Amrish Puri Biography in Hindi हिंदी सिनेमा के मशहूर खलनायक स्वर्गीय अमरीश पुरी आज किसी परिचय का मोहताज नहीं है। अगर गब्बर के बाद कोई खलनायक है तो वह मोगैंबो। अमरीश पुरी हिन्दी फिल्मों की दुनिया का एक प्रमुख स्तंभ रहे हैं। भारतीय सिनेमा के सबसे प्रभावशाली और महान खलनायकों में से एक थे. अमरीश पुरी के अंदर ऐसी अद्भुत क्षमता थी कि वह जिस रोल को करते थे वह सार्थक हो उठता था। अगर आपने उन्हें मिस्टर इंडिया के मोगैंबो के रोल में देख कर उनसे नफरत की थी तो उन्होंने ही “दिलवाले दुल्हनिया ले जाएंगे” में सिमरन का पिता बन सबके दिल को छू लिया था। बॉलीवुड फिल्मों में अपने शानदार अभिनय के अंदाज से उन्होंने दर्शकों के दिल में अपनी एक अलग पहचान बनाई।
अमरीश पूरी का जीवन परिचय – Amrish Puri Biography In Hindi
अमरीश पुरी का जीवन परिचय :-
अमरीश पूरी का जन्म 22 जून 1932 में नवनशहर में हुआ था। उनके पिता का नाम लालानिहाल चाँद और मा का नाम वेद कौर था। वो दो भाई थे. पहले का नाम चमन पूरी, तो दुसरे का नाम अमन पूरी था. अमरीश बहुत धार्मिक किस्म के इन्सान थे और वो भगवान शिव के बड़े भक्त थे।
शुरूआती शिक्षा :-
अमरीश पूरी ने डिग्री की पढाई हिमाचल प्रदेश (भारत) के बी. एम.कॉलेज से पूरी की। उन्होंने 1967 से 2005 के दौरान 400 से भी अधिक फिल्मो में काम किया है. शुरुआत में वह रंगमंच से जुड़े और बाद में फिल्मों का रुख किया। पद्म विभूषण रंगकर्मी अब्राहम अल्काजी से 1961 में हुई ऐतिहासिक मुलाकात ने उनके जीवन का नया उजाला देखने को मिला और वे बाद में भारतीय रंगमंच के प्रख्यात कलाकार बन गए।
करियर :-
5 जनवरी 1957 को उर्मिला दिवेकर से वडाला के श्री कृष्णा मंदिर में शादी की थी। अमरीश को टोपी इकट्टा करने का बड़ा शौक था। वो जब भी विदेश घुमने जाते तो वो वहासे जरुर एक या दो टोपी साथ में लाते थे। फ़िल्मी करियर शुरुआत साल 1971 की ‘प्रेम पुजारी’ से हुई। पुरी को हिंदी सिनेमा में स्थापित होने में थोड़ा वक्त जरूर लगा, लेकिन फिर कामयाबी उनके कदम चूमती गयी। 1980 के दशक में उन्होंने बतौर खलनायक कई बड़ी फिल्मों में अपनी छाप छोड़ी। वह हिंदी, कन्नड़, हॉलीवुड, पंजाबी, तेलुगू और तमिल फिल्मों में काम करने के लिए चले गए। उन्होंने अपने पूरे कॅरियर में 400 से ज्यादा फिल्मों में अभिनय किया।
अमरीश पुरी का फिल्मी सफर –
बॉलीवुड के सबसे मशहूर अभिनेता अमरीश पुरी हीरो बनने की चाहत में अपने बड़े भाई मदन पुरी, जो कि एक मशहूर अभिनेता थे, उनके साथ मुंबई आए थे। 1950 के दशक में अमरीश पुरी ने फिल्मों के लिए ट्राई किया था, लेकिन वे अपने स्क्रीन टेस्ट में सफल नहीं हुए थे, उन्हें शुरुआत में कई फिल्म डायरेक्टरों ने रिजेक्ट कर दिया था। जिसेक बाद वप lic में एजेंट के रूप में काम करने लगे. उन्होंने कई विदेशी फिल्मों में भी काम किया। उन्होंने इंटरनेशनल फिल्म ‘गांधी’ में ‘खान’ की भूमिका निभाई था जिसके लिए उनकी खूब तारीफ हुई थी।
कुछ यादगार फिल्मे :-
- ‘निशांत’
- ‘गांधी’
- ‘कुली’
- ‘नगीना’
- ‘राम लखन
- ‘त्रिदेव’
- ‘फूल और कांटे’
- ‘विश्वात्मा’
- ‘दामिनी’
- ‘करण अर्जुन’
- ‘कोयला’
सम्मान : –
- साल 2000 में, सर्वश्रेष्ठ सहायक अभिनेता के लिए “कलाकार पुरस्कार” से सम्मानित किया गया।
- साल1998 में, फिल्म “विरासत” के लिए बेस्ट सहायक अभिनेता के रूप में फिल्मफेयर पुरस्कार से नवाजा गया।
- साल 1997 में, फिल्म “घातक” के लिए सर्वश्रेष्ठ सहायक अभिनेता के रूप में फिल्मफेयर पुरस्कार से नवाजा गया।
- साल 1994 में, सिंगापुर इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल और सिडनी फिल्म महोत्सव में “सूरज का सांतवा घोड़ा” के लिए उन्हें बेस्ट एक्टर का पुरस्कार से नवाजा गया।
- साल 1986 में, “मेरी जंग” के लिए बेस्ट सहायक अभिनेता के रूप में फिल्मफेयर पुरस्कार से नवाजा गया।
- साल 1979 में, थिएटर में महत्वपूर्ण योगदान देने के लिए संगीत नाटक अकादमी पुरस्कार से नवाजा गया
डेब्यू हिंदी फिल्म:-
- प्रेम पुजारी – (1970)
- कन्नड़ फिल्म – कादु (1973)
- पंजाबी फिल्म – सत श्री अकाल (1977)
- तेलुगू फिल्म – कोंदुरा (1978)
- मराठी फिल्म – ‘शंततु! कोर्ट चालू आहे’ (1967 )
- हॉलीवुड फिल्म – गांधी (1982)
निधन :-
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अमरीश पुरी की जन्म और मृत्यु कब हुई?
जन्म:२२ जून १९३२ -मृत्यु:१२ जनवरी २००५
अमरीश पुरी के कितने बेटा बेटी है?
नमृता की शादी हो चुकी है और उनकी भी एक बेटी है । सॉफ्टवेयर इंजीनियर के अलावा नमृता कॉस्ट्यूम डिजायनर भी हैं । खूबसूरती के मामले में नम्रता बॉलीवुड की बड़ीबड़ी अभिनेत्रियों को टक्कर देती हैं। बता दें कि अमरीश पुरी का एक बेटा भी है जिसका नाम राजीव पुरी है ।
अमरीश पुरी की पहली फिल्म कौन है?
प्रेम पुजारी
अमरीश पुरी निधन कैसे हुआ
ब्रेन हेमरेज