुशियां बांटने से हमेशा बढ़ती है, कभी कम नहीं होती।

जिस तरह से आकाश में मिट्टी उछालने पर वह मुंह पर ही गिरती है उसी तरह से मूर्ख व्यक्ति जब अच्छे लोगों के साथ बुरा करने की कोशिश करते हैं, तो उनका खुद का ही बुरा होता है।

इंसान को एक बंधन मुक्त मन का निर्माण करना चाहिए जो ऊपर और नीचे तथा चारों ओर फैला हुआ हो। वह भी बिना किसी बाधा के, बिना किसी दुश्मन के, बिना किसी बदले की भावना के।

जिस व्यक्ति का मन शांत होता है, जो व्यक्ति बोलते और अपना काम करते समय शांत रहता है, वह वही व्यक्ति होता है जिसने सच को हासिल कर लिया है और दुःख-तकलीफों से मुक्त हो चुका है।

ज्ञान ध्यान से पैदा होता है और ध्यान के बिना ज्ञान खो जाता है। इसलिए ज्ञान की प्राप्ति और हानि के इस मार्ग को जानकर, व्यक्ति को खुद को इस तरह से साधना चाहिए ताकि ज्ञान में वृद्धि हो सके।

जिस प्रकार लापरवाह रहने पर घास जैसी नरम चीज की धार भी हाथ को घायल कर देती है, उसी तरह से धर्म के वास्तविक स्वरूप को पहचानने में हुई गलती आपको नर्क के दरवाजे पर पहुंचा सकती है।

एक जागे हुए व्यक्ति को रात बड़ी लम्बी लगती है, एक थके हुए व्यक्ति को मंजिल बड़ी दूर नजर आती है। इसी तरह सच्चे धर्म से बेखबर मूर्खों के लिए जीवन-मृत्यु का सिलसिला भी उतना ही लंबा होता है।

अगर आपको अच्छा साथी ना मिले तो अकेले चलें, उस हाथी की तरह जो कि अकेले ही जंगल में घूमता है। अकेले रहना कहीं अच्छा है बजाय उन लोगों के साथ के जो कि आप की प्रगति में बाधा बनते हैं।

किसी जंगली जानवर की अपेक्षा एक कपटी और दुष्ट मित्र से अधिक डरना चाहिए, क्योंकि जानवर तो बस आपके शरीर को नुक्सान पहुंचा सकता है, पर एक बुरा मित्र आपकी बुद्धि को नुक्सान पहुंचा सकता है।

एक समझदार व्यक्ति अपने अंदर की कमियों को उसी तरह से दूर कर लेता है, जिस तरह से एक स्वर्णकार चांदी की अशुद्धियों को चुन-चुन कर, थोडा-थोडा करके और इस प्रक्रिया को बार-बार दोहरा कर दूर कर लेता है।

‘उसने मेरा अपमान किया, मुझे कष्ट दिया, मुझे लूट लिया’ – जो व्यक्ति जीवन भर इन्हीं बातों को लेकर शिकायत करते रहते हैं, वे कभी चैन से नहीं रह पाते। सुकून से वही व्यक्ति रहते हैं, जो खुद को इन बातों से ऊपर उठा लेते हैं।

हम आज जो कुछ भी हैं वह हमने आज तक क्या सोचा इस बात का परिणाम है। यदि कोई व्यक्ति बुरी सोच के साथ बोलता या काम करता है, तो उसे कष्ट ही मिलता है। और यदि कोई व्यक्ति शुद्ध तथा अच्छे विचारों के साथ बोलता या काम करता है, तो उसकी परछाई की तरह ख़ुशी उसका साथ कभी नहीं छोड़ती।

एक शांत मन मनुष्य की प्रत्येक समस्या का चिकित्सक होता है।

जीभ एक ऐसा औज़ार है जो बिना खून निकाले ही मार देता है।

जो व्यक्ति अपने जीवन को बुद्धिमानी से जीता है उसे मृत्यु का भी भय नही होता है।

हर सुबह हम एक नया जन्म लेते हैं , इसलिए आज हम क्या करने वाले हैं ये बहुत जरूरी है।

हमारी समस्या का हल केवल हमारे पास है , दूसरों के पास सिर्फ सुझाव होते हैं।

कल क्या होगा ये जानने की कोशिश मत करो , आज क्या करना है ये तय करो।

जिंदगी एक बार मिलती है, यह बात बिल्कुल गलत है क्यूंकि मौत एक बार मिलती है और जिंदगी तो हर रोज मिलती है।

जो आप हासिल करना चाहते हैं वो मांगने से कभी नही मिलेगा, उसके लिए आपको उसके लायक बनना होगा।

क्रोध और कुछ नहीं है , बल्कि तुम्हारे मन की दबी हुई भावनाएं है।

जीवन में हर छोटा बदलाव एक बड़ी सफलता का हिस्सा होता है।

एक साधु से किसी ने पूछा , क्या अमीर बनना गलत है। साधु ने उत्तर दिया , एक अच्छा इंसान बनने के बाद कुछ भी बनना गलत नहीं है।

कभी भी सीखना बंद ना करें, क्योंकि जीवन कभी भी सिखाना बंद नहीं करता।

जीवन में दुनिया को नहीं , अपने आपको बदलो क्योंकि आपके बदलते ही दुनिया अपने आप बदल जाएगी।

अगर आपके जीवन में कोई लक्ष्य नहीं है, तो अपने जीवन का उद्देश्य लक्ष्य को खोजना बना लीजिए।

धैर्य एक कड़वा पौधा है , पर इसका फल बहुत मीठा होता है।

 अहंकार के पेड़ पर सिर्फ विनाश के फल ही लगते हैं।

खुद पर भरोसा कीजिए , क्यूंकि आपके जैसा और आप से बेहतर इंसान कोई और नहीं है।

इस पूरी दुनिया में इतना अंधकार भी नहीं है कि वह एक छोटे से दीए की रोशनी को भी बुझा सके।

हर बात का जवाब देने बैठ जाएंगे, तो कभी लाजवाब नहीं बन पाएँगे।

तभी बोलें जब आपके शब्द मौन से बहुत ज्यादा कीमती हों।

Leave a Comment